राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय (NHO) देहरादून द्वारा आयोजित किया गया तीन दिवसीय ‘इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन(INCA)’ का 42वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल महामहिम लेफ्टिनेंट जनरल(से.नि.) गुरमीत सिंह द्वारा सम्मलेन का उद्घाटनकिया गया।
INCA के 42वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मुख्य थीम : Digital Cartography to Harness Blue Economy
आकाश ज्ञान वाटिका, 09 नवंबर 2022, बुधवार, देहरादून। इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन (INCA) की 42वीं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय (NHO), देहरादून द्वारा 09 से 11 नवंबर 22 तक किया जा रहा है। आज बुधवार 9 नवम्बर 2022 को INCA के इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उत्तराखंड के राज्यपाल महामहिम लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, (सेवानिवृत्त) द्वारा प्रज्वलित कर उद्घाटन किया गया। एक ओर जहाँ उत्तराखण्ड वासियों में राज्य स्थापना दिवस का उत्साह एवं खुशियाँ थी, वहीं देवभूमि की इस पावन धरा पर आज ही के दिन राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कराया जाना बहुत ही गौरवशाली सुखद क्षण हैं।
भारत सरकार के मुख्य जल सर्वेक्षक (Chief Hydrographer to the Govt. of India) वाइस एडमिरल अधीर अरोड़ा, NM इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन (INCA) के वर्तमान अध्यक्ष हैं। मुख्य जल सर्वेक्षक द्वारा आज के इस सम्मलेन के बारे में एवं इसकी थीम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। वर्ष 1979 में INCA के स्थापना के बाद से ही राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण विभाग (NHD) के अधिकारी एवं कर्मचारी कार्टोग्राफी के क्षेत्र में सक्रियतापूर्वक बेहतरीन काम करते आ रहे हैं।
विदित रहे कि इससे पहले राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय (NHO) ने 01 से 03 नवंबर 2017 तक देहरादून में 37वीं INCA सम्मलेन का आयोजन किया था।
इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन (INCA) की स्थापना 1979 में हुई थी और यह कार्टोग्राफी के क्षेत्र में 3000 से अधिक सदस्यों के साथ सबसे बड़े संगठनों में से एक के रूप में विकसित हुआ है। नेशनल हाइड्रोग्राफिक ऑफिस (NHO), सर्वे ऑफ इंडिया, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, नेशनल थीमैटिक मैप ऑर्गनाइजेशन एवं सामान पेशा वाले अन्य कई संसथान तथा यूनिवर्सिटीज जैसे संगठन इस एसोसिएशन का हिस्सा हैं। कार्टोग्राफी के विभिन्न पहलुओं में सामंजस्य स्थापित करने के लिए देश भर के विभिन्न केंद्रों में इसकी विभिन्न शाखायें कार्यरत हैं। यह बड़े गर्व की बात है कि कई मानचित्रकार, प्रख्यात वैज्ञानिक, योजनाकार और पेशेवर वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
INCA के इस 42वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मुख्य थीम ‘डिजिटल कार्टोग्राफी टू हार्नेस ब्लू इकोनॉमी (Digital Cartography to Harness Blue Economy)’ है।
सम्मलेन के विचार-विमर्श को निन्मलिखित 7 उप-विषयों में विभाजित किया जायेगा :
➤मानचित्रण के लिए स्पेस टेक्नोलॉजीज (Space Technologies for Mapping)
➤सतत विकास के लिए कार्टोग्राफिक एप्लिकेशन (Cartographic Applications for Sustainable Development)
➤आपदा प्रबंधन में जियोमैटिक्स (Geomatics in Disaster Management)
➤पर्यावरण योजना और प्रबंधन के लिए मैपिंग (Mapping for Environmental Planning & Management)
➤आरएस और जीआईएस का उपयोग करके प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन एवं मानचित्रण (Natural Resourses Management and Mapping using RS and GIS)
➤संसाधन प्रबंधन के लिए हाइड्रोग्राफी (Hydrography for Resourses Management and Mapping using RS and GIS)
➤भूमि संसाधन मानचित्रण एवं सर्वेक्षण (Land Resourse Mapping and Surveying)
सभी विषय मानचित्रकार और वैज्ञानिक समुदाय के लिए समकालीन रुचि के हैं। क्षेत्र में प्रतिष्ठित कर्मियों द्वारा इन विषयों पर बड़ी संख्या में पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे। कांग्रेस का परिणाम विकासात्मक उद्देश्यों के लिए कार्टोग्राफी को एक उपकरण के रूप में उपयोग करने की व्यवहार्यता का पता लगाना है।
इसके साथ ही इस अवसर पर तीन पुस्तिकाओं का भी विमोचन किया गया।
आज इस अवसर पर INCA द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित क्विज (INCA MAP QUIZ) प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को पुरस्कृत किया गया। इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन(INCA) की यह एक सराहनीय पहल है कि अपनी टेक्नोलॉजी के विकास में किसी न किसी माध्यम से विद्यार्थियों को भी शामिल किया गया है।
उत्तराखंड में पहली बार प्रस्तुति दे रहे इंडियन नेवी बैंड ने शाम 7 से बजे से संगीतमय प्रस्तुति शुरू कर माहौल को खुशनुमा बनाया
भारतीय नौसेना के म्यूजिशियन ब्रांच के जवानों ने 1967 की फिल्म कारवां का मशहूर सॉन्ग पिया तू अब तो आजा… मोनिका, ओह माय डार्लिंग की धुन बजाते हुए जबरदस्त परफॉर्मेंस दी। उत्तराखंड में पहली बार इंडियन नेवी बैंड ने प्रस्तुति दी। राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण परिसर में सर्द मौसम के वाबजूद बड़ी संख्या में मौजूद दर्शकों की मौजूदगी में शाम के समय इंडियन नेवी बैंड द्वारा संगीतमय अपनी प्रस्तुति दी गई। उत्तराखंड में पहली बार प्रस्तुति दे रहे इंडियन नेवी बैंड ने शाम 7 से बजे से संगीतमय प्रस्तुति शुरू कर माहौल को खुशनुमा बनाकर मौजूद हर शख्स को झूमने पर मजबूर कर दिया। लगभग 1 घंटे की प्रस्तुति में नेवी बैंड ने अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, सेना व बॉलीबुड के कई गीतों पर पहनी शानदार प्रस्तुति दी।
इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन (INCA) की 42वीं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के महासर्वेक्षक सुनील कुमार (संयुक्त सचिव) डीएसटी, संयुक्त मुख्य हाइड्रोग्राफर Rear Admiral लोचन सिंह पठानिया, निदेशक NATMO और प्रमुख वैज्ञानिक इसरो, एसईआरबी, आईआईआरएस, एनआरएसए, एनएटीएमओ के अतिरिक्त चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय, जाधवपुर विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शिक्षाविद आदि शामिल होंगे।