प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उज्जैन में नवनिर्मित नव्य-भव्य श्री महाकाल लोक देश को करेंगे समर्पित
प्रदोषकाल व शिव नाम मुहूर्त में प्रधानमंत्री करेंगे नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का अवलोकन व लोकार्पण
शिवनगरी उज्जयिनी को महोत्सव के लिए कुंभ मेले जैसा सजाया गया है
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022, उज्जैन। आदि-अनंत भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में आज शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवनिर्मित नव्य-भव्य श्री महाकाल लोक देश को समर्पित करेंगे। पूरी दुनिया में बसे सनातन धर्मावलंबियों के लिए यह आस्था, श्रद्धा व गौरव का पल होगा। लोकार्पण समारोह के लिए उज्जैन में अप्रतिम साज-सज्जा की गई है। केदारनाथ में नवनिर्माण, काशी विश्वनाथ में परिसर के विस्तार व सोमनाथ में नव्य निर्माण के बाद महाकालेश्वर मंदिर चौथा ज्योतिर्लिंग है, जहां कायाकल्प किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार शाम 5.30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। सर्वप्रथम महाकाल मंदिर पहुंचकर ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद श्री महाकाल लोक का अवलोकन कर लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी लोकार्पण के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। इसी सभा में गायक कैलाश खेर द्वारा लिखा व गाया गया महाकाल गान भी लोकार्पित किया जाएगा। खेर यहां प्रस्तुति भी देंगे।
प्रदोषकाल व शिव नाम मुहूर्त में प्रधानमंत्री करेंगे नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का अवलोकन व लोकार्पण
प्रदोषकाल व शिव नाम मुहूर्त में प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का अवलोकन व लोकार्पण करेंगे, उस समय प्रदोषकाल रहेगा। प्रदोषकाल होने से यह समय सभी इस समय शिव नाम मुहूर्त रहेगा। यह समय इसलिए भी चुना गया है, क्योंकि लोकार्पण के समय शुक्र की महादशा होगी तथा शुक्र की कन्या राशि में बुध के साथ युति होगी।
शिवनगरी उज्जयिनी को महोत्सव के लिए कुंभ मेले जैसा सजाया गया है
शिवनगरी उज्जयिनी को महोत्सव के लिए सिंहस्थ (कुंभ) मेले जैसा सजाया गया है। महाकाल मंदिर में उजास किया जा रहा है, अन्य मंदिरों में भगवान को नए वस्त्र धारण करवाए गए हैं। मोक्षदायिनी नदी मां शिप्रा स्थित रामघाट सहित अन्य घाटों का रंगरोगन व रोशनी से श्रृंगार किया गया है। जगह-जगह त्रिशूल, डमरू सहित महादेव के अन्य प्रतीक दिखाई दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री कुछ देर गर्भगृह के सामने नंदी हाल में ध्यान भी करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी महाकाल मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिंग के दर्शन व पूजन-अर्चन करेंगे, किंतु जलाभिषेक नहीं करेंगे। महाकाल मंदिर में शाम पांच बजे बाद ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक निषेध है। मंदिर के मुख्य पंडित घनश्याम पुजारी षोडशोपचार पूजन अर्थात सोलह प्रकार के द्रव्यों से राजाधिराज महाकाल का पूजन करवाएंगे। पश्चात प्रधानमंत्री कुछ देर गर्भगृह के सामने नंदी हाल में ध्यान भी करेंगे।
श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की गूंज विदेश में भी सुनाई देगी
भाजपा के विदेश संपर्क विभाग ने यूएसए, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूके, यूएई, कनाडा, हालैंड, कुवैत सहित 40 देश के एनआरआइ को लोकार्पण कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की है। मध्य प्रदेश भाजपा ने इन एनआरआइ को कार्यक्रम की लाइव लिंक भेजी है। इतना ही नहीं, विदेश के मंदिरों में लोकार्पण के अवसर पर मनेगा उत्सव, मंदिरों में दीप जलाए जाएंगे।
कार्यक्रम बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इस तैयारी को लेकर वर्चुअल बैठक की गई, जिसमें इन देशों के एनआरआइ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, विदेश संपर्क विभाग के सह संयोजक सुधांशु शामिल थे।
अद्भुत, अकल्पनीय और अलौकिक
सभी 13 अखाड़ों में श्री महाकाल लोक के निर्माण व लोकार्पण को लेकर उत्सवी उल्लास है। जूना अखाड़ा, निरंजनी पंचायती अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा सहित सभी अखाड़ों के साधु-संतों, महामंडलेश्वर आदि ने श्री महाकाल लोक को अद्भुत, अकल्पनीय और अलौकिक बताया है। अखाड़ों के स्थानीय आश्रमों में वेदपाठी बटुकों, आचार्यों ने भी लोकार्पण को अपने-अपने अखाड़ों में उत्सव स्वरूप में मनाने की तैयारियां की हैं।