अपनी माँगों को लेकर पत्रकारों का आंदोलन जारी। सूचना निदेशालय पर कल 11 बजे से धरना।
उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन की समन्वय समिति का गठन
देहरादून, २८ जुलाई । उत्तराखण्ड सूचना विभाग द्वारा पत्रकारों के हितों पर किये जा रहे कुठाराघात एवं दमनकारी नीतियों के चलते, पत्रकारों के एक संयुक्त समूह ने राजधानी देहरादून के एक स्थानीय होटल में विचार-विमर्श एवं आगे की रणनीति हेतु बैठक आयोजित की। उत्तराखंड में लघु समाचार पत्रों एवं वेब पोर्टल्स से जुड़े पत्रकार अपनी माँगो को लेकर पिछले एक सप्ताह से आन्दोलनरत हैं। इसी सन्दर्भ में वेब पोर्टल्स से जुड़े पत्रकारों की एक बैठक गत रविवार, २२ जुलाई को आयोजित की गई, इसके पश्चात् २४ जुलाई को पुनः पत्रकारों द्वारा बैठक कर यह निर्णय लिया गया कि २५ जुलाई को प्रातः ११ बजे सूचना विभाग द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न के प्रति विरोध प्रकट करने हेतु सूचना निदेशालय के बहार एक सांकेतिक धरना देकर, एक ज्ञापन दिया जायेगा। भारी बारिश के बावजूत बड़ी संख्या में पत्रकार निश्चित समय पर सूचना निदेशालय के बाहर एकत्र हुए एवं ज्ञापन प्रेषित किया। इस दौरान भी सूचना महानिदेशक का पत्रकारों के प्रति अड़ियल रूख देखने को मिला। ज्ञापन देते वक्त यह निर्णय लेते हुए, सूचना विभाग के सम्बंधित अधिकारियों को यह अवगत कराया गया कि आज रात तक हमारी माँगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो कल अर्थात २६ जुलाई को सूचना निदेशालय पर तालाबंदी कर दी जायेगी। जब इस प्रकरण पर सूचना महानिदेशक के कानों में जूँ तक नहीं रैंगी तो तय समय के अनुसार बड़ी भारी संख्या में पत्रकार सूचना निदेशालय के बहार एकत्र हुए और २६ जुलाई प्रातः नौ बजे सूचना भवन के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी गई जिसके बाद सैकड़ों पत्रकार गेट के बहार धरने पर बैठ गए। पत्रकारों के आक्रोश को देख शासन प्रशासन के हाथ पॉंव फूल गए और सांय ५ बजे पुनः आठ सूत्रीय माँग पत्र शासन के प्रतिनिधियों को दिया गया। प्रदर्शन को जारी रखते हुए पत्रकारों द्वारा शनिवार, २७ जुलाई प्रातः ११ बजे सूचना निदेशालय में बुद्धि – शुद्धि यज्ञ किया गया।
आज पुनः रविवार, २८ जुलाई २०१९ को राजधानी देहरादून के एक स्थानीय होटल में पत्रकारों द्वारा एक बृहद बैठक का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में पत्रकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर शासन प्रशासन के प्रति अपना रोष व्यक्त किया। आज की इस बैठक में राज्य स्तरीय वेब मीडिया एसोसिएशन की समन्वय समिति का गठन किया गया। ७०-७५ के लगभग पत्रकारों की उपस्थिति में एक आम सभा का आयोजन किया गया तथा 11 सदस्यों तथा 3 वरिष्ठ पत्रकारों के मार्गदर्शक मंडल के साथ इस समन्वय समिति (कोआर्डिनेशन कमेटी) को एक स्वरुप दिया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि समन्वय समिति सभी वेब मीडिया के पत्रकारों को अपनी यूनियन में सदस्य बनाएगी और एक माह बाद देहरादून में एक प्रदेश स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें पूरे राज्य भर के वेब मीडिया पत्रकारों को सदस्य बनाकर वेब मीडिया एसोसिएशन का विधिवत गठन किया जाएगा।
इस एसोसिएशन ने विभिन्न पत्रकार संगठनों के सदस्य जुड़े हुए हैं इसके लिए यह निर्णय लिया गया कि वेब मीडिया एसोसिएशन का कोई भी सदस्य किसी भी पुरानी परंपरागत यूनियन का सदस्य हो सकता है तथा राज्य की कोई भी दूसरी यूनियन को जब भी जरूरत पड़ेगी उनके आमंत्रण पर वेब मीडिया एसोसिएशन कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेगी।
समन्वय समिति(कोआर्डिनेशन कमेटी) का स्वरूप
मार्गदर्शक मंडल
१-श्री जीत मणि पैन्यूली
२-श्री नरेश मिनोचा
३-श्री राजकुमार राणा
सदस्यगण
१- श्री विकास गर्ग
२-श्री शिव प्रसाद सेमवाल
३-श्री राजेश शर्मा
४-श्री सोमपाल
५-श्री आलोक शर्मा
६- श्री संजीव पंत
७-श्री शिव प्रसाद सती
८-श्री घनश्याम चंद्र जोशी
९-श्री मनोज ईस्टवाल
१०-श्री राकेश बिजल्वाण
११-श्री रजनीश सैनी
बैठक में सभी पत्रकारों ने इस बात पर खासा आक्रोश जताया कि सूचना विभाग में वेब मीडिया के पत्रकारों के लिए पहले नियमावली बनाई थी। लेकिन पिछले दो-ढाई सालों से एंपैनलमेंट के लिए एक भी बैठक नहीं आयोजित की गई। इसके साथ ही प्रिंट मीडिया के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार की कड़ी निंदा की गई। पत्रकारों ने सवाल उठाया कि पिछले चार-पाँच सालों से सूचना विभाग में अखबारों की सूचीबद्धता रुकी पड़ी है तथा सूचीबद्धतासम्बन्धी कोई बैठक नहीं हुई। बैठक में सभी सदस्यों ने अपने विचार रखें तथा यह निर्णय भी लिया गया कि कल सोमवार, 29 जुलाई को सूचना निदेशालय पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सूचना विभाग द्वारा पत्रकारों के खिलाफ दमनकारी नीतियों के विरोध में 11:00 बजे से धरना दिया जाएगा।
लगभग एक सप्ताह से चल रहे इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही। अब यह प्रदर्शन प्रदेश व्यापी स्वरुप ले चूका है और यदि शासन प्रशासन अब भी नहीं जागा तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे। पत्रकारों की एकमत होकर यह सहमति बनी कि माँगें पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा और प्रदर्शन का स्वरुप निरन्तर बढ़ता जायेगा।
पत्रकार एकता जिन्दाबाद।
जय हिन्द।