मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ईजा-बैंणी महोत्सव में महिलाओं को किया सम्मानित
➧ प्रदेश के विकास के लिए हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान जरूरी : मुख्यमंत्री धामी
➧ मातृ शक्ति के सहयोग से होगा राष्ट्र का संपूर्ण विकास
➧ आर्मी गेट से एमबीइंटर कॉलेज चौराहे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों और छोलिया दल रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र
➧ महोत्सव के माध्यम से महिला, पुरुषों के साथ ही भावी पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक विरासत और धरोहर हस्तांतरित करने का कार्य भी किया
➧ मुख्यमंत्री ने मातृशक्ति पर पुष्प वर्षा कर किया अभिनंदन
➧ स्थानीय उत्पादों व हस्तकला को बड़ा बाजार उपलब्ध करने के लिए जल्दी उठायेंगे जरूरी कदम
आकाश ज्ञान वाटिका, गुरूवार, 30 नवम्बर 2023, देहरादून/हल्द्वानी। हल्द्वानी स्थित एमबी इंटर कालेज में गुरुवार को ईजा-बैंणी महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें नैनीताल समेत अन्य जिलों से करीब 40 स्वयं सहायता समूहों ने पहाड़ी उत्पादों के स्टाल लगाए। महोत्सव में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल जिले के लिए 713 करोड़ की 66 योजनाओं का लोकार्पण और 193 योजनाओं का शिलान्यास किया।
ईजा-बैंणी महोत्सव को लेकर आर्मी गेट से लेकर एमबीइंटर कॉलेज चौराहे तक पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र छोलिया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। विदित रहे कि कुछ समय पूर्व ही उत्तराखंड का छोलिया गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। राज्य की समृद्ध लोक सांस्कृतिक विरासत को देखकर आगंतुक भी झूम उठे। सुबह 9:00 बजे से कार्यक्रम की समाप्ति तक अपने प्रदर्शन से दर्शकों को बाँधे रखने के साथ ही उत्तराखंड की विरासत को भावी पीढ़ी तक पहुँचाया। तिकोनिया चौराहे से दुर्ग सिटी सेंटर चौराहे तक दोनों तरफ हजारों की संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री का अभिवादन किया इस दौरान स्कूली बच्चे वह महिलाओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने मातृशक्ति पर पुष्पवर्षा कर नमन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया।
महोत्सव में पहुँचे सीएम धामी का महिलाओं ने दुर्गा सिटी सेंटर में फूल मालाओं के साथ कलश यात्रा कर जोरदार स्वागत किया। इसके बाद कार्यक्रम स्थल में पहुँचे सीएम धामी ने सर्वप्रथम 713 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पणों शिलान्यास किया हुआ प्रदेश के अन्य जनपदों के विकास योजनाओं का भी शिलान्यास व लोकार्पण वर्चुअल माध्यम से किया। इसके बाद कार्यक्रम स्थल में महिला समूहों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण कर महिला समूहों का उत्साहवर्धन किया। जहाँ महिलायें मुख्यमंत्री धामी का स्वागत कर रहीं थी। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने भी महोत्सव में पहुँची महिलाओं का पुष्प वर्षा कर आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कन्या पूजन और दीप प्रज्जवलित कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महोत्सव में पहुँचे मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य के विकास के लिए महिलाओं को योगदान बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के सहयोग से राष्ट्र का संपूर्ण विकास होगा। इस दौरान उन्होंने व्यवसाय के क्षेत्र में स्टार्ट अप कर रही महिलाओं से बात कर महिला समूहों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उत्कृष्ट महिला उद्यमी महिलाओं को सम्मानित किया। जिसमें लीला मटियाली, कमला नेगी, कृति, मिनाक्षी खाती, श्रद्धा कांडपाल, हेमा परगांई, कमला नेगी, पूजा रावत, कमला अरोड़ा, गुंजन, निर्मला देवी, कोमल अधिकारी, मनोरमा, खष्टी राघव को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणायें
ईजा-बैंणी महोत्सव में पहुँचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिले के लिए कई महत्त्वपूर्ण घोषणायें की। जिसमें मुख्य रूप से जम्मू कश्मीर राजौरी में शहीद संजय बिष्ट की याद में रातीघाट स्थित इंटर कालेज को शहीद संजय बिष्ट इंटर कालेज के साथ हली मोटर मार्ग को शहीद संजय बिष्ट के नाम से जानने की घोषणा की। साथ ही राजकीय इंटर कालेज कालाढूँगी में सड़क का विस्तार, हल्द्वानी गौवंश संरक्षण के लिए जल्दी ही गौशाला निर्माण, शीशमहल स्थित फिल्टर प्लांट का क्षमता विकास, रानीबाग पुल का निर्माण करने की बात कही।
हल्द्वानी हरित कोयला परियोजना
नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम एवं एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) के मध्य एमओयू किया गया। अनुमानित परियोजना लागत रूपये 230 करोड़ है जिसे एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड एनवीवीएन), एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा ही वहन किया जाना है। यह उत्तराखंड की प्रथम सुविधा है जो नगरीय ठोस अपशिष्ट को हरित चारकोल में बदलेगी। गौला रौखड़ (गौला बायपास रोड), हल्दवानी में प्लांट प्रस्तवित है।
भारत सरकार के द्वारा अत्मनिर्भर भारत अभियान का समर्थन करने के लिए हल्द्वानी में एक “वेस्ट टू चारकोल” सुविधा स्थापित की जाएगी। जिसमें नगर निगम द्वारा एकत्रित किया गया 500 टन प्रति दिन (टीपीडी) नगरीय ठोस अपशिष्ट (एम.एस.डब्ल्यू.) को चारकोल में प्रसंस्कृत किया जायेगा। यह सुविधा पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित होगी और भारत सरकार के अत्मनिर्भर भारत अभियान का समर्थन करेगी।
यह परियोजना हल्द्वानी के लिए महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष लाभ प्रदान करेगी, जो कूड़े से मुक्त शहरों के रूप में होगा, जो भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। इस परियोजना से कार्बन उत्सर्जन में 1.5 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड में कमी की उम्मीद है।
पौष्टिकता से भरपूर है उत्तराखंड का मोटा अनाज
पहाड़ी उत्पादों की अम्मा की रसोई का लिया स्वाद
पहाड़ का मोटा अनाज यानी श्री अन्न द्वारा निर्मित स्वादिष्ट व्यंजनों का स्टालों से प्रदर्शन किया गया। महोत्सव में पहुँचे लोगों ने झंगोरे की खीर, मंडवे की पूरी, पिंडालु, दाल के पकोड़े, गहथ के दुबके आदि का स्वाद लिया। राज्य के उत्पाद अपने स्वाद के साथ ही पौष्टिकता से भरपूर है। जहां कंडाली का सेवन एनीमिया में फलदायक है वही मंडवे में दूध से अधिक कैल्शियम पाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने पारंपरिक मिट्टी का घड़ा बनाकर लोकल फॉर वोकल को किया प्रमोट
हथकरघा, ऐपन, स्वयं सहायता समूह के लगभग 40 स्टालों की प्रदर्शनी लगी
महोत्सव में लाइव कला का प्रदर्शन कर रहे कुम्हार के साथ घड़ा बनाने में हाथ बढ़ाकर सीएम ने कारीगरों का मनोबल और मान बढ़ाया। वहीं वोकल फॉर लोकल उत्पादों का प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने कहा कि लोकल उत्पाद पहाड़ की पहचान के साथ ही राज्य की आर्थिकी में भी सहायक है। विदेशों में उत्तराखंड के हथकरघा और हस्तकला की माँग बढ़ती जा रही है। हमें राज्य की कलाओं को संरक्षण और संवर्धन के साथ ही बेहतर ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर भी कार्य रहे हैं जिससे कलाकारों को उनके उत्पादों की विदेशों के साथ ही देश में भी उचित दाम मिल सके। महोत्सव में उत्तराखंड के GI Tagged उत्पादों, हर जनपद के दो उत्पाद ODTP, ऐपण उत्पादों सहित लगभग 40 स्टालों की प्रदर्शनी लगाई गई और उनकी अच्छी खासी बिक्री भी हुई।
नंदा गौरा योजना की तिथि बढ़ी
महोत्सव में पहुँची महिला सशक्तिकरण एवम् बाल विकास मंत्री और नैनीताल प्रभारी रेखा आर्या ने महिला समूहों और महिला हित के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलायें छोटे-छोटे उद्योग और पहाड़ी उत्पादों के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रही हैं, जो कि राज्य के लिए गर्व की बात ही। उन्होंने कहा कि नंदा गौरा योजना की आवेदन तिथि बढ़ाकर 20 दिसंबर कर दी गई। इच्छुक प्रतिभागी 20 दिसंबर तक आवेदन कर सकती हैं।
जिलाधिकारी वंदना ने मातृशक्ति को संबोधित करते हुए कहा आज के समय में महिलाओं को उद्योग से जुड़ने के लिए संसाधन बहुत हैं। साथ ही सरकार भी महिलाओं को सशक्त बनाने के हर संभव कार्य कर रही है। समाज में कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराईयों और कुरुतियों को हटाने के लिए हम सबको आगे आना होना।
कार्यक्रम में कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी वंदना चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मेयर डॉ० जोगेंद्र पाल रौतेला, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, मंडी अध्यक्ष डॉ० अनिल कपूर, भीमताल विधायक राम सिंह कैंड़ा, नैनीताल विधायक सरिता आर्य, लालकुआं डॉक्टर मोहन सिंह बिष्ट, रामनगर दीवान सिंह बिष्ट, एडीएम शिव चरण द्विवेदी, महिला मोर्चा अध्यक्ष अलका जीना, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बिष्ट, सुरेश भट्ट सहित काफी संख्या में महिलायें मौजूद रही।