वैकुण्ठ चतुर्दशी के पावन पर्व पर सिद्ध पीठ प्राचीन शिव मंदिर, धर्मपुर में ५१०१ दीप प्रज्वलित किये गए
आकाश ज्ञान वाटिका, देहरादून । सोमवार ११ नवंबर २०१९ को वैकुण्ठ चतुर्दशी के पावन पर्व पर सिद्ध पीठ प्राचीन शिव मंदिर, धर्मपुर में मंदिर समिति से सदस्यों एवं क्षेत्रवासिओं द्वारा ५१०१ दीप प्रज्वलित किये गए। पूरा क्षेत्र आस्था एवं भक्ति के माहौल में डूब गया। भक्तों ने फूलों से विभिन्न प्रकार की रंगोलियाँ बनाकर सबका मन मोह लिया एवं सबके दिलों में श्रृद्धा एवं भक्ति का भाव उमड़ने लगा।
कार्यक्रम में मंदिर समिति के अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल के साथ साथ सीता राम भट्ट, पंडित अरुण सती, आत्मा राम शर्मा, हुरला जी, दीपक धीमान, कमल किशोर शर्मा, श्रीमती मंजू शर्मा, श्रीमती शर्मिला भट्ट, श्रीमती संगीता खन्ना, आदि अनेक क्षेत्रीवासी भक्तजन उपस्थित रहे।
कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुण्ठ चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु पाताल लोक में राजा बलि के यहां विश्राम करने जाते हैं, इसीलिए इन दिनों में शुभ कार्य नहीं होते। उस समय सत्ता शिव के पास होती है और वैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव यह सत्ता विष्णु को सौंप कर कैलाश पर्वत पर तपस्या के लिए लौट जाते हैं। बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत रुप से पूजा – अर्चना कि जाती है। धूप-दीप, चन्दन तथा पुष्पों से भगवान का पूजन तथा आरती कि जाती है। भगवत गीता व श्री सुक्त का पाठ किया जाता है तथा भगवान विष्णु की कमल पुष्पों के साथ पूजा करते हैं।