पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के दावे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का तंज, कहा- “उनकी खुशी थोड़े दिनों की”
आकाश ज्ञान वाटिका, 23 फरवरी 2022, बुधवार, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांग्रेस नेता हरीश रावत की खुशी कुछ ही दिनों की है। इसमें कहीं कोई संशय नहीं है कि प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनने वाली है। मंगलवार को एक बयान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरीश रावत के बयान बार-बार बदलते रहते हैं। वह कभी कहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। कभी वह कहते हैं कि अनुसूचित जाति का मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
विधानसभा चुनाव की व्यस्तता से निबटने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और कैबिनेट मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। इस दौरान विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के फीडबैक का आदान-प्रदान हुआ। साथ ही राज्य में फिर से भाजपा की सरकार बनने का दावा किया गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक व कैबिनेट मंत्री रावत मंगलवार को महापौर सुनील उनियाल गामा के साथ डिफेंस कालोनी स्थित पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के आवास पर पहुंचे और फिर उनके साथ चुनाव को लेकर मंथन किया। इस मुलाकात की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर भी साझा की गईं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र से मुलाकात में मतदान को लेकर मिले फीडबैक पर चर्चा की गई। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले पांच वर्ष में राज्य में हुए विकास कार्यों पर जनता-जनार्दन ने भाजपा को समर्थन दिया है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने भी त्रिवेंद्र से विधानसभा चुनाव के संबंध में चर्चा की थी।
‘हार से भयभीत कांग्रेसियों की बढ़ी घबराहट’ : विनय गोयल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत की नींबू पार्टी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मतदान के बाद हार से भयभीत हो रहे कांग्रेसियों के जी की मिचलाहट हरदा द्वारा नींबू चटाने के बाद भी शांत नहीं हुई। उल्टे घबराहट और बढ़ गई है। उन्हें हार का भय और ज्यादा सताने लगा है। गोयल ने कहा कि कांग्रेस का रूदाली गैंग भी सक्रिय होकर रूदन अभ्यास करने लगा है। अभी तक तो केवल ईवीएम पर अंगुली उठाने का अभ्यास किया जा रहा था, किंतु अब पोस्टल व सर्विस बैलेट पर भी अंगुली उठाई जा रही है। चुनाव आयोग और ईवीएम की निगरानी कर रहे प्रशासन, सैनिकों एवं सुरक्षा बलों की सत्यनिष्ठा पर भी कांग्रेस संदेह व्यक्त कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक संवैधानिक संस्थाओं पर अविश्वास करना और उन पर अंगुली उठाना कांग्रेस का नित्य कर्म हो गया है।