Breaking News :
>>विकास की नई गाथा लिखेगी ट्रिपल इंजन सरकार- रेखा आर्या>>शाहिद कपूर की फिल्म ‘देवा’ बॉक्स ऑफिस पर हुई ढेर, अब तक कमाए 27.07 करोड़ रुपये>>यूसीसी – महिलाओं और बच्चों को मिली सामाजिक- आर्थिक सुरक्षा>>बीआरपी-सीआरपी भर्ती में देरी पर विभागीय मंत्री ने जताई नाराजगी>>खाद्य व किराना डिलीवरी कंपनी जोमैटो का नाम बदलकर हुआ ‘इटरनल’>>भाजपा डाल रही आप पार्टी के उम्मीदवारों पर डोरे, लालच देकर करवाना चाहती है बीजेपी में शामिल- अरविंद केजरीवाल >>महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को दुलारते नजर आए सीएम योगी >>देहरादून में नवनियुक्त मेयर और पार्षदों को आज दिलाई जाएगी शपथ>>क्या आप भी पैरों-टखनों में अक्सर सूजन बने रहने की समस्या से हैं परेशान?तो ना करे अनदेखा, हो सकती है गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं>>मुख्यमंत्री धामी ने साइकिलिंग पदक विजेताओं को मेडल प्रदान कर दी शुभकामनाएं>>उच्च शिक्षा में 55 नये असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिली नियुक्ति>>फाइनल में प्रदेश के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने पहुंची खेल मंत्री>>देशों का दायित्व है की विदेश में अवैध रूप से रह रहे नागरिक को वापस ले लिया जाए – विदेश मंत्री एस. जयशंकर>>योगी आदित्यनाथ ने कृषि, पशुपालन और आत्मनिर्भरता पर दिया जोर>>राष्ट्रपति ट्रंप के फैसलों और कार्यकारी आदेशों का लोगों ने शुरू किया विरोध>>धारा 166,167 अंतर्गत 750 बीघा भूमि पर कब्जा वापसी हुई शुरू- डीएम सविन बंसल >>राजभवन में इस साल सात मार्च से होगा वसंतोत्सव का आयोजन, राज्यपाल की अध्यक्षता में लिया गया निर्णय>>क्या आप भी ऑफिस में अक्सर झपकी या नींद आने की समस्या से परेशान रहते हैं? अगर हां तो इन टिप्स को करे फॉलो>>मुख्यमंत्री योगी ने पौड़ी गढ़वाल में मानगढ़ वासनी देवी की प्राण प्रतिष्ठा में लिया हिस्सा>>हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए राष्ट्रीय खेल मील का पत्थर होगा साबित – सीएम धामी
उत्तराखण्ड

यूसीसी – महिलाओं और बच्चों को मिली सामाजिक- आर्थिक सुरक्षा

देहरादून। समान नागरिक संहिता, के लिए ड्राफ्ट तय करने वाली विशेषज्ञ कमेटी की सदस्य और दून विश्वविद्यालय की वीसी प्रो. सुरेखा डंगवाल के मुताबिक उत्तराखंड समान नागरिक संहिता के जरिए ना सिर्फ महिलाओं और बच्चों की सामाजिक आर्थिक सुरक्षा मजबूत हुई है। बल्कि इससे विवाह संस्था को भी मज़बूती मिलेगी । प्रो. सुरेखा डंगवाल ने बयान जारी करते हुए कहा कि उत्तराखंड समान नागरिक संहिता की भावना ही, लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करते हुए समता स्थापित करना है। उन्होने कहा कि अभी कई ऐसे मामले सामने आ रहे थे, जिसमें महिलाओं को पता ही नहीं होता था कि उनके पति की दूसरी शादी भी है। कुछ जगह धार्मिक पंरपराओं की आड़ में भी ऐसा किया जा रहा था। इस तरह अब शादी का पंजीकरण अनिवार्य किए जाने से, महिलाओं के साथ इस तरह का धोखे की सम्भावना न्यूनतम हो जाएगी। साथ ही इससे चोरी छिपे 18 साल से कम उम्र में लड़कियों की शादी की कुप्रथाओं पर रोक लग सकेगी। इससे बेटियां निश्चित होकर अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकती हैं।

बुजुर्गों और बच्चों को भी सुरक्षा
प्रो. सुरक्षा डंगवाल के मुताबिक उत्तराखंड समान नागरिक संहिता में व्यक्ति की मौत होने पर उनकी सम्पत्ति में पत्नी और बच्चों के साथ माता पिता को भी बराबर के अधिकार दिए गए हैं। इससे बुजुर्ग माता पिता के अधिकार भी सुरक्षित रह सकेंगे। इसी तरह लिव इन से पैदा बच्चे को भी विवाह से पैदा संतान की तरह माता और पिता की अर्जित सम्पत्ति में हक दिया गया है। इससे लिव इन रिलेशनशिप में जिम्मेदारी का भाव आएगा, साथ ही विवाह एक संस्था के रूप में और अधिक समृद्ध होगा साथ ही स्पष्ट गाइडलाइन होने से कोर्ट केस में भी कमी आएगी।

प्रो. सुरेखा डंगवाल ने कहा भारत का संविधान दो वयस्क नागरिकों को अपनी पसंद से जीवनसाथी चुनने की अनुमति देता है। इसके लिए पहले से ही विशेष विवाह अधिनियम मौजूद है, इसमें भी आपत्तियां मांगी जाती है। अब इसी तरह कुछ मामलों में अभिभावकों को सूचना दी जाएगी। वहीं लव जिहाद की घटनाओं को रोकने के लिए पहले से ही धर्मांतरण कानून लागू है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!