विधि-विधान के साथ बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट
मुखवा के लिए रवाना हुई माँ गंगा की डोली
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 14 नवम्बर 2023, उत्तरकाशी/देहरादून। शीतकाल के लिए गंगोत्री धाम के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए। माँ गंगा की डोली मुखवा के लिए रवाना हो गई है। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रियायें भी आज से शुरू हो गई है। धार्मिक परंपरा के अनुसार, पूजा-अर्चना और भोग लगने के बाद धाम परिसर में स्थित भगवान गणेश मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जायेंगे, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बंंद किए जायेंगे।
खरशालीगाँव में स्थित माँ यमुना मंदिर में भी माँ यमुना के स्वागत की तैयारी चल रही है। यमुनोत्री धाम से यमुना के पुजारी पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि कल 15 नवम्बर को भैया दूज के पावन पर्व पर 11 बजकर 57 मिनट पर निर्धारित समय पर माँ यमुना के कपाट भी बंद कर दिए जायेंगे और माँ यमुना का उत्सव श्री विग्रह शीत कालीन प्रवास खुशी मठ, खरसाली के लिए अपने भाई शनि देव जी की अगुवाई में प्रस्थान करेगी।
इससे पूर्व कल 15 नवम्बर सुबह 8 बजे खरशालीगाँव से यमुना के भाई शनिदेव महाराज की डोली बहन को लेने यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी और 10 बजे धाम पहुँचेगी। उसके पश्चात विधि-विधान के विशेष पूजा अर्चना अभिषेक आदि कर शीतकाल के लिए छ: माह के लिए माँ यमुना मंदिर के कपाट बंद कर दिए जायेंगे।