टिहरी में बादल फटने से मची तबाही
कई मकान क्षतिग्रस्त, मलबे में दबे आठ लोग
आकाश ज्ञान वाटिका, 20 अगस्त 2022, शनिवार, टिहरी। देहरादून के मालदेवता के साथ ही शनिवार को टिहरी जिले में भी बादल फटने की घटना हुई है। बीती रात से हो रही बारिश से टिहरी जिले में भारी नुकसान हुआ है। यहां बादल फटने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और कई घरों में पानी घुस गया है। सबसे ज्यादा नुकसान धनोल्टी विधानसभा में हुआ है। बारिश से कीर्तिनगर क्षेत्र में शनिवार सुबह सात बजे ग्राम कोठार में एक आवासीय भवन मलबे में दब गया है, जिसमे 80 वर्षीय बचनी देवी दब गई। उनकी खोजबीन जारी है।
ग्राम पंचायत थाती डागर के वन पंचायत सरपंच मुकेन्द्र सिंह नेगी ने बताया की ग्राम कोठार में बुजुर्ग महिला दब गयी है। जिसका अभी तक पता नहीं लग पाया। गांव वालों मे अत्यधिक डर है और शासन प्रशासन के प्रति भी आक्रोश भी है।
टिहरी में जौनपुर ब्लाक के धौलागिरी (धनचुला) गांव में एक मकान के मलबे में दब गया। मलबे में घर की ही सात लोग लापता हो गए हैं। खोजबीन जारी है। गांव में पांच आवासीय भवन मलबा आने से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। परिवारों को जंगल-गदेरा-रिजोर्ट में शिफ्ट किया गया है। मौके पर राजस्व टीम व स्थानीय निवासियों द्वारा खोज-बचाव का कार्य किया जा रहा है।
जौनपुर ब्लाक के सेरा, सौंदाणी, भवाकाटल, ग्वाली डांडा, कुंड, कोकियाल गांव में बादल फटने व अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं कई घरों में मलबा घुस गया है। बादल फटने से खेतों में मलबा पसर गया, जिससे खेतों को भी भारी नुकसान हुआ है।
कीर्तिनगर के पल्यापाटल गांव में पांच घरों में पानी घुस गया, जिस कारण घर में रखी खाद्य सामग्री को भारी नुकसान हुआ है। इसी प्रखंड के कोठार, गवांणा, घंडियालधार में ग्रामीणों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए और संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
भिलंगना प्रखंड के मल्याकोट में ग्रामीणों की कई हेक्टेयर खेती मलबे से पट गई है। हालांकि यहां पर जनहानि का नुकसान तो नहीं हुआ। नुकसान की सूचना पर जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार भी धनोल्टी की ओर रवाना हो गए हैं।