टेरर फंडिंग के लिए दोषी आतंकी यासीन मलिक की सजा का ऐलान दोपहर साढ़े तीन बजे होगा
आकाश ज्ञान वाटिका, 25 मई 2022, बुधवार, नई दिल्ली। दिल्ली की एनआइए कोर्ट में टेरर फंडिंग के लिए दोषी आतंकी यासीन मलिक की सजा पर सुनवाई पूरी हो गई है। अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अदालत अब दोपहर 3:30 बजे मलिक को सजा सुनाएगी। इससे पहले एनआइए के विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह की अदालत में सजा पर जिरह हुई। एनआइए ने यासीन मलिक को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है।
मीडिया कर्मियों को कोर्ट रूम में नहीं मिली इंट्री
➤ मीडिया कर्मियों को भी सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में जाने की इजाजत नहीं दी गई। सुरक्षा को लेकर अदालत के बाहर कड़े इंतजाम किए गए हैं।
➤ यासीन मलिक को कोर्ट रूम में पेश किया गया।
➤ एनआइए ने अदालत से एनआइए ने यासीन मलिक को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है।
➤ अदालत ने फैसला सुरक्षित किया, अब दोपहर 3:30 बजे यासीन मलिक को सजा सुनाई जा सकती है।
➤ अदालत के बाहर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
इससे पहले विशेष अदालत ने 19 मई 2022 को यासीन मलिक को दोषी करार दिया था। अदालत ने एनआइए अधिकारियों को जुर्माना की राशि निर्धारित करने के लिए मलिक की वित्तीय स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया था। साथ ही मलिक को अपनी संपत्ति को लेकर हलफनामा दाखिल करने को कहा था। टेरर फंडिंग मामले में 10 मई को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के सभी आरोपों को यासीन मलिक ने स्वीकार कर लिया था। मलिक ने अदालत से कहा था कि वह उस पर लगाए गए आरोपों का सामना नहीं करना चाहता है।
यासीन मलिक को आतंकी कृत्य के लिए धन जुटाने, साजिश रचने, आतंकवादी संगठन का सदस्य होने, देश के खिलाफ युद्धोन्माद फैलाने और राजद्रोह सहित अन्य अपराध के लिए दोषी ठहराया गया था।
तिलमिला उठा पाकिस्तान
कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को दिल्ली की एक अदालत द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में आतंकी फंडिंग से संबंधित मामले में दोषी ठहराए जाने पर पाकिस्तान तिलमिला उठा है। पाकिस्तान ने इस मामले में भारत के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब कर मलिक के खिलाफ तय किए गए आरोपों पर विरोध जताया।
विदित रहे कि आतंकी यासीन मलिक द्वारा अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोप स्वीकार करने के बाद कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया है। हुर्रियत नेता और प्रतिबंधित संगठन जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख को 2017 के आतंकी फंडिंग मामले में अदालत ने गुरुवार को दोषी ठहराया। वर्तमान में वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।