कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने किया ‘उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध 47वां सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले’ का शुभारंभ
आकाश ज्ञान वाटिका, रविवार, 15 अक्टूबर 2023, टिहरी गढ़वाल। उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध 47वां सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का हुआ शुभारंभ। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं जनपद प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर मेले का ध्वजारोहण कर मेले के शुभारम्भ की घोषणा की गई। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नरेंद्रनगर राजेन्द्र विक्रम सिंह पंवार आदि अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि द्वारा विकास प्रर्दशनी का रिबन काटकर उद्घाटन किया गया तथा विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित स्टालों का निरीक्षण कर जानकारी ली गई। इसके साथ ही मुख्य अतिथि एवं अन्य गण मन्यों द्वारा अमर शहीद श्री देव सुमन, भीमराव अंबेडकर, भारत रत्न स्व० पंडित गोविन्द बल्लभ पंत, स्व० श्री हेमवती नन्दन बहुगुणा की मूर्तियों तथा नरेंद्रनगर के स्वतंत्र संग्राम के शहीद एवं सैनानी स्मारक पर मल्यार्पण किया गया।
रामलीला मैदान नरेंद्रनगर टिहरी गढ़वाल में आयोजित मेले में मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमन्यों द्वारा मंच पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस मौके पर उत्तराखंड पुलिस बैन्ड की मधुर धुन एवं अल्मोड़ा के सांस्कृतिक दलों के शानदार छोलिया नृत्य के साथ झाँकियों का प्रर्दशन शुरू किया गया। प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च स्तर के विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा उत्तराखण्ड संस्कृति, वेषभूषा, महिला सशक्तिकरण, जी-20, मिशन चंद्रयान-3, निर्वाचन में महिलाओं की शत प्रतिशत मतदान भागीदारी (सखी पोलिंग बूथ), कौशल विकास, राम दरबार, श्री कृष्ण की गोवर्धन लीला, श्री अन्न मिलेट्स आदि विषयों पर शानदार प्रर्दशन किया गया।
मेले में मुख्य अतिथि मा० वित्त, शहरी विकास, विधायी एवं संसदीय कार्य, जनगणना तथा पुर्नगठन मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार/जनपद प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा सभी को मेले की बधाई एवं शुभकामनायें दी गई। उन्होंने कहा कि बहुत ही शुभ नवरात्र के अवसर सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का शुभारंभ हो रहा है, माँ कुंजापुरी का आशीर्वाद हमारी देवभूमि पर बना रहे। उन्होंने कहा कि मेले मेल-मिलाप का माध्यम होते हैं, जो हमारी संस्कृति, परंपरा को आगे बढ़ाते हैं। उत्तराखंड की संस्कृति एवं सभ्यता अन्य प्रदेशों से अलग है। मा० प्रधानमंत्री जी ने बाबा केदारनाथ धाम से कहा है कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। राज्य सरकार उत्तराखण्ड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उनके द्वारा प्रदेश के विकास में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सभी से संकल्प लेने की अपील की गई। उनके द्वारा नरेन्द्रनगर के अवस्थापना संबंधी कार्यों हेतु अवस्थापना निधि से सहयोग किये जाने का आश्वासन दिया गया।
इस मौके पर मा० वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने सभी को मेले एवं नवरात्रों की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले ने क्षेत्र के विकास एवं खेलों का आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्रनगर बाजार को हेरिटेज के रूप में विकसित किया जायेगा। क्षेत्र में ऑडिटोरियम एवं सामुदायिक भवन का विस्तारीकरण तथा डिग्री कॉलेज का विस्तारीकरण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नरेन्द्रनगर में जी-20 एवं मध्ये क्षेत्रीय बैठक के आयोजन से क्षेत्र को निश्चित ही अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर एवं पर्यटन के क्षेत्र में एक पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक नगरी है और समय के साथ इसको आगे बढ़ाने का कार्य किया जाना आवश्यक है।
प्रातः माँ कुंजापुरी मंदिर में विधिवत् पूजन एवं हवन किया गया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी मौजूद रहे। इस दौरान खिलाड़ियों की आवाजाही हेतु केयर इण्डिया ग्रुप द्वारा सीएसआर मद से बस दिये जाने पर केयर इण्डिया ग्रुप के जशोदा देवी एवं रमा देवी को सम्मानित किया गया। आठ दिवसीय सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले के अवसर पर आज 15 अक्टूबर रविवार को रात्रि 9ः30 बजे लोकगायिका मीना राणा, रोहित चौहान द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। वहीं कल दिनांक 16 अक्टूबर को पूर्वाह्न 11:00 बजे महिला बॉलीबाल ओपन प्रतियोगिता का विधिवत उद्घाटन कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या द्वारा किया जायेगा तथा रात्रि 8:00 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
मेले के उद्घाटन के अवसर पर ब्लॉक प्रमुख नरेन्द्र नगर राजेन्द्र भण्डारी, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मुनि की रेती रोशन रतूड़ी, अध्यक्ष नगर पंचायत गजा मीना खाती, समाजसेवी बच्चन पोखरियाल, एसडीएम नरेन्द्रनगर देवेन्द्र सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी/कर्मचारी, छात्र छात्रायें एवं क्षेत्रीय जनसमूह मौजूद रहा।