जिलाधिकारी सी रविशंकर ने जिला क्वालिटी इंश्योरेंश एवं बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंन्ट की जिला स्तरीय माॅनिटिरिंग कमेटी की ली समीक्षा बैठक
आकाश ज्ञान वाटिका। देहरादून, 23 दिसंबर 2019 (सूचना)। जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में जिला क्वालिटी इंश्योरेंश एवं बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंन्ट की जिला स्तरीय माॅनिटिरिंग कमेटी की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में ‘बाॅयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमैन्ट नियम-2016 के क्रियान्वयन , राजकीय चिकित्सा इकाईयों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में अद्यतन स्थिति, बाॅयोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में आने वाली समस्याओं, स्वच्छ भारत मिशन के कायाकल्प कार्यक्रम की चिकित्सा इकाईयों की रिपोर्ट कार्यक्रम अद्यतन स्थिति और लक्ष्य कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रसव के समय दी जाने वाली सेवाओं में क्वालिटी के मानक लागू करने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सा विभाग की विभिन्न इकाईयों यथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा बाॅयोमेडिकल निस्तारण कम्पनी एमपीसीसी रूड़की के प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए अद्यतन विवरण प्राप्त करते हुए सभी योजना-कार्यक्रमों की प्रगति बढाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में समस्त चिकित्सा क्लीनिक अनिवार्य रूप से ‘मेडिकल वेस्ट कंपोनेट’ के अन्तर्गत पंजीकृत हों तथा मानक के अनुसार सही तरीके से मेडिकल वेस्ट मैनेजमेन्ट का निस्तारण करवायें। यदि कोई क्लीनिक मानक के अनुरूप कार्य नही करते हैं तो ऐसे क्लीनिको के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाय। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियेां के माध्यम से समय-समय पर सभी स्वास्थ्य इकाईयों का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए भौतिक सत्यापन के माध्यम से नियमों का अनुपालन करवाने और पूर्व में किये गये निरीक्षण, अवशेष रह गये केन्द्रों का पूर्ण विवरण देने के निर्देश दिये। इसके लिए सभी चिकित्सा इकाईयों, पाॅल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड और निस्तारण करने वाली कंपनी सभी मिलकर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कर लें और विभिन्न मुद्दों का आपस में चर्चा करते हुए बेहतर समन्वय बनायें। साथ ही लोगों को मेडिकल वेस्ट के प्रति जागरूक करने के लिए कैम्पेनिंग-जनजागरूकता कार्यक्रम बीच-बीच में चलाते रहने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने ऐसी चिकित्सा इकाईयाॅ जिनकी प्रगति ‘कायाकल्प’ योजना में निम्न स्तर की हुई हैं उनकी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पृथक से बैठक लेते हुए उनसे निम्न प्रगति का कारण पूछने और जो इसमें लगातार लापरवाही बरत रहे हैं उनका स्पष्टीकरण लेते हुए प्रगति बढाने के निर्देश दिये। साथ ही ‘कायाकल्प’ कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी चिकित्सा इकाईयां विस्तृत होमवर्क करते हुए पृथक -पृथक चैकलिस्ट तैयार करें, और , जिनमें स्कोर निम्न स्तर का है, उसको तेजी से बढाते हुए ‘गैप’ को दूर करें। उन्होंने ‘स्वच्छ स्वास्थ्य सर्वत्र’ का 10 जनवरी 2020 तक अद्यतन विवरण प्रस्तुत करने और लक्ष्य प्रोग्राम जिसके तहत् ‘जच्चा-बच्चा’ केन्द्र कें सुधार और उच्चीकरण किया जाना है उसकी वर्तमान स्टेटस को बेहतर अनुपालन द्वारा बढायें। उन्होंने विभिन्न चिकित्सा केन्द्रों में बेहतर फैसिलिटीज हेतु चिकित्सा मुख्यालय से बजट के शीघ्र प्राप्ति हेतु जरूरी समन्वय करने और सभी योजना-कार्यक्रमों का लक्ष्य निर्धारित करते हुए विभिन्न शाखाओं को कार्य निर्गत करने व बेहतर माॅनिटिरिंग के माध्यम से प्रगति को और बेहतर बनाने को निर्देशित किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ० मीनाक्षी जोशी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से डाॅ० अजीत पोखरियाल, राज्य मानसिक संस्थान सेलाकुई से डाॅ० खगेन्द्र, मेडिकल बायोवेस्ट निस्तारण कंपनी एमपीसीसी रूड़की से डाॅ० विशाल वर्मा सहित चिकित्सा विभाग की जनपद की विभिन्न इकाईयां और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे।