दिल्ली में पहले चरण में हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर को कोरोना वायरस संक्रमण का टीका उपलब्ध कराया जाएगा
आकाशआकाश ज्ञान वाटिका, 24 दिसम्बर 2020, गुरुवार। अगले साल की शुरुआत से भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण का टीका लगने की संभावना के बीच दिल्ली में भी सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को एक अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर तैयारी के संबंध में चर्चा हुई। इसके बाद दोपहर में आयोजित डिजिटल पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी कि दिल्ली में 50 लाख से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी, जिनमें तीन लाख लोग फ्रंटलाइन वर्कर होंगे। इनमें डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब टीका आने का इंतजार है, हमारी ओर से पूरी तैयारी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर को पहले चरण में टीका उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। कुलमिलाकर 50 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जाएगा।
डिजिटल पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि दिल्ली में कोरोना वैक्सीन को लेकर पूरी तैयारी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में जल्द ही 1.15 करोड़ कोरोना वैक्सीन के डोज के स्टोरेज की व्यवस्था हो जाएगी। टीका लगाने के लिए स्टाफ का भी चयन कर लिया गया है, जिन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। टीका लगाने के बाद अगर किसी में दिक्कत आई तो इसका भी इंतजाम किया जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के तकरीबन 51 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। इनमें हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स के वो लोग भी शामिल हैं, जिन्हें प्रथम चरण में टीका लगाया जाना है।
बृहस्पतिवार को हुई बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी शिरकत की। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को प्रेस वार्ता में कहा था कि दिल्ली में सरकार ने टीके को रखने एवं उसे बांटने के लिए सभी तरह का प्रबंध कर लिया है। उन्होंने बताया कि टीका आने का मतलब यह नहीं है कि वायरस का खतरा पूरी तरह खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में ब्रिटेन से दिल्ली आने वाले सभी यात्रियों का पता लगाया जा रहा है। हम उन सभी यात्रियों की पहचान व जांच शुरू कर चुके हैं। उन्होंने मंगलवार को ब्रिटेन से आए यात्रियों में से पांच के संक्रमित होने के बारे में बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार जागरूक है और हम हर जरूरी इंतजाम कर रहे हैं। अगर हम नियमों का पालन करेंगे, तो हमें वायरस के किसी भी स्वरूप से घबराने की आवश्यकता नहीं है। दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध बेड के सवाल का जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल सिर्फ 2,800 बेड पर ही मरीज हैं और लगभग 50 फीसद आइसीयू बेड भी उपलब्ध हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को संक्रमण दर आठ महीनों में सबसे कम रही है। साथ ही लगातार चार दिनों से एक हजार से कम नए मामले आए हैं। दिल्ली सरकार प्रतिदिन 80 हजार टेस्ट कर रही है। उन्होंने बताया कि देशभर में सबसे कम संक्रमण दर दिल्ली में है।