Breaking News :
>>मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने संविधान दिवस के अवसर पर ली शपथ>>संकाय सदस्यों की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेजों को मिली ताकत>>आपदा न्यूनीकरण और क्षमता निर्माण परियोजनाओं के लिए 1115.67 करोड़ मंजूर>>संभल हिंसा- हालात में सुधार, स्कूल खुले लेकिन इंटरनेट सेवा अभी भी बंद>>मंत्री गणेश जोशी ने आल इण्डिया गोरखा एक्स सर्विसमैन वेलफेयर एसोसिएशन के दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में किया प्रतिभाग>>कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने युवा पीढ़ी को दिलायी संविधान संवत् रहने की शपथ>>संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को किया संबोधित >>पुष्पा 2 का गाना ‘किसिक’ रिलीज, अल्लू अर्जुन के साथ अदाओं का जलवा दिखाती नजर आईं श्रीलीला>>कोहरा शुरू होते ही ट्रेनों की रफ्तार औसत 110 किमी प्रति घंटा से घटाकर की गई 75 किमी प्रति घंटा >>क्या आपके बच्चों को भी है मीठा खाने की लत? छुड़वाने के लिए अपनाएं ये तरीके>>ईएसआई कवरेज की धीमी प्रक्रिया पर मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी>>अमेरिकी इतिहास में एक नए दौर की शुरुआत ट्रंप की जीत>>श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के नाम जुड़ी एक और उपलब्धि>>मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम बनेगा गैरसैंण ब्लाक का सारकोट गांव>>उत्तराखण्ड के नये डीजीपी ने किया कार्यभार ग्रहण>>वनवास का गाना ‘यादों के झरोखों से’ जारी, सोनू निगम और श्रेया घोषाल ने लगाए सुर>>दिल्ली सरकार ने बुजुर्गों को दिया बड़ा तोहफा, वृद्धा पेंशन फिर से की शुरू >>भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में 295 रनों से हराया>>उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण- प्रियंका गांधी>>दीपम सेठ बने उत्तराखण्ड के नये डीजीपी
ताज़ा खबरेंदेशविशेष

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को अखिल भारतीय शिक्षा परिषद द्वारा शुरू किए गए लीलावती पुरस्कार से किया सम्मानित

[highlight]महिला सशक्तिकरण हमारे विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण : डॉ० निशंक[/highlight]

  • एआईसीटीई का लीलावती पुरस्कार महिला सशक्तिकरण की थीम पर आधारित है।
  • यह पुरस्कार, अनुमोदित संस्थानों और उससे जुड़े महानुभावों द्वारा जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की समानता एवं निष्पक्षता हेतु किए जा रहें कायों को सम्मान प्रदान करने के उद्येश्य से आरंभ किए गए हैं।

आकाश ज्ञान वाटिका, ११ अप्रैल २०२१, रविवार, नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज यहाँ पर अखिल भारतीय शिक्षा परिषद द्वारा महिला सशक्तिकरण की थीम पर आधारित लीलावती पुरस्कार देकर विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया।

इस अवसर पर अखिल भारतीय शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो० अनिल सहस्त्रबुद्धे, उपाध्यक्ष प्रो० एम.पी. पुनिया, सदस्य सचिव प्रो० राजीव कुमार, छात्र प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ० अमित कुमार श्रीवास्तव, एवं परिषद के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

[box type=”shadow” ][/box]

अखिल भारतीय शिक्षा परिषद द्वारा शुरू किए गए लीलावती पुरस्कार को अनूठी पहल बताते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, “राष्ट्रीय सशक्तिकरण के लिए व्यक्ति का सशक्तिकरण आवश्यक है खासकर महिलाओं का क्योंकि महिला सशक्तिकरण किसी भी राष्ट्र की प्रगति और सामाजिक उत्थान का सबसे बड़ा पैमाना माना जाता है। मेरा मानना है कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों में यह एक मील का पत्थर साबित होगा। मुझे खुशी है कि अखिल भारतीय शिक्षा परिषद ने यह पहल की और शिक्षा एवं नवाचार में समानता की दिशा में एक मार्ग प्रशस्त करते हुए महिला सशक्तिकरण की प्रक्रिया में अपना योगदान प्रदान किया है।”

वर्ष 2021 के लीलावती पुरस्कार के लिए कुल 456 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं थीं, उनमें से 6 श्रेणियों में से 25 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के द्वारा चुना गया है। इन प्रविष्टियों में महिला स्वास्थ्य के तहत 4, महिला उद्यमिता में 4, साक्षरता में 4, कानूनी जागरूकता में 4, आत्मरक्षा में 5 और स्वच्छता में 4 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं हैं।

महिला सशक्तिकरण का उदहारण देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, “आज हमारी महिलायें जीवन के हर एक क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति में खड़ी हैं चाहे वह प्रधानमंत्री हो या राष्ट्रपति हो, मा० स्मृति ईरानी अपने आप में महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ी उदाहरण हैं। इसके अलावा मा० प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्नों को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाने वाली वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण भी इसका बहुत अच्छा उदहारण है। ये दोनों मेरी सहयोगी भी हैं, ऐसे हज़ारों उदाहरण हमारे चारों ओर देखने को मिलेंगे। हमारी महिलाओं को दया और सहानुभूति नहीं, अवसर, विश्वास और सम्मान देने की ज़रूरत है।”

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों में बालिकाओं और महिलाओं के समग्र विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनायें जैसे सुकन्या समृद्धि योजना, बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ योजना, बालिका समृद्धि योजना इत्यादि के बारे में एवं शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई कुछ पहलों के बारे में बात करते हुए कहा, “मंत्रालय द्वारा शुरू की गई सभी योजनायें बालिकाओं और महिलाओं तक शिक्षा की पहुँच एवं शिक्षा में लैंगिक समानता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में बात करते हुए कहा, “शिक्षा के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों को और गति देने के लिए, हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लेकर आए हैं और मुझे पूरा भरोसा है की एनईपी 2020 के क्रियान्वयन के बाद इस देश की बेटियाँ अग्रिम पंक्ति से भारत का नेतृत्व करेंगी और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में अपना योगदान देंगी।”

अपने संबोधन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सभी पुरस्कार जीतने वाली प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि ‘आशा करता हूँ कि आप सब महिला सशक्तिकरण हेतु इसी प्रकार से प्रतिबद्ध रहेंगे।’

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.
error: Content is protected !!