धारी के ग्राम प्रधानों ने लगाई गुहार : “शिल्पकारों की ज़मीनों को बचाओ साहब, वरना नाम लेने को तक नहीं रहेगा कोई”
आकाश ज्ञान वाटिका, 14 सितम्बर 2022, बुधवार, देहरादून। बुधवार को अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पी.सी. गोरखा से धारी के ग्राम प्रधानों ने लगाई गुहार। नैनीताल जिले के धारी ब्लॉक का भ्रमण किया गया, जहाँ पर विकासखड के ग्राम प्रधानों ने एक स्वर में शिल्पकारों की ज़मीनें बेचने की बात कही है। जिसमें धारी ब्लॉक के कई अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्राम पंचायत के लोग मामूली रूपयों को लेकर अपनी ज़मीनें ओने-पौने दाम पर बेचकर वेघर होने लगे हैं। धारी ब्लॉक के अनेक ग्राम पंचायतों से आए प्रधान गण व जनप्रतिनिधियों ने आपबीती सुनाई है। कई जन प्रतिनिधियों ने बाहुल्य ग्राम में पेयजल समस्या, आवास विहीन और सड़क से वंचित होने की समस्याओं से मा० उपाध्यक्ष को अवगत कराया, साथ ही बाहरी व्यक्तियों द्वारा क्षेत्र की पच्चास प्रतिशत भूमि को क्रय करने से क्षेत्र वासियों लिए खतरा बताया। जिसमें सराकर द्वारा तुरन्त रोक लगाने की गुहार लगाई। जिसमें आयोग ने भूमि क्रय विक्रय करने में संनलिप्त अधिकारियों को पूर्ण दस्तावेज़ न होने और फर्जी दस्तावेज से अग्रिम कारवाही न करने के निर्देश दिए। साथ ही उपाध्यक्ष ने कहा कि अगर सरकारी तन्त्र द्वारा किसी गरीब अनुसूचित जाति के व्यक्तियों का कोई भी कार्य नहीं किया जाता अथवा सरकार द्वारा चलाई जाने वाली जन हितपयोगी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाता है तो आयोग में अपनी समस्या से संबन्धित पत्र भेज कर आयोग द्वारा संबन्धित विभाग को निर्देशित किया जायेगा, ताकि अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को लाभ मिल सकें और एस सी पी योजनाओं के बजट को एस सी बाहुल्य क्षेत्र में ही कार्य करने को कहा।
इसके बाद उपाध्यक्ष पी.सी. गोरखा ने तहसील कार्यालय धारी का निरीक्षण किया तथा अनुसूचित जाति के परिवारों की भूमि राजस्व की जानकारी ली गयी।
इस अवसर पर उप जिला अधिकारी योगेश सिंह, तहसीलदार तानिया राजवाड, खण्ड विकास अधिकारी नारायण दत्त भट्ट,कानून गो कैलाश आर्या,पटवारी निधि चौधरी, प्रकाश सैनी, रवि वर्मा, कौशल पाण्डे ग्राम विकास अधिकारी, रेखा आर्या, ग्राम प्रधान अनर्या, दीपा ग्राम प्रधान पनियाली, नीरज कुमार ग्राम प्रधान कुलौरी, राजेंद्र सिंह बिष्ट ग्राम प्रधान धनाचूली, श्रवण कुमार क्षेत्र पंचायत सदस्य, रवि शंकर ग्राम प्रधान पटगाँव, कैलाश वर्मा बबियार्ड, हरीश चंद्र ग्राम प्रधान च्यरीगाड़, लीलाधर ग्राम प्रधान सरना, लाल सिंह ग्राम प्रधान मझेड़ा आदि लोग उपस्थित थे।