उत्तराखण्ड के खानपान, रीति-रिवाजों और पारंपरिक विरासत पर आधारित फिल्म ‘मीठी-माँ कु आशीर्वाद’ 30 अगस्त से सिनेमाघरों में होगी रिलीज़
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 27 अगस्त 2024, देहरादून। पूरे उत्तराखण्ड में 30 अगस्त से बहुप्रतिक्षित फिल्म ‘मीठी-माँ कु आशीर्वाद रिलीज के साथ सिल्वर स्कीन पर अपनी समृद्ध खानपान की विरासत को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है राज्य की पहाड़ी खानपान की परंम्पराओं का जश्न मनाने वाली यह अनूँठी फिल्म उत्तराखण्ड के सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी।
‘मीठी-माँ कु आशीर्वाद’ की कहानी को खूबसूरती से बुनती है जो एक गाँव की लड़की है, जिसे अपनी माँ की पाक-कौशल और उत्तराखण्ड की समृद्ध खाद्य परंम्पराओं की विरासत मिली है। फिल्म में भोजन और लोगों के बीच के गहरे संबंध को दर्शाया गया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे उत्तराखण्ड के सरल लेकिन पौष्टिक व्यंजन, कहानी को आगे बढाते हैं और दर्शकों को पात्रों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उत्तराखण्ड के सुरम्य परिदृश्यों की पृष्ठ भूमि में बनी यह फिल्म मीठी के जीवन को दर्शाती है, जिसमें में वह उन चुनौतियों का सामना करती है जो उसे अपना गाँव छोडकर शहर में जाने के लिए मजबूर करती हैं। अपने पहाड़ी पारंम्परिक व्यंजनों के लिए उपहास का सामना करने के बावजूद मीठी की पाक कला की प्रतिभा सड़क किनारे के ढाबे के ग्राहकों से लेकर मास्टर सेफ शैली की प्रतियोगिता के जजों तक सभी को मंत्रमुग्ध करती है। फिल्म दर्शकों को एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाती है, जिसमें मीठी अपनी विरासत को संरक्षित करने, अतित के घाव को दूर करने और अपनी पैतृक भूमि पर गर्व करने वाले भविष्य का निर्माण करने का प्रयास करती है।
उत्तराखण्डी भोजन, विशेष रूप से मोटे अनाजों से बने व्यंजन, पोषक तत्वों से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, फिर भी मुख्यधारा की बातचीत में इसका प्रतिनिधित्व कम ही होता है। इस बात ने हमें एक ऐसी कहानी बनाने के लिए प्रेरित किया जो शहरी और समकालीन पृष्ठभूमि पर आधारित उत्तराखण्ड की संस्कृति, विरासत और पलायन के विषयों को छूती है, यह बात वैभव गोयल निर्माता ‘मीठी-माँ कु आशीर्वाद’ ने प्रेस वार्ता के जरिए कही। फिल्मांकन से करीब एक साल पहले गोयल ने पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल के नेतृत्व में बॉलीवुड ऑडिशन शैली के माध्यम से फिल्म में उत्तराखण्ड की नई और युवा प्रतिभाओं को फिल्म में एक्टिंग का मौका भी दिया।
फिल्म की शूटिंग उत्तरकाशी के जखोल गाँव में की गई, जहां राजमा और सेब की खेती ने ग्रामीणों को अपनी आजीविका चलाने में सक्षम बनाया है। अतिरिक्त दृश्य देहरादून, हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, दिल्ली और नोएडा में फिल्माये गए हैं। पवनदीप राजन और विवेक नौटियाल के गीतों और आदी द्वारा रचित संगीत वाली फिल्म का जीवंत साउंडट्रैक फिल्म की अपील में इजाफा करता है।
कांता प्रसाद द्वारा निर्देशित और कलर्ड चेकर्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले वैभव गोयल द्वारा निर्मित, ‘मीठी-माँ कु आशीर्वाद’ उत्तराखण्ड के लोगों का दिल छू लेने वाली कहानी, शानदार दृश्यों और भावपूर्ण संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए तैयार है। यह फिल्म 30 अगस्त को देहरादून के सैट्रियों मॉल, ऋषिकेश के रामा पैलेस, विकासनगर के न्यू उपासना सिनेमा, रुड़की के आरआर सिनेमा और कोटद्वार के केए सिनेमा में एक साथ रिलीज होगी।
बहुप्रतिक्षित फिल्म की स्टार कास्ट भी प्रेस कॉफ्रेंस में मौजूद रही, जिसमें मुख्य अभिनेत्री मेघा खुगशाल के साथ मुख्य अभिनेता मोहित घिल्डियाल भी शामिल थे जिनके साथ सहायक अभिनेता नवल सेमवाल और पार्थ कोटियाल भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में फिल्म के अन्य प्रमुख कालाकार भी मौजूद थे जिनमें पद्मेन्द्र रावत, मुकेश शर्मा, अंजली रमोला, संदीप नायक, रणवीर चौहान, नीलम रावत, संजय बडोनी, राजश नौगाई, राजीव शुक्ला और रोमा पंडित शामिल थे। फिल्म के परदे के पीछे की प्रतिभा भी उतनी ही प्रभावशाली रही जिसमें डी०ओ०पी० कुलदीप सिंह रावत के साथ लेखक धर्मेश सागर मौजूद थे। फिल्म में संगीत निर्देशन आर-नेड ने दिया है । जबकि गीत आदी ने लिखे हैं। साउंड ट्रैक को अपनी आवाज देने वाले पवनदीप राजन और विवेक नौटियाल हैं। लाइन प्रोड्यूसर निखिल जैन, क्षितिज सिंह और निखिल नाहर भी मौजूद रहे। प्रतिभा और रचनात्मकता का यह मिलन एक ऐसा सिनेमाई अनुभव देने का वादा करता है जिसका दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।