पूर्व सैनिकों के कल्याण, उनकी राष्ट्र को समर्पित सेवाओं के संकल्प को दोहराने के उद्देश्य से मनाया जाता है, “सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस”
आकाश ज्ञान वाटिका, 14 जनवरी 2022, शुक्रवार, देहरादून। भारत में, पूर्व सैनिकों के सम्मान में सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस (Armed Forces Veterans’ Day) वर्ष 2017 से प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को मनाया जाता है। सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस का उद्देश्य राष्ट्र की सेवा में हमारे दिग्गजों की नि:स्वार्थ भक्ति और बलिदान को स्वीकार करना और उनका सम्मान करना है। छठवां सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस (Armed Forces Veterans’ Day) इस वर्ष 14 जनवरी 2022 को अर्थात आज मनाया जा रहा है।
कब और क्यों मनाया जाता है सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस (Armed Forces Veterans’ Day)
फील्ड मार्शल के.सी. करियप्पा (KM Cariappa, OBE) ने 15 जनवरी, 1949 को जनरल सर फ्रांसिस बुचर (भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ) से भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ (Commander-in-Chief) का पदभार ग्रहण किया था, इसलिए प्रतिवर्ष 15 जनवरी को थल सेना दिवस (Army Day) मनाया जाता है।
भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ (Commander-in-Chief) फील्ड मार्शल के.सी. करियप्पा 14 जनवरी 1953 को सेवानिवृत्त हुए। राष्ट्र को समर्पित उनकी महान सेवाओं को याद करने एवं सम्मान देने के उद्देश्य से सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस (Armed Forces Veterans’ Day) मनाया जाता है।
विदित रहे कि फील्ड मार्शल के.एम. करिअप्पा का जन्म 28 जनवरी 1899 को कर्नाटक के पूर्ववर्ती कूर्ग में शनिवर्सांथि नामक स्थान पर हुआ था। इस स्थान को अब ‘कुडसुग’ नाम से जाना जाता है। उनके पिता कोडंडेरा माडिकेरी में एक राजस्व अधिकारी थे। वे वह अपने परिवार सहित लाइम कॉटेज में रहा करते थे। करिअप्पा के तीन भाई तथा दो बहनें भी थीं। करिअप्पा को घर के सभी लोग प्यार से ‘चिम्मा’ कहकर पुकारते थे।
सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस मनाने का उद्देश्य
सशस्त्र सेना अपने पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों की देखभाल करने में गर्व महसूस करती हैं। भारतीय सेना अपने सेवानिवृत्त कर्मियों के बलिदान और कड़ी मेहनत को पहचानती है और उनके कल्याण के उद्देश्य से कई पहल करती आयी है। इस दिन राष्ट्र निर्माण व इसकी रक्षा में उनके अमूल्य योगदान और उनके बलिदानों के सम्मान में भारतीय सेना देशभर में उनकी आवश्यकताओं और विभिन्न पहलुओं को कवर करते हुए नियमित कार्यक्रम चलाती है।
इस वर्ष भी पूर्व सैनिक दिवस पर अनेक विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें चिकित्सा शिविर, नौकरी लगाने के क्षेत्र में विभिन्न पहलों पर जागरूकता कार्यक्रम, कौशल विकास, शिक्षा सुविधायें, पेंशन पात्रता और अन्य संबंधित मुद्दों पर पूर्व सैनिकों की मदद करना शामिल है।
विदित रहे कि गत वर्ष, 14 जनवरी 2021 को तत्कालीन चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ एडमिरल करमबीर सिंह ने 1971 के युद्ध के समस्त बहादुर और साहसी सैनिकों को समर्पित ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ गीत जारी किया था।
इस ावस्डर पर विभिन्न आयोजनों में पूर्व सैनिकों के लाभ के लिए कई स्टॉल लगाए जाते हैं, जिसमें स्वास्थ्य और चिकित्सा जाँच शिविर, नौकरी लगाने और पुनर्वास स्टाल शामिल थे।