Breaking News :
>>केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान, इस दिन होगी वोटिंग>>विजिलेंस ने स्वास्थ्यकर्मी को रिश्वत लेते पकड़ा>>सीएम धामी ने पीसीएस परीक्षा में चयनित 289 अधिकारियों को प्रदान किये नियुक्ति पत्र>>भारत ने अमेरिका के साथ प्रीडेटर ड्रोन्स खरीदने का किया सौदा, भारतीय नौसेना की बढ़ेगी ताकत >>पीएमएवाई के लाभार्थियों के चयन के डिमाण्ड सर्वे को जल्द पूरा करने के निर्देश >>घरेलू टी20 प्रतियोगिता ‘सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी’ से हटा इम्पैक्ट प्लेयर नियम, बीसीसीआई ने किया एलान >>पर्यटकों के लिए खोला गया कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का बिजरानी जोन>>भूस्खलन के चलते बंद गंगोत्री हाईवे लगभग आठ घंटे बाद आवाजाही के लिए खुला>>मसल्स बनाने के लिए ये हैं प्रोटीन के सबसे बड़े सोर्स, अपनी डाइट में ऐसे करें शामिल>>उत्तराखंड की सभी ग्राम सभाओं में बनेंगी सहकारी समिति>>खनन के राजस्व से खूब भर रहा धामी सरकार का खजाना>>शास्त्रीय भाषाओं का विस्तार>>कूड़े के निस्तारण के लिए डंपिंग जोन चिन्हित किये जाए>>जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटा, उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नई सरकार का शपथ ग्रहण 16 अक्टूबर को संभव>>सीएम धामी ने “विश्व मानक दिवस“ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में किया प्रतिभाग >>पैराग्लाइडिंग – आसमान की उंचाई नापने के लिए तैयार हैं उत्तराखण्ड के युवा>>दिल्ली में पटाखों पर लगा प्रतिबंध, सरकार ने जारी किए दिशा- निर्देश>>उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने 613 पदों पर भर्ती के प्रस्ताव लौटाए>>हर विद्यालय की भूमि उसके नाम दर्ज होनी चाहिए – शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत>>भविष्य की राह : ईवी चार्जिंग के लिए दिशा- निर्देश, 2024
उत्तराखण्ड

हर विद्यालय की भूमि उसके नाम दर्ज होनी चाहिए – शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत

शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को स्कूल की भूमि से अतिक्रमण हटाने के दिए निर्देश 

देहरादून।  उत्तराखंड में जमीनों की कीमत बढ़ने से न सिर्फ नदी, नालों बल्कि हजारों विद्यालयों की भूमि पर भी माफिया की नजर है। विद्यालयों में अतिक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में 4891 विद्यालयों को भूमि दान में मिली थी जो अब भी उनके नाम दर्ज नहीं है। इसे देखते हुए शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को स्कूल की भूमि से अतिक्रमण हटाने और विद्यालयों के नाम भूमि की रजिस्ट्री के निर्देश दिए हैं। मंत्री का कहना है कि हर विद्यालय की भूमि उसके नाम दर्ज होनी चाहिए। उन विद्यालयों को समग्र शिक्षा के तहत पैसा नहीं दिया जाएगा जिनके नाम जमीन नहीं है।

प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा के तहत 591 और प्रारंभिक शिक्षा के 4300 विद्यालयों के नाम जमीन नहीं है। विद्यालयों को यह जमीन दान में मिली है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जमीनों की कीमत बढ़ने से स्कूल की भूमि पर अतिक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे भी प्रकरण हैं जिनमें भूमि स्कूल के लिए दान में दिए जाने के बाद अब नई पीढ़ी इस भूमि पर अपना हक जता रही है। देहरादून में सचिवालय के ठीक सामने एक सरकारी जूनियर हाईस्कूल चल रहा था। करीब 200 करोड़ रुपये कीमत की इस भूमि को कानूनी दांव-पेंच में उलझाने के बाद स्कूल ही शिफ्ट करवा दिया गया। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के मुताबिक राज्य में करीब 17,000 सरकारी विद्यालय हैं।

इनमें से अधिकतर विद्यालयों के नाम जमीन की रजिस्ट्री करवा दी गई है। जिन विद्यालयों के नाम जमीन की रजिस्ट्री नहीं है उनकी रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए गए हैं। कुछ विद्यालय वन भूमि में हैं। वन भूमि वाले विद्यालयों की जमीन की रजिस्ट्री के लिए भी नीति बनाई जाएगी। इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!