आमजन के दर्शनार्थ रखा गया अटलजी का अस्थि कलश, इन नदियों में होगा विसर्जन
देहरादून: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां देवभूमि उत्तराखंड में चार स्थानों ऋषिकेश, बदरीनाथ, बागेश्वर व हल्द्वानी में विसर्जित की जाएंगी। गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में अस्थित कलश को आमजन के दर्शनार्थ रखा गया है। शुक्रवार को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा।
हरिद्वार में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के बाद उनकी अस्थियां देशभर में सौ स्थानों पर पवित्र नदियों में विसर्जित करने का भाजपा ने निश्चय किया है। उत्तराखंड में बदरीनाथ, ऋषिकेश, बागेश्वर व हल्द्वानी में अस्थि विसर्जन होना है। इस सिलसिले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू बुधवार को दिल्ली से अस्थि कलश लेकर शाम को जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे।
जौलीग्रांट से सड़क मार्ग से अस्थि कलश को रथ (विशेष वाहन) से प्रदेश भाजपा कार्यालय लाया गया। इससे पहले जौलीग्रांट, डोईवाला, मियांवाला और रिस्पना पुल पर खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी के अलावा प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार, विधायक हरबंस कपूर, गणेश जोशी व खजानदास, प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र बिष्ट, सह मीडिया प्रभारी बलजीत सोनी, महिला मोर्चा की अध्यक्ष अनीता ममगांई, शमशेर पुंडीर, रविंद्र कटारिया, श्याम पंत आदि मौजूद थे।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मंत्री व विधायक अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। अस्थि कलश आमजन के दर्शनार्थ रखा गया।
शुक्रवार को अस्थि कलश को विसर्जन के लिए ले जाए जाएंगे। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के लिए मंत्रियों, विधायकों व भाजपा नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। बदरीनाथ में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ विधायक महेंद्र भट्ट व जिलाध्यक्ष मोहन थपलियाल यह जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि बागेश्वर में राज्यमंत्री रेखा आर्य, विधायक बलवंत भौर्याल, कैलाश शर्मा व जिलाध्यक्ष शेर सिंह गड़िया, हल्द्वानी में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, प्रदेश महामंत्री गजराज बिष्ट, प्रदेश कोषाध्यक्ष आशीष गुप्ता व जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट और ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल व जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर को यह जिम्मा दिया गया है।