Breaking News :
>>खेल मंत्री रेखा आर्या ने खुद राफ्टिंग कर राष्ट्रीय खेलों की तैयारी का किया निरीक्षण>>पिथौरागढ़ जिले में जमीन की खरीद फरोख्त पर तलब की रिपोर्ट>>कभी देखा है नीले रंग का केला, गजब है इसका स्वाद, जबरदस्त हैं फायदे>>ज्योर्तिमठ में येलो और ग्रीन केटेगरी के भवनों को अस्थाई मरम्मत की मिली अनुमति>>ट्रंप के साथ एलन मस्क की जबरदस्त जुगलबंदी>>जनपद में जल्दी दिखेंगी आधुनिक आउटलेट/कैफे/रेस्टोरेंट, महिला स्वंय सहायता समूहों के उत्पादों को मिलेगी विपणन की सुविधा>>रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लाओ पीडीआर में जापानी और फिलीपीन रक्षा मंत्रियों से की मुलाकात>>ट्रक और इनोवा की टक्कर से छह युवाओं की दर्दनाक मौत के मामले में कंटनेर ड्राइवर की हुई पहचान, जल्द होगी गिरफ्तारी >>38वें राष्ट्रीय खेलों के दृष्टिगत शासन ने जारी किया संशोधित शासनादेश>>भारतीय संस्कृति और परंपराएं गुयाना में फल-फूल रही है- प्रधानमंत्री>>गंगा किनारे अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले युवक- युवती पर मुकदमा दर्ज >>डिजाइनर सूट पहन रकुल प्रीत सिंह ने दिखाई दिलकश अदाएं, एक्ट्रेस की हॉटनेस देख फैंस हुए घायल>>कृषि मंत्री गणेश जोशी ने 28वी आई०सी०ए०आर० क्षेत्रीय समिति-प्रथम की बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से किया प्रतिभाग>>….तो अब मसूरी को मिलेगी जाम के झाम से निजात>>ठंड में घुटने के दर्द से परेशान हैं? राहत पाने के लिए रोजाना 15 मिनट करें ये एक्सरसाइज>>मंत्री रेखा आर्या ने सुनी सस्ता गल्ला राशन डीलर्स की समस्याएं>>मेले में योगदान देने वाले कर्मी और छात्र -छात्राओं का हुआ सम्मान>>जलवायु संकट अभी भी मुद्दा नहीं>>उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्दी जारी होगी>>प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
उत्तराखण्डचम्पावत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में “आदर्श चम्पावत, उत्तराखण्ड @ 25” के सम्बन्ध में आयोजित की गई बैठक

प्रत्येक 3 माह में आदर्श चंपावत को लेकर आयोजित बैठक में वह स्वयं प्रतिभाग करेंगे : मुख्यमंत्री

आत्मनिर्भर और आदर्श उत्तराखण्ड का निर्माण तभी संभव है, जब राज्य का हर जनपद हर गाँव आदर्श होगा : मुख्यमंत्री

आकाश ज्ञान वाटिका, 24 फ़रवरी 2023, शुक्रवार, चम्पावत। आदर्श चम्पावत, उत्तराखण्ड @ 25 के सम्बन्ध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में आदर्श चम्पावत हेतु नोडल एजेंसी उत्तराखण्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के साथ विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के संस्थान, एजेंसियों व रेखीय विभागों के अधिकारियों व वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। इसी परिकल्पना को पूर्ण करने एवं सभी हिमालयी राज्यों के समक्ष उत्तराखण्ड को एक मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए उत्तराखण्ड @ 25 हम जनपद चंपावत को एक मॉडल जिला बनाने में सफल होंगे। यह योजना लक्ष्य तक पहुँचे हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर और आदर्श उत्तराखण्ड का निर्माण तभी संभव है, जब राज्य का हर जनपद हर गाँव आदर्श होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का हमारा सपना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के इस दौर में शोध, अनुसन्धान और नवाचार के बिना पूरा नहीं किया जा सकता। उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद इस अति महत्वपूर्ण कार्य में नोडल एजेंसी की भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जब भी कोई नीति बनायें उसमें पूरे समाज और हर विभाग के हर वर्ग के विचारों और आवश्यकताओं का समावेश हो, क्योंकि हमें अपने में परिपूर्ण, उत्तम मॉडल विकसित करना है जिसे अन्य हिमालयी राज्य भी भविष्य में अंगीकार करें और खुशी खुशी अपनायें। यहाँ विकसित विकास मॉडल उत्तराखंड समेत अन्य हिमालयी राज्यों का भी प्रतिनिधित्व करेगा और इसे राज्य के अन्य जिलों में भी दोहराया जायेगा।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विभिन्न संस्थानों के विषय विशेषज्ञों के द्वारा विज्ञान और तकनीक की मदद से क्षेत्र विशेष की जरूरतों को ध्यान में रखकर योजनायें विकसित की जायें तभी हम विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। चम्पावत जनपद में किसानों के द्वारा मुख्य रूप से दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, औषधीय एवं सुगंधीत पौधो की खेती फल उत्पादन एवं प्रसंस्करण, मधु उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य करके अपनी आजीविका अर्जित कर रहे है इसे आगे बढ़ाया जाय। उन्होंने कहा कि चंपावत जिला नदियों,वनों धार्मिक स्थलों व प्राकृतिक रूप से आच्छादित है यहाँ जो अनेक संभावनाएं हैं उसे सजोते हुए एक मॉडल के रूप में उन्हें विकसित किया जाय। यह जिला मॉडल जिला बने इस हेतु सभी संस्थान मिलकर कार्य करें। जिले के माँ पूर्णागिरि धाम में लाखों दर्शनार्थी/धार्मिक पर्यटक आते हैं, उन्हें 4 या 5 दिन तक जिले के अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों तक लाने हेतु जिलाधिकारी चंपावत द्वारा जो प्रस्ताव तैयार किया गया है उस पर कार्य किया जाय।

उन्होंने कहा कि जनपद में लोगों की आजीविका बढ़ाए जाने हेतु दुग्ध उत्पादन कृषि बागवानी, सुगन्धित पौधों और फूलों की खेती, स्थानीय मसालों की खेती और विपणन/मार्केटिंग, होम स्टे योजना के तहत स्थानीय लोगों का कौशल विकास प्रशिक्षण, पारम्परिक विरासत का संरक्षण और पर्यटन के क्षेत्र में इनका सदुपयोग, प्राकृतिक संसाधनों का उचित प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, सांस्कृतिक विरासत मानचित्रण, टेली मेडिसिन, टेली एजुकेशन टेली कम्युनिकेशन पर तकनीकी सहायता तथा प्रशिक्षण आदि पर विशिष्ट कार्ययोजनएं तैयार की जा सकती हैं। हर क्षेत्र में विकास की अपार सम्भावनायें हैं, जैसे मछली पालन के लिए विकसित तकनीक स्थापित करना, फिश एंगलिंग के जरिये पर्यटन के क्षेत्र में जनपद को वैश्विक मानचित्र पर पहचान दिलाना, मत्स्य विकास योजना और पशुपालन के क्षेत्र में पशुधन, बकरी और मुर्गी पालन में और अधिक कार्य किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चंपावत की सराहना करते हुए हुए कहा कि उनके द्वारा चंपावत जिले के विकास हेतु निरंतर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजे जा रहे हैं जिनमें तेजी से स्वीकृति प्रदान कर धनराशि भी आवंटित हो रही है इसी प्रकार यूकॉस्ट के द्वारा भी अनेक कार्य कराए जा रहे हैं जिसमें लैब ऑन व्हीलस के अन्तर्गत चम्पावत जिले में मोबाइल वैन का प्रदर्शन किया जा रहा है। लैब ऑन व्हीलस के प्रोग्राम के अंतर्गत विद्यार्थियों को विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों के माध्यमः से रूबरू कराया जा रहा है। इस मोबाइल वैन के माध्यम से विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदा होगी, साथ ही जनपद शिक्षा में सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग व एजेंसियां एक दूसरे के साथ अपनी योजनाऐं साझा करें और आपसी समन्वय के जरिये उन्हें क्रियान्वित करें। साथ ही आदर्श चम्पावत हेतु भविष्य के लिए कार्ययोजना तैयार करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक 3 माह में आदर्श चंपावत को लेकर आयोजित बैठक में वह स्वयं प्रतिभाग करेंगे तथा जिला स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक माह इसकी समीक्षा की जाएगी उन्होंने कहा कि संस्थान एवं विभागों के द्वारा आदर्श चम्पावत हेतु जो भी कार्ययोजना बनायी गयी है उसे समय पर धरातल पर लाया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में जंगली जानवरों से खेती को नुकसान किए जाने की सबसे अधिक समस्या आ रही है इस समस्या के स्थायी समाधान हेतु जनपद चंपावत से ही एक मॉडल तैयार किया जाय जिसे अन्य जिले भी अपनायें।

बैठक में सांसद अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर चंपावत जनपद को आदर्श जनपद बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जिले की यह परिकल्पना की गई है आने वाले समय में चंपावत जनपद ही नहीं उत्तराखंड राज्य एक श्रेष्ठ राज्य बनेगा।

इस अवसर पर हेस्को संस्था से आए पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने का निर्णय जो आप द्वारा लिया गया है यह हिमालय के संरक्षण के लिए एक बेहतर सोच है। उन्होंने कहा कि हम अपनी आर्थिकी हेतु अपने संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। जल, जंगल और जमीन से हमारी आर्थिकी होती है। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा जो सराहनीय कार्य किया जा रहा है इसे आगे बढ़ाए जाने हेतु हम सभी का अपना एक दायित्व है इसे हमें व्यक्तिगत तौर पर लेना सभी की जिम्मेदारी है।

जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने आदर्श चंपावत को लेकर जिले में किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि जिले में वर्तमान में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं। पर्यटन विकास के क्षेत्र में जहां एक और मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है वहीं पर्यटन स्थलों को विकसित,सुगम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त ट्रैकिंग मार्गो का निर्माण सहित यहाँ के पुरातत्व एवं पुरानी शैली में निर्मित भवनों के संरक्षण के अतिरिक्त 100 पौराणिक नोलो का जीर्णोद्धार जैसे अनेक कार्य किए जा रहे हैं, स्वरोजगार की अनेक योजनायें जिले में संचालित हैं इसी के तहत मनरेगा से 300 मत्स्य तालाब बनाए जा रहे हैं तथा अनेक विकास के प्रस्ताव जनपद से तैयार कर शासन को भी भेजे गए हैं। हमारा पूरा प्रयास हैं कि हम चंपावत जिले को एक आदर्श जिले के रूप में विकसित करें।

बैठक में महानिदेशक उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् प्रो० दुर्गेश पंत ने उनके संस्थान द्वारा आदर्श जनपद हेतु किए जा रहे कार्यों, प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले के विकास हेतु इसरो द्वारा डैशबोर्ड तैयार किया गया है। इस हेतु मुख्यमंत्री द्वारा इसरो से आए हुए वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया गया।

इस अवसर पर विभिन्न विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, विभागों से आए वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा भी चंपावत जनपद को आदर्श चंपावत बनाए जाने हेतु अपने-अपने विचार रखें एवं सुझाव दिए

बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रतिनिधि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय (पी.एस.ए.) भारत सरकार संदीप पाटिल, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो० दुर्गेश पंत, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, इसरो के वैज्ञानिक हरीश कर्नाटक, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के पंकज, निदेशक सेवायोजन हरबीर सिंह, भारतीय वन्य जीव संस्थान के पूर्व निदेशक गोपाल रावत विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानो आईआईपी, आईआईआरएस, मृदा एवं जल संरक्षण, सीएसआईआर, सीमैप से आये हुये विशेषज्ञ/अधिकारी एवं उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न रेखीय विभागों से आये वैज्ञानिक/अधिकारी उपस्थित रहे।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!