पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर साधा निशाना, जानिए क्या कहा ?
आकाश ज्ञान वाटिका, 3 अप्रैल 2021, शनिवार, देहरादून। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना त्रिवेंद्र सरकार में उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाने और उनके कार्यकाल में हुए कार्यों पर अंगुली उठाने को लेकर श्रम मंत्री डा. हरक सिंह रावत के मन की टीस नेतृत्व परिवर्तन के बाद अब उजागर हुई है। डा. रावत ने इशारों ही इशारों में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि नीयत आदमी की सही होनी चाहिए। अगर हम जनहित में सही कार्य कर रहे हैं और उसमें कोई जबदरस्ती टांग अड़ाने की कोशिश करेगा तो प्रकृति न्याय करती है।
तीन हफ्ते पहले भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत सबसे ज्यादा मुखर नजर आ रहे हैं। हालांकि, वह पूर्ववर्ती सरकार के दौरान भी बेबाक बयान देते रहे, मगर अब तो उन्होंने हमलावर अंदाज ही अख्तियार कर लिया है। पिछले दिनों गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने के त्रिवेंद्र सरकार के फैसले पर असहमति जता चुके हरक ने शुक्रवार को फिर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को निशाने पर लिया। रावत ने कहा, ‘हम कौन होते हैं किसी को कोई नुकसान पहुंचाने वाले। समय सबसे बड़ा बलवान है। घमंड तो रावण का भी नहीं रहा। यदि किसी में घमंड आ जाए तो वह बेवकूफी है। पद कोई घमंड करने के लिए नहीं है। यदि हम मंत्री बन गए तो घमंड करने के लिए नहीं बने, जनता की सेवा के लिए बने हैं। मंत्री बनने के बाद हमारा व्यवहार और अच्छा होना चाहिए। जो भी व्यक्ति अपनी पीड़ा लेकर आता है तो उसे अपनी पीड़ा समझकर हम कार्य करेंगे, तभी उसके साथ न्याय कर पाएंगे।’ उन्होंने कहा कि घमंड तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भी नहीं रहा। मुख्यमंत्री रहते हुए जनता ने उन्हें दो-दो जगह से सबक सिखाया था। उन्होंने कहा कि यदि कोई प्रकृति के न्याय को नहीं समझ रहा है तो क्या किया जा सकता है। कैबिनेट मंत्री रावत ने एक सवाल पर कहा कि भाजपा जो कहती है वह करती है। उसके नेताओं के शब्दों में वजन है, वे जो बात कहते हैं, उसे निभाते हैं। इस क्रम में उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार में हम पांच मंत्री थे, हमें पार्टी ने सम्मान दिया।
इतना ही नहीं, त्रिवेंद्र सिंह रावत विधायक जीतकर आए थे, उन्हें पार्टी ने मुख्यमंत्री बनाया तो सभी ने स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का व्यवहार कैसा था और वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का व्यवहार कैसा है, यह सभी जानते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि समय सब देखता है। किसी को भी घमंड नहीं करना चाहिए।