त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा- उत्तराखंड के बजाय मध्यप्रदेश की चिंता करे हरीश रावत
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीते रोज सरकार के तीन साल पूरे होने पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर सवाल उठाए थे। अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पलटवार करते हुए कहा कि हरीश रावत को उत्तराखंड के बजाय मध्यप्रदेश की चिंता करनी चाहिए।
प्रदेश की भाजपा सरकार ने 18 मार्च को तीन साल पूरे करने पर विधानसभा क्षेत्रवार कार्यक्रम तय किए थे। इन कार्यक्रमों में विपक्ष के विधायकों को भी उनके विधानसभा क्षेत्रों में अध्यक्षता करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसे लेकर विपक्ष ने सरकार को निशाने पर लिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह इसे लेकर सरकार पर तंज कस चुके हैं।
वहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सरकार को सुझाव दिया कि कोरोना वायरस की आपात स्थिति में सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। इस धन का उपयोग सरकार को कोरोना की रोकथाम के लिए करना चाहिए। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में उल्लासमय आयोजन उचित नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह कहते हुए सरकार को निशाने पर लिया था कि पीएम की कोरोना वायरस पर अपील को देखते हुए उन्होंने होली मिलन कार्यक्रम स्थगित कर दिया। राज्य सरकार सरकारी कार्यक्रम के जरिए करोड़ों रुपये का दुरुपयोग कर रही है।
मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है। फिलहाल वह मध्यप्रदेश की चिंता करें, यही बेहतर है।
जनहित में है सरकार का निर्णय : भाजपा
सरकार के तीन साल पूरे होने पर 18 मार्च को राज्य में विधानसभावार होने वाले कार्यक्रम स्थगित किए जाने के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्णय को जनहित में बताते हुए भाजपा ने इसका स्वागत किया है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.देवेंद्र भसीन ने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर स्थिति नियंत्रण में हैं। सरकार ने भी व्यापक प्रबंध किए हैं, मगर बिना आतंकित हुए बचाव, जागरूकता व सतर्कता के मद्देनजर सरकार का यह कदम समय की जरूरत के अनुकूल है।