ऋषिकेश एम्स के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे अमित शाह, देंगे विद्यार्थियों को उपाधि
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि गृहमंत्री भारत सरकार अमित शाह विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान करेंगे। समारोह में 13 छात्र- छात्राओं को पदक देकर भी सम्मानित किया जाएगा।
इससे पहले सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बीएसएफ के चार्टर विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। एयरपोर्ट पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के अलावा उत्तराखंड सरकार में मंत्री मदन कोशिक, हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, विधायक हरबंस कपूर आदि कई भाजपा के नेताओं ने उनका स्वागत किया। यहां से वे सड़क मार्ग से एम्स ऋषिकेश रावना हुए।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक प्रतिभाग कर रहे हैं। दीक्षांत समारोह में कुल 252 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। जिनमें एमबीबीएस 2013 बैच के 73, 2014 बैच के 92, एमडीएमएस के 14, बीएससी नर्सिंग के 57 व एमएससी नर्सिग के 16 विद्यार्थी शामिल हैं। समारोह में मुख्यमंत्री उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत, संस्थान के अध्यक्ष प्रो. समीरन नंदी आदि अतिथि भी मौजदू हैं।
अटल बिहारी वाजपेई ने आम आदमी को बेहतर स्वास्थ्य का सपना देखा था: केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने देश के आम आदमी को बेहतर स्वास्थ्य का सपना देखा था। उनके कार्यकाल में एम्स की स्थापना हुई। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज ने इस काम को आगे बढ़ाया। ऋषिकेश में एम्स की स्थापना उन्हीं के कार्यकाल में हुई थी, मुझे खुशी है इस बात की कि तेजी के साथ विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहां से उपाधि लेने वालों सम्मानित करने का मौका मिल रहा है यह भी हमारे लिए गौरव की बात है। यहां स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे। इसका लाभ सिर्फ उत्तराखंड कोई नहीं मिल रहा है, बल्कि देश के पश्चिम क्षेत्र को भी इसका लाभ मिल रहा है। सेवाओं की शत-प्रतिशत उपलब्धता होना बड़ी बात है। आने वाले समय में देश को 22 और एम्स मिलने वाले हैं। अटल बिहारी वाजपेई 6 एम्स से शुरुआत की थी। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस काम को तेजी के साथ आगे बढ़ाया है।
ऋषिकेश पूरे विश्व में है योग की राजधानी: रमेश पोखरियाल निशंक
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि ऋषिकेश पूरे विश्व में योग की राजधानी है। अध्यात्म के शिखर का यह स्थान है। यहां दीक्षा समारोह का होना गौरव की बात है। उपाधि ग्रहण करने वालों को समाज में जाकर लोगों के जीवन की रक्षा करनी है। अयोध्या की भूमिका यहां से जाने वाले छात्र-छात्राओं को निभानी है। देश के विराट व्यक्तित्व गृह मंत्री अमित शाह के हाथों आप सभी को उपाधि मिल रही है, यह बड़े गौरव की बात है। निशंक ने कहा कि देश की श्रेष्ठता के लिए योद्धा पुरुष बनकर सामने आए हैं अमित शाह। दुनिया में हम से ही ज्ञान विज्ञान को सिखा है। 370 का विषय या नागरिक कानून का विषय हो पिछले 70 वर्षों से लंबित इन सभी समस्याओं का निस्तारण प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गृहमंत्री ने किया है। केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 22 और नए एम्स खुलने जा रहे हैं। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज ने इस एम्स का शिलान्यास किया। इस संस्थान ने देश के कई कीर्तिमान को तोड़ा है। स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मुझे सेवा करने का मौका मिला। अब केंद्र में सेवा का मौका मिल रहा है। मुझे पूरा भरोसा है कि यहां से पढ़कर निकलने वाले छात्रों की यात्रा यहीं समाप्त नहीं होगी। देश और विश्व में यह नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
एम्स ऋषिकेश बनने जा रहा है उत्तराखंड का एक नया धाम : प्रोफेसर रविकांत
एम्स ऋषिकेश के अध्यक्ष प्रोफेसर समीरन नंदी ने कार्यक्रम शुभारंभ की घोषणा की। एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया। एम्स की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने कहा कि एम्स ऋषिकेश उत्तराखंड का एक नया धाम बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री की ओर से संस्थान को 200 एकड़ भूमि और दी जा रही है। एम्स ऋषिकेश 24 घंटा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। नर्सिंग को हमने ज्यादा फोकस किया है। अब तक 1,18,000 मरीज यहां इंडोर में भर्ती किए हैं।136 स्पाइन सर्जरी हम कर चुके हैं। साथ ही 727 ज्वाइंट रिप्लेसमेंट किए गए। निदेशक ने कहा कि उत्तराखंड की विषम परिस्थिति को देखते हुए हेली रेस्क्यू को हम बढ़ावा देंगे। एम्स के भीतर तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। एम्स निदेशक रविकांत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के सपने को साकार करने में यह कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। भविष्य में संस्थान को 2000 और शयाओं के विस्तार की आवश्यकता है।