मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे पर, भर्ती घोटाले पर हाईकमान को देंगे फीडबैक
आकाश ज्ञान वाटिका, 20 सितम्बर 2022, मंगलवार, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धामी सोमवार देर सायं दिल्ली पहुंच गए। मुख्यमंत्री उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में भर्ती परीक्षा घोटाले और विधानसभा में नियुक्तियों के मामले को पार्टी हाईकमान के सामने रख सकते हैं।
कुमाऊं मंडल दौरे पर रहे धामी को पहले सोमवार को देहरादून लौटना था, लेकिन उन्होंने सीधे दिल्ली का रुख किया। उनके इस तीन दिनी दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विशेष रूप से प्रदेश में भर्तियों में अनियमितता को लेकर जिस तरह राजनीति गर्म है, उसे देखते हुए मुख्यमंत्री धामी केंद्रीय नेतृत्व को अपना फीडबैक देंगे। मंगलवार को उनकी मुलाकात कुछ केंद्रीय मंत्रियों के साथ हो सकती है।
उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल का सबब बने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा में घपला और विधानसभा में नियुक्तियों के मामले पर धामी सरकार बेहद सावधानी बरतते हुए आगे बढ़ रही है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री की सतर्कता का अंदाजा इससे लग सकता है कि दोषियों पर शिकंजा करने में तेजी आ चुकी है।
अब तक 40 से अधिक गिरफ्तारी हो चुकी हैं। राज्य के इन हालात के बीच मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के राजनीतिक निहितार्थ हैं। यद्यपि मुख्यमंत्री धामी को मुख्य रूप से 21 सितंबर को दिल्ली में 660 मेगावाट की महत्वाकांक्षी किसाऊ जलविद्युत परियोजना पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की बैठक में भाग लेना है।
वर्षों से लंबित इस परियोजना की डीपीआर संशोधित की जा रही है। अधिक लागत होने की स्थिति में राज्य पर बढऩे वाले खर्च के बोझ को उत्तराखंड अन्य राज्यों से साझा करना चाहता है। इसलिए बढ़ी हुई लागत को परियोजना के वाटर कंपोनेंट से जोडऩे की पैरवी मुख्यमंत्री धामी कर सकते हैं।
किसाऊ से उत्पादित बिजली में उत्तराखंड की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर सकते हैं। केंद्रपोषित योजनाओं में अधिक सहायता पाने के लिए धामी राज्य के सीमित संसाधन का पक्ष सामने रखेंगे।
दिल्ली दौरे पर धामी की भाजपा हाईकमान के साथ संभावित मुलाकात पर नजरें टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि प्रदेश में भर्ती परीक्षा घपले और विधानसभा में नियुक्तियों की जांच की अद्यतन जानकारी धामी केंद्रीय नेताओं के समक्ष रखेंगे। केंद्रीय नेतृत्व इस पूरे प्रकरण पर बेहद सख्त बताया जा रहा है। धामी का फीडबैक हाईकमान के भावी निर्णयों में भूमिका निभाता दिखाई दे सकता है।