उत्तराखंड की राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना, पूर्व सैनिकों और प्रदेशवासियों को दी शुभकामनायें
“विजय दिवस, भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है” : राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य
“राज्य में भारतीय सेना को समर्पित एक ऐसा भव्य स्मारक बनाया जाएगा जिसमें भारतीय सेना के गौरवमय इतिहास की झलक प्रदर्शित की जाएगी” : मुख्यमंत्री
[highlight]“हमेशा याद रखा जाएगा सैनिकों का बलिदान”[/highlight]
आकाश ज्ञान वाटिका, 16 दिसम्बर 2020, बुधवार, देहरादून। उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना, पूर्व सैनिकों और प्रदेशवासियों को शुभकामनायें दी हैं।
विजय दिवस की पूर्व संध्या पर संदेश जारी कर राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि विजय दिवस, भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है। देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए समर्पित सेना के प्रत्येक जवान और शहीद पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है। भारत के प्रत्येक नागरिक के हृदय में भारतीय सेना के प्रति अपार स्नेह व सम्मान है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संदेश में कहा कि भारतीय सेना के वीर जवानों द्वारा पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस भारतीय सेना के शौर्य पराक्रम और मान को स्थापित करता है। उन्होंने 1971 भारत-पाक युद्ध के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारे सैनिकों के पराक्रम से पाकिस्तानी सैनिकों का मनोबल टूट गया था। उत्तराखंड देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है। यहाँ सदैव देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सैनिकों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से किया जा रहा है। इसके लिए जिलों में एडीएम स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में भारतीय सेना को समर्पित एक ऐसा भव्य स्मारक बनाया जाएगा जिसमें भारतीय सेना के गौरवमय इतिहास की झलक प्रदर्शित की जाएगी। इससे हमारी भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमे अपने सैनिकों की वीरता पर नाज है और पूरा देश उनकी बहादुरी को नमन करता है।