तम्बाकू के दुष्प्रभावों को लेकर युवाओं को किया जागरूक
- युवाओं को तम्बाकू एवं नशीले पदार्थों से परहेज करनी चाहिए : डॉ० मनोज उप्रेती
[highlight]”कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए युवाओं और किशोरों को तम्बाकू पदार्थों से दूरी बनानी होगी, क्योंकि तम्बाकू उत्पाद फेफड़ों को कमजोर करते हैं। जिस कारण कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक एवं जानलेवा साबित हो सकता है।” : मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० मनोज उप्रेती[/highlight]
आकाश ज्ञान वाटिका, 20 जुलाई 2021, मंगलवार, देहरादून। आज, मंगलवार 20 जुलाई को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय देहरादून के तत्वावधान में जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा युवाओं में तम्बाकू उत्पदों के उपभोग से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने हेतु एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्य नर्सिंग कॉलेज, चंदर नगर देहरादून में आयोजित इस कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० मनोज उप्रेती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन.एच.एम., डॉ० दिनेश चौहान एवं राज्य निर्सिंग कॉलेज के प्रधानाचार्य राजकुमार द्वारा किया गया। कार्यशाला में नर्सिंग कॉलेज के 100 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला में तम्बाकू उत्पादों के उपभोग से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी तथा साथ ही विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया कि भविष्य में जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा करते हुए किस प्रकार से अन्य लोगों को तम्बाकू छोड़ने हेतु प्रेरित किया जा सकता है। युवाओं के अभिमुखीकरण हेतु कार्यशाला में रंगोली एवं पोस्टर गतिविधि का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों द्वारा तम्बाकू निषेध पर रचनात्मक प्रस्तुतियाँ तैयार की गयी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० मनोज उप्रेती ने कहा कि युवाओं को तम्बाकू एवं नशीले पदार्थों से परहेज करनी चाहिए। तम्बाकू उत्पाद न सिर्फ बीमारियों को जन्म देते हैं बल्कि मौजूदा बीमारियों की गंभीरता को भी बढ़ावा देते हैं। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए युवाओं और किशोरों को तम्बाकू पदार्थों से दूरी बनानी होगी, क्योंकि तम्बाकू उत्पाद फेफड़ों को कमजोर करते हैं। जिस कारण कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक एवं जानलेवा साबित हो सकता है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश चौहान ने बताया कि तम्बाकू निषेध हेतु जनपद में विभिन्न जागरूक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। युवा तम्बाकू उत्पादों के उपभोग के लिए संवेदनशील वर्ग में आते हैं। इसलिए उन्हें तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य है कि इस मुहिम को जनपद के प्रत्येक युवा तक पहुँचाया जाए।
कार्यशाला में श्रीमती सत्या, जिला सलाहकार तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अर्चना उनियाल, सामाजिक कार्यकर्ता रेखा उनियाल, मनोवैज्ञानिक डॉ० अनुराधा सहित प्रतिभागी उपस्थित रहे।