मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर दिए पुनर्विचार के संकेत
आकाश ज्ञान वाटिका, 14 मार्च 2021, रविवार, देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर पुनर्विचार के संकेत दिए हैं। मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पंडा समाज के साथ ही चारधाम के हक-हकूकधारियों की जल्द ही बैठक बुलाकर उनकी भावनाओं को जाना जाएगा। दूरी न बनाते हुए उनकी बात सुनी जाएगी और फिर आगे निर्णय लिया जाएगा।
चारधाम और उनसे जुडे मंदिरों की व्यवस्थाओं को लेकर त्रिवेंद्र सरकार पूर्व में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम लेकर आई थी। इसके तहत देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन किया गया है और उसने व्यवस्थाएं अपने हाथ में ले ली हैं। हालांकि, अधिनियम का शुरू से ही चारधाम के हक-हकूकधारी लगातार विरोध करते आ रहे हैं। गंगोत्री में तो अभी भी विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। हक-हकूकधारियों का कहना है कि यह अधिनियम उनके हितों पर कुठाराघात है। यही नहीं, जब यह अधिनियम लाया गया और बोर्ड का गठन किया गया तो तब भी उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया।