रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र परिषद की बैठक, यूक्रेन से वापस लौटेंगे भारतीय नागरिक
आकाश ज्ञान वाटिका, 22 फ़रवरी 2022, मंगलवार, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा विवाद अब चरम पर आ गया है। सोमवार को पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों को मान्यता दे दी है। जिसके बाद दोनों देशों के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेन और रूस के बीच तनाव कम करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र परिषद की बैठक चल रही है।
भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया का विशेष विमान आज सुबह भारत से यूक्रेन के लिए रवाना हुआ। ड्रीमलाइनर बी-787 विमान में 200 से अधिक सीटों की क्षमता है। यूक्रेन से विशेष विमान आज रात दिल्ली वापस लौटेगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आज चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी के साथ डीपीआरके में विकास और यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता के बारे में बात की। उन्होंने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई काइस्लात्सिया ने कहा, आज संयुक्त राष्ट्र संघ की पूरी सदस्यता पर हमले हो रहे हैं, 1991 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर को दरकिनार करते हुए सुरक्षा परिषद की सदस्यता पर कब्जा करने वाले देश द्वारा हमला किया जा रहा है, जिसने 2014 में यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर कब्जा किया था। हम रूस से वार्ता के लिए मेज पर लौटने की मांग करते हैं। हम यूक्रेन के क्षेत्रों में अतिरिक्त रूसी कब्जे वाले सैनिकों को तैनात करने के आदेश की निंदा करते हैं। हम कब्जे वाले सैनिकों की तत्काल और पूर्ण सत्यापन योग्य वापसी की मांग करते हैं।
UNSC की बैठक में यूक्रेन पर रूस की प्रतिक्रिया आई है। रूस ने कहा, हम राजनयिक समाधान के लिए कूटनीति के रास्ते खोले हुए हैं। हालांकि, डोनबास में रक्तपात की अनुमति देना कुछ ऐसा है जिसे करने का हमारा इरादा नहीं है। हम अमेरिका के नेतृत्व में हमारे पश्चिमी सहयोगियों द्वारा निभाई गई नकारात्मक भूमिका को नोट करने के लिए मजबूर हैं।
यूक्रेन पर यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं। हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है। नागरिकों की सुरक्षा आवश्यक है। 20,000 से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीयों की सलामती हमारी प्राथमिकता है। रूस के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर करने की क्षमता है।
विदित रहे कि यूक्रेन पर बड़ा कदम उठाते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के विद्रोही इलाकों डोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी है, और सुरक्षा समझौते का भी एलान कर दिया है। पुतिन ने यूक्रेन की सेना को दोनों इलाकों पर गोलाबारी रोकने का निर्देश दिया और कहा कि समझौते के तहत अब इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी रूस की है।