राज्य मंत्रिमंडल की चर्चाओं के बीच अब सबकी नजरें दिल्ली पर टिक
राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चाओं के बीच अब सबकी नजरें दिल्ली पर जाकर टिक गई हैं। दो दिन पहले प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान इस विषय में हरी झंडी के बाद अब मुख्यमंत्री केंद्रीय संगठन के नेताओं से इस संबंध में विमर्श करेंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत दिल्ली में ही मौजूद रहे। सोमवार को दिनभर व्यस्त कार्यक्रमों के कारण माना जा रहा है कि अब मंगलवार को आलाकमान के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर मुख्यमंत्री की चर्चा हो सकती है।
मार्च 2017 में उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने सत्ता संभाली। तब मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल में 10 ही सदस्य शामिल किए गए। हालांकि उत्तराखंड में अधिकतम 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल हो सकता है। पिछले वर्ष कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के असामयिक निधन के कारण मंत्रिमंडल में एक स्थान और खाली हो गया। तब से ही लगातार यह कयास लगते रहे कि मुख्यमंत्री कार्य की अधिकता के कारण जल्द अपनी टीम में नए सदस्यों को शामिल करेंगे। अभी हाल ही में स्वयं मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि जल्द मंत्रिमंडल में नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में भेंट की। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा हुई और मुख्यमंत्री को इसके लिए हरी झंडी मिल गई। मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं के जोर पकडऩे पर तमाम दावेदार विधायक भी सक्रिय हो गए हैं और दून से दिल्ली तक अपने संपर्कों के जरिये लाबिंग में जुटे हुए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत सिंह समेत उत्तराखंड के वरिष्ठ भाजपा नेता दिल्ली में ही मौजूद हैं। सोमवार को भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा के चुनाव के लिए ये सभी दिग्गज दिल्ली पहुंचे।
सूत्रों के मुताबिक व्यस्त कार्यक्रम के कारण सोमवार को मुख्यमंत्री की केंद्रीय संगठन के नेताओं से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर औपचारिक बातचीत नहीं हो पाई। माना जा रहा है कि अब मंगलवार को मुख्यमंत्री आलाकमान से इस संबंध में चर्चा करेंगे। सोमवार को सभी की नजरें दिल्ली पर टिकी रहीं। समझा जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री अपनी टीम में खाली तीन स्थानों पर नए चेहरों को शामिल कर लेंगे।