फर्जी डिग्री मामले में शिक्षकों के बाद दो सीईओ भी जांच के दायरे में
देहरादून: एसआइटी को प्रदेश के दो मुख्य शिक्षा अधिकारियों की डिग्री को लेकर भी शिकायतें मिली हैं। एसआइटी ने दोनों प्रकरण शिक्षा विभाग और शासन के ध्यानार्थ भेज दिए हैं। इस मामले में जो भी दिशा-निर्देश शासन से मिलेंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सीआइडी (अपराध अनुसंधान विभाग) की एसआइटी प्रदेश में 2012 से 2016 के बीच भर्ती हुए शिक्षकों की डिग्री की जांच कर रही है। ढाई सौ से ज्यादा शिकायती पत्रों के आधार पर बेसिक और माध्यमिक शिक्षकों की डिग्रियों को जांच के दायरे में रखा गया है। अभी तक एसआइटी फर्जी प्रमाणपत्र वाले 55 शिक्षकों को पकड़ चुकी है। इसमें से 24 के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं।
एसआइटी सूत्रों का कहना है कि हाल ही में दो वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों की डिग्री को लेकर लिखित शिकायतें मिली हैं। शिकायती पत्र में इन अधिकारियों की डिग्री पर सवाल उठाए गए हैं। हालांकि, शासन के आदेश के तहत यह जांच एसआइटी के दायरे से बाहर है। लेकिन एसआइटी ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में शासन और शिक्षा निदेशालय से दिशा-निर्देश मांगे हैं। तभी आगे कार्रवाई हो सकेगी। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारी गढ़वाल और कुमाऊं में बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
निर्देश के अनुसार होगी कार्रवाई
एएसपी सीआइडी, एवं प्रभारी एसआइटी श्वेता चौबे के मुताबिक ऐसी कुछ शिकायतें एसआइटी को मिली थीं। जांच से पहले इनको शिक्षा निदेशालय और शासन को भेजा गया है। प्रकरण में जो निर्देश मिलेंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
एसआइटी की अब तक की कार्रवाई
जनपद———-पकड़े गए शिक्षक—–दर्ज मुकदमे
हरिद्वार——————23—————11
देहरादून——————12—————01
उधमसिंहनगर———–11—————08
रुद्रप्रयाग—————–04—————03
नैनीताल——————01—————01
पौड़ी———————–02————–00
अल्मोड़ा——————01————–00
पिथौरागढ़—————-01————–00