शीतलहर की चपेट में उत्तराखंड, केदारनाथ हाईवे अवरुद्ध; कई ट्रेन प्रभावित
देहरादून। समूचा उत्तराखंड शीतलहर की चपेट में है। वहीं, मुनस्यारी में बर्फ में दिल्ली के ट्रैकरों का दल के सदस्य फंस गए। जो आज सुरक्षित मुनस्यारी पहुंच गए। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ हाईवे बांसवाड़ा के पास भूस्खलन से बंद हो गया।
लगातार सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रदेश के नौ प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस के करीब दर्ज किया गया है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अभी प्रदेश में मौसम करवट लेगा। इस दौरान बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।
दो दिन से राहत दे रहे मौसम ने एक बार फिर परीक्षा लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश में आज भी अल्मोड़ा सबसे ठंडा शहर रहा। यहां पारा शून्य से 2.1 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा जोशीमठ और पिथौरागढ़ में तापमान क्रमश: शून्य और 0.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आलम यह है हरिद्वार में भी पारा 2.1 डिग्री पर जा पहुंचा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बर्फीली हवा हाड़ कंपाने वाली साबित हो रही है। मैदानी इलाकों में सुबह-शाम कोहरे की परत यातायात के लिए भी चुनौती साबित हो रही है।
दून में तीन साल बाद पारा पांच से कम
शहर में तीन साल बाद 25 दिसंबर को न्यूनतम पारा सामान्य से दो डिग्री नीचे 4.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 25 दिसंबर 2015 को दून का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शहर में सुबह एवं शाम को कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिन के समय धूप खिलने से कुछ राहत मिल रही है।
वहीं, मैदानी क्षेत्रों में हरिद्वार, रुड़की, उधमसिंह नगर में सुबह कोहरे ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा के निकट पहाड़ी से भूस्खलन हुआ। इससे मार्ग अवरुद्ध हो गया। भूस्खलन से जेसीबी मशीन भी मलबे में दब गई। किसी तरह चालक ने भागकर जान बचाई। हाल ही में इस स्थान पर भूस्खलन से आठ मजदूरों की जान चली गई थी।
मुनस्यारी में फंसे दिल्ली के 11 ट्रैकर
बागेश्वर से पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तक पैदल ट्रैकिंग पर आ रहे दिल्ली के 11 पर्यटक भैंसियाताल में फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही मुनस्यारी से राजस्व दल, वन विभाग और आपदा प्रबंधन टीम रवाना हो चुकी थी।
बागेश्वर से दिल्ली के 11 ट्रैकरों का दल पैदल मुनस्यारी को आ रहा है। मंगलवार की सायं दल खलियाटाप से लगभग चार किमी दूर भैंसियांताल के पास मार्ग भटक गया। दल के किसी सदस्य द्वारा इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। इस सूचना पर प्रशासन ने मुनस्यारी प्रशासन को संदेश भेजा।
सूचना मिलते ही मुनस्यारी से राजस्व निरीक्षक कमल उपाध्याय के नेतृत्व में वन विभाग, आपदा रेस्क्यू दल मौके को रवाना हुआ है। दल में शामिल सदस्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। जिस स्थल पर दल फंसा है वहां पर दो फीट से अधिक बर्फ है।
थल-मुनस्यारी मार्ग पर मुनस्यारी के बलाती से यहां की दूरी 12 किमी है। भैसियांताल टै्रक ऑफ दि इयर मिलम का एक प्वाइंट रहा है। यह क्षेत्र दुर्गम और कठिन है इस समय यहां पर बर्फ रहती है। यह क्षेत्र संचार विहीन भी है। जिसके चलते फंसे ट्रैकर की लोकेशन का भी पता नहीं चल पा रही है। बचाव के लिए गए दल को भी खलिया से भैसियांताल तक बर्फ से होकर जाना पड़ा। आज सुबह दल में शामिल पांच ट्रैकर्स, पांच पोर्टर ओर एक गाइड सुरक्षित मुनस्यारी पहुंच चुके हैं।
कोहरे ने थामी ट्रेनों की रफ्तार
कोहरे का ट्रेनों के संचालन पर बुरा असर पड़ रहा है। मंगलवार को भी कोहरे की वजह से हावड़ा-दून एक्सप्रेस दस घंटे व लिंक एक्सप्रेस (इलाहाबाद-दून) नौ घंटे देरी से पहुंची। लिंक एक्सप्रेस के देरी से पहुंचने के कारण काठगोदाम एक्सप्रेस भी तीन घंटे देरी से रवाना हुई।
मंगलवार को पहले से ही घंटों देरी से चल रही हावड़ा-दून एक्सप्रेस दून स्टेशन में दस घंटे की देरी से दोपहर 2:35 बजे पहुंची। देरी की वजह से रेलवे ने बुधवार के लिए दून-हावड़ा को रद कर दिया है। लिंक एक्सप्रेस नौ घंटे की देरी से रात 10:15 बजे पहुंची।
इस वजह से काठगोदाम एक्सप्रेस को तीन घंटे की देरी से रात 1:25 बजे के लिए रिशेड्यूल किया गया। दून स्टेशन अधीक्षक सीताराम सोनकर ने बताया कि बुधवार को दून-हावड़ा नहीं चलेगी। जबकि दून-उज्जैनी व दून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस पहले से ही रद चल रही हैं।
देर रात भटकते रहे काठगोदाम के यात्री
दून-काठगोदाम ट्रेन तीन घंटे देरी से चली। इस दौरान ट्रेन के जाने के निर्धारित समय रात 10:35 बजे ही सैकड़ों यात्री स्टेशन पहुंच गए थे। लेकिन, ट्रेन समय पर रवाना नहीं हो सकी। सर्दी की वजह से भी यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।
ये ट्रेनें रहेंगी रद
दून-हावड़ा एक्सप्रेस, 26 दिसंबर
उज्जैनी एक्सप्रेस, 13 फरवरी तक
जनता एक्सप्रेस, 16 फरवरी तक