Breaking News :
>>उत्तराखंड पर्यटन को विश्वभर में सम्मान दिलाया रिनचेन ने- महाराज>>ग्रीन कार्ड के बिना नही होगा वाहनों का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने किया अनिवार्य >>चारधाम यात्रा को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी सिलक्यारा सुरंग – मुख्यमंत्री धामी >>किच्चा सुदीप की आगामी फिल्म ‘बीआरबी: फर्स्ट ब्लड की शूटिंग हुई शुरू, एक पोस्टर भी किया जारी >>यूकेएसएसएससी की विज्ञान विषयों से जुड़ी समूह-ग की भर्ती परीक्षा होगी स्थगित >>बढ़ती गर्मी के साथ क्यों बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय >>प्रदेश में यूसीसी के अंतर्गत 46 जोड़ों ने किया लिव इन आवेदन>>सूबे के चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिली 54 स्थाई फैकल्टी>>भारत में सबसे लंबी सुरंग उत्तराखंड के देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक 14.49 किमी का हुआ ब्रेकथ्रू >>राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खेल ढांचा तैयार रखें-  रेखा आर्या>>अब बाबा बौखनाग के नाम से जानी जाएगी सिलक्यारा सुरंग>>कूड़ा हटाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को बजट देने के मुख्य सचिव ने दिए निर्देश >>आईपीएल 2025 के 32वें मुकाबले में आज राजस्‍थान रॉयल्‍स से भिड़ेगी दिल्‍ली कैपिटल्‍स>>मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने किसानों को दी बड़ी सौगात >>कॉमेडी फिल्म ‘खिचड़ी’ के तीसरे पार्ट का हुआ एलान, जानिये कब रिलीज होगी फिल्म>>तीन जजों की बेंच आज वक्फ (संशोधन) एक्ट को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर करेगी सुनवाई >>बीमार होने वाले घोड़ा-खच्चरों को किया जाएगा क्वारंटीन, जगह की गई चिह्नित >>युवाओं में तेजी से क्यों बढ़ती जा रही है फैटी लिवर की समस्या, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय >>डेंगू-चिकनगुनिया के खिलाफ बहुस्तरीय अभियान शुरू>>राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 207 करोड़ से अधिक की योजनाओं को दी मंजूरी
उत्तराखण्डदेशसामाजिक गतिविधियाँ

भारतीय जैन मिलन द्वारा संचालित जैन गौरव स्मृति वर्ष के अंतर्गत जैन मिलन महिला, देहरादून का आयोजन

  • जैन धर्म के गौरव महाकवि पंडित बनारसी दास जी के जीवन चरित्र पर,नाट्य रूप में प्रकाश डाला गया ।
  • महाकवि पंडित बनारसी दास का जन्म विक्रम संवत 1643 की माघ शुक्ल एकादशी को जौनपुर में हुआ था ।
  • बनारसी दास, जीवन में अनेक प्रकार के उतार-चढ़ाव, संकट, तत्कालीन राजनीतिक व सामाजिक विषमताओं होते हुए भी, अंतरंग में आध्यात्मिक साधना के बल से निरंतर चिंतन रत, ध्यान में रहते थे।

आकाश ज्ञान वाटिका, देहरादून। सोमवार, २ सितम्बर। रविवार, १ सितम्बर को भारतीय जैन मिलन द्वारा संचालित जैन गौरव स्मृति वर्ष के अंतर्गत जैन मिलन महिला, देहरादून के तत्वधान में जैन धर्म के गौरवशाली, जैन धर्म के गौरव महाकवि पंडित बनारसी दास जी के जीवन चरित्र पर वीतराग विज्ञान पाठशाला के बालक, बालिकाओं एवं महिलाओं द्वारा नाट्य रूप में प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर रहे। अति विशिष्ट अतिथि मनोविज्ञान प्रोफेसर श्रीमती रश्मि त्यागी रावत एवं विशिष्ट अतिथि मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन के चेयरमैन सचिन जैन, स्वागत अध्यक्ष भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री नरेश चंद जैन रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती वीणा जैन जी द्वारा की गई तथा कार्यक्रम का संचालन शाखा की मंत्री श्रीमती वंदना जैन ने किया। इस अवसर पर कैंट विधायक हरबंस कपूर ने अपने विचार रखते हुए कहा कि शाखा की अध्यक्ष श्रीमती वीणा जैन बहुत लंबे समय से बच्चों में धार्मिक संस्कार रूपी पौधे लगाने का कार्य कर रही है । वीणा जैन के द्वारा बच्चों में धार्मिक संस्कार प्रफुल्लित होते दिखाई दे रहे हैं जो आगे चलकर उनके भविष्य को और सुदृढ़ बनाएंगे। इस अवसर पर डॉ रश्मि त्यागी रावत ने कार्यक्रम की बहुत अधिक प्रशंसा की और कहा कि उनके द्वारा चलाई जा रही पाठशाला के माध्यम से निश्चित रूप से बच्चे संस्कारित होंगे । इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सचिन जैन ने कहा कि भौतिक शिक्षा के साथ-साथ धार्मिक शिक्षा भी बच्चों के भविष्य के लिए एक अहम हिस्सा है जो आने वाले समय में उनका भविष्य और उज्जवल बनाने में सहायक होगी। शाखा की अध्यक्षा श्रीमती वीना जैन के निर्देशन में बच्चों और महिलाओं ने महाकवि पंडित बनारसी दास के जीवन पर प्रकाश डाला, जिनका जन्म विक्रम संवत 1643 की माघ शुक्ल एकादशी को जौनपुर में जन्मे कविवर पंडित बनारसीदास, जैन धारा में आध्यात्मिक दृष्टि से तो क्रांतिकारी आध्यात्मिक सत्पुरुष हैं ही किंतु साहित्य के क्षेत्र में ही उनका भूतपूर्व योगदान है। संपूर्ण साहित्यिक गरीबों से युक्त कवि की बेजोड़ कृति श्री समयसार नाटक, कुंदकुंद आचार्य नाटक पर अमृत चंद्राचार्य द्वारा रचित 268 कलशों का सुंदर हिंदी पद्यानुवाद है। हिंदी साहित्य की इस अनुपम कृति ने उन्हें महाकवि तुलसी दास के समकक्ष प्रतिष्ठापित किया है । बनारसी दास, जीवन में अनेक प्रकार के उतार-चढ़ाव संकट, तत्कालीन राजनीतिक व सामाजिक विषमताओं के बीच, अंतरंग में आध्यात्मिक साधना के बल से निरंतर चिंतन रत, ध्यान में रहते थे। इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन की केंद्रीय महिला संयोजिका श्रीमती मधु जैन ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर श्रीमती सुनीता जैन, रश्मि जैन, प्रीति जैन, मधु जैन, आशु जैन, अनुभा जैन, सुचिता जैन, हर्षिता जैन, मीनू जैन, सारिका जैन, राज जैन, प्रभा जैन आदि महिलायें उपस्थित रही।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!