यौन शोषण के आरोपी विधायक के बचाव में वुमंस पैनल, कहा- ‘गलतियां हो जाती हैं’
तिरुअनंतपुरम । केरल वुमंस पैनल की चीफ के बयान से यह जाहिर हो रहा है कि वह सीपीआइ (एम) विधायक के बचाव में बोल रही हैं। सत्तारूढ़ पार्टी सीपीएम के विधायक पीके शशि पर डेमोक्रैटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की एक महिला नेता ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। बता दें कि पार्टी ने आरोपों को लेकर जांच शुरू कर दी है। केरल वुमंस पैनल की चीफ जोसफिन ने गुरुवार को कहा, ‘इसमें नया कुछ नहीं है… हम सब मनुष्य हैं, गलतियां हो जाती हैं।’
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मामले पर कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और उसे केरल इकाई के पास भेज दिया गया है। मामले पर उनकी ओर से जांच शुरू कर दी गई है। महिला ने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से शिकायत की है। डीवाईएफआई नेता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि शोरनुर के विधायक ने पलक्कड़ के मनरकौद में पार्टी कार्यालय में उसका यौन शोषण करने की कोशिश की। गत 14 अगस्त को सीपीएम पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा कारत के पास शिकायत भेजी गई थी और गत सोमवार को येचुरी को एक ईमेल भेजा गया।
इसी बीच शशि ने दावा किया कि उन्हें शिकायत की जानकारी नहीं थी। हालांकि उन्होंने कहा कि यह उनकी राजनीतिक छवि खराब करने की ‘सुनियोजित साजिश’ है। सीपीएम की केरल इकाई के सचिव के बालकृष्णन ने कहा कि पार्टी को तीन हफ्ते पहले शिकायत मिली थी और पार्टी इसे लेकर उचित कार्रवाई कर रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या शिकायत पुलिस को सौंपी जाएगी, उन्होंने कहा कि शिकायत पार्टी से की गयी है न कि पुलिस से
राज्य महिला पैनल ने यह स्पष्ट कर दिया कि पूरा मामला यह खुद दर्ज नहीं करा सकती जबकि राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से पुलिस को मामले की जांच के लिए कहा गया है। जोसफिन ने कहा, ‘आरोप लगा रही महिला ने महिला आयोग के पास शिकायत दर्ज नहीं करायी है। हमें कम से कम शिकायत के बारे में मूल विवरण पता होना चाहिए जो या तो मीडिया या फिर स्वयं पीड़िता द्वारा दी गई हो। इस मामले में यह नहीं हुआ है। फिर हम मामले को कैसे दर्ज कर सकते हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि यह पार्टी पर निर्भर करता है कि वह इस मामले का समाधान कैसे करती है।
केरल की महिला कांग्रेस अध्यक्ष लतिका सुभाष ने शोरनुर विधायक के इस्तीफे की मांग की। जबकि केरल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डी कुरियाकोस ने विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। भाजपा नेता के सुरेंद्रन ने शिकायत पुलिस को न सौंपने के लिए वृंदा कारत की आलोचना की।
केरल में विपक्षी पार्टी भाजपा ने सत्तारूढ़ लेफ्ट पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। केरल से भाजपा सांसद वी मुरलीधरण ने कहा कि महिला आयोग मूक दर्शक की तरह काम कर रहा है।