पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर बड़ी आतंकी साजिश नाकाम, IED के साथ 2 फिदायीन समेत 7 गिरफ्तार
आकाश ज्ञान वाटिका, 10 मार्च 2021, बुधवार। कश्मीर में शांति बहाली के तैनात सुरक्षाबलों की कड़ी सतर्कता की वजह से एक बार फिर घाटी को दहलने से बचा लिया गया है। कश्मीर में एक बार फिर पुलवामा कांड दोहराने की साजिश रच रहे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के दो फिदायीनों को सुरक्षाबलों ने आइईडी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। यही नहीं इन दोनों से पूछताछ के आधार पर कश्मीर के विभिन्न इलाकों से पांच और आतंकियों की भी गिरफ्तारी की गई है। सुरक्षाबलों का कहना है कि आइईडी लगाने की साजिश रचने वाले दो आतंकियों में एक बीए पार्ट-1 का छात्र शामिल है। ये सभी सात आतंकी कुछ माह पहले ही आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने आतंकी मॉड्यूल के भंडाफोड़ की पुष्टि करते हुए कहा कि ये सभी आतंकी दक्षिण कश्मीर के इलाकों में IED या फिदायीन हमलों की योजना बना रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि पहले पकड़े गए दो युवाओं से पूछताछ के आधार पर ही अन्य पांच को गिरफ्तार किया गया। यही नहीं पुलिस ने वह कार भी बरामद कर ली है, जिसमें आइईडी लगाई जानी थी। आइजीपी ने पत्रकारों को बताया कि अवंतिपोरा पुलिस को यह जानकारी मिली कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद मिलकर फिदायीन हमले की साजिश रच रहे हैं। यही नहीं इन हमलों की जिम्मेदारी संगठन में हाल ही में शामिल हुए कुछ युवाओं को सौंपी गई है। सूचना मिलते ही अवंतीपोरा पुलिस और सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया। इससे पहले की आतंकी साजिश को अमल में लाते सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को आइईडी के साथ गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवाओं में बीए-पार्ट-1 का एक छात्र साहिन नजीर निवासी पांपोर भी शामिल था। पूछने पर उसने बताया कि वह सोशल मीडिया पर जारी वीडियो से प्रेरित होकर संगठन में शामिल हुआ। उसने पुलिस को उन पांच लोगों के बारे में भी जानकारी दी, जिन्होंने उसकी मदद की। वह आतंकी संगठनों के लिए ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर काम करते थे।
पुलिस ने पांचों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ एक कार जिसकी नंबर JK01E-0690 भी बरामद कर ली जिसे आइईडी विस्फोट के लिए इस्तेमाल किया जाना था। साहिल ने यह बात भी मानी की वे उत्तरी कश्मीर के एक ओवरग्राउंड वर्कर की मदद से IED से लैस एक वाहन को ले जाने वाले थे। हालांकि अभी तक उन्हें लक्ष्य की सूचना नहीं दी गई थी।