उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण का पिछले पाँच दिनों में सामने नहीं आया कोई नया मामला
आकाश ज्ञान वाटिका। १४ अप्रैल, २०२०, मंगलवार। कोरोना के मोर्चे पर उत्तराखंड में स्थिति स्थिर बनी हुई है। लगातार पांचवें दिन भी राज्य में कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला है। सोमवार को एम्स ऋषिकेश व हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज की लैब से 149 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली और सभी निगेटिव हैं। प्रदेश में अभी तक कोरोना संक्रमित 35 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें सात स्वस्थ्य हो चुके हैं। वहीं, अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित 28 मरीज 23 जमाती और पांच उनके संपर्क में आए लोग हैं। सर्वाधिक 12 जमाती दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिन 149 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, उनमें सबसे अधिक 60 सैंपल जनपद देहरादून से हैं। नैनीताल से 45, हरिद्वार से 28, ऊधमसिंगनगर से 05, चमोली और उत्तरकाशी जनपद से चार-चार व पौड़ी गढ़वाल से भेजे गए तीन सैंपल की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रदेश में लगातार पांच दिन से कोरोना संक्रमण का नया मामला नहीं आने पर स्वास्थ्य विभाग ने भी कुछ राहत की सांस ली है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती का कहना है कि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। अस्पतालों में व्यवस्थाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। प्रदेशभर में चिह्नित 14 हॉटस्पॉट में व्यापक स्तर पर सर्विलांस, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग व सैंपलिंग कर मरीजों की पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश से अभी तक कुल 1998 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से 1665 की रिपोर्ट निगेटिव और 35 की पॉजिटिव आई है। 298 सैंपलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। वर्तमान में कोराना के 447 लोग अस्पतालों में चिकित्सकों की निगरानी में भर्ती हैं।
राज्यभर से 131 और सैंपल जांच के लिए भेजे गए
सोमवार को राज्य से 131 और सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनमें सबसे अधिक 45 सैंपल देहरादून जनपद से हैं। नैनीताल से 38, हरिद्वार से 34, उत्तरकाशी से 9, रुद्रप्रयाग से तीन और अल्मोड़ा व पौड़ी गढ़वाल से एक-एक सैंपल भेजा गया।
राहत
- 28 कोरोना संक्रमित का चल रहा इलाज
- 7 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं प्रदेश में अब तक
अब तक 44 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव
रुद्रप्रयाग जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना जांच के लिए भेजे गए चार सैंपल में से एक की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि तीन लोगों की जांच रिपोर्ट आनी शेष है। अब तक जिले में कुल दस लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। वहीं जनपद पौड़ी में तीन और कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि एक और सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। उत्तरकाशी जिले से सोमवार को कोरोना जांच के लिए नौ सैंपल एम्स ऋषिकेश भेजे गए।
रुद्रप्रयाग जिले में क्वारंटाइन में रह रहे लोगों में से रविवार को चार लोगों की तबियत खराब हुई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन चारों को कोटेश्वर माधवाश्रम स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था। जिसके बाद विभाग की ओर से चारों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि तीन सैंपल की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। पौड़ी जिले में कोरोना के दस संदिग्ध भर्ती हैं। इनमें मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में छह और जिला चिकित्सालय पौड़ी में चार लोग भर्ती हैं। 48 लोगों को फैसिलिटी व 105 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। एसीएमओ डॉ. आशीष गुसाईं ने बताया कि तीनों सैंपल निगेटिव है। जनपद से एक और सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में स्थापित आइसोलेशन वार्ड में 61 तथा क्वारंटाइन वार्ड में 104 संदिग्ध व्यक्तियों को रखा गया है। अभी तक कुल 88 सैंपल जांच के लिए भेजे गए है। जिसमें से 40 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और 48 कि रिपोर्ट आनी बाकी है।
गाजियाबाद से नैनीताल पहुंचे तीन युवक, सभी को किया क्वारंटाइन
लॉकडाउन होने के बावजूद तीन युवक गाजियाबाद से नैनीताल पहुंच गए। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया और बीडी पांडे अस्पताल में जांच के बाद सूखाताल क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। युवक अपने घर बागेश्वर जा रहे थे। पुलिस ने उनका वाहन भी सीज कर दिया है। सोमवार दोपहर पुलिसकर्मी जयप्रकाश और ललित बारापत्थर चौकी पर ड्यूटी कर रहे थे। तभी कालाढूंगी रोड से पशुओं का चारा लेकर जा रही पिकअप को उन्होंने चेक किया तो पीछे तीन युवक बैठे थे।
सूचना पर एसडीएम विनोद कुमार, सीओ विजय थापा, एसआइ हरीश सिंह भी पहुंच गए। एसडीएम ने बताया कि तीनों युवकों भगवत सिंह, पंकज सिंह, राजेंद्र गिरी निवासी क्रमश: ग्वांड, बजीना, डंडोला बागेश्वर ने बताया कि वे गाजियाबाद में फैक्ट्री में काम करते थे। एक के चाचा का निधन होने पर तीनों 11 अप्रैल को वहां से निकले। किसी तरह हल्द्वानी पहुंचे, जहां से चारा लेकर अल्मोड़ा जा रही पिकअप में बैठ गए।