दिल्ली के पड़ोसी राज्यों हरियाणा और उत्तर प्रदेश की ओर से बॉर्डर सील करने के बाद डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की बढ़ी समस्या
आकाश ज्ञान वाटिका, १ मई २०२०, शुक्रवार। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पड़ोसी राज्यों हरियाणा और उत्तर प्रदेश की ओर से सीमा (बॉर्डर) सील करने के बाद डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की समस्या बढ़ गई है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के डॉक्टर न ही दिल्ली आ पा रहे हैं और न ही दिल्ली में कार्यरत डॉक्टर यहां से से बाहर जा पा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि सैकड़ों डॉक्टर दिल्ली में ड्यूटी करने के बाद घर नहीं जा पा रहे हैं। उनके हॉस्टल व होटल में रुकने की व्यवस्था की गई है। हालांकि अब यह बात समाने आ रही है कि डीएनडी से आने-जाने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्य कíमयों को पास जारी होगा, इसलिए नोएडा व दिल्ली के बीच आवागमन में डॉक्टरों को परेशानी नहीं होगी।
उधर, हरियाणा के शहरों से आवागमन में परेशानी बनी हुई है। सफदरजंग रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मनीष कुमार ने कहा कि करीब 30 से 35 फीसद डॉक्टर एनसीआर के शहरों से आते हैं। फिलहाल स्थिति यह है कि जो डॉक्टर दिल्ली में हैं वे अपने घर नहीं जा पा रहे हैं और जो घर पर हैं वे वापस दिल्ली नहीं आ पा रहे हैं। इस वजह से समस्या बढ़ गई है। इस बारे में रेजिडेंट डॉक्टरों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से भी गुहर लगाई है, लेकिन समस्या जस की तस बरकरार है।
वहीं एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि बृहस्पतिवार को इस बार में संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की गई। जिसमें यह बताया गया है कि डीएनडी बॉर्डर से आने-जाने के लिए पास जारी होगा। वहीं दिल्ली के दूसरे सरकारी अस्पतालों व निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को भी आवागमन में परेशानी हो रही है। इस संबंध में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सयेंद्र जैन का कहना है कि पडोसी राज्य सरकारों से बातचीत चल रही है। समस्या का जल्द निदान निकलेगा।