Breaking News :
>>मसूरी को मिलेगी जाम से राहत, पहली बार शटल सेवा होगी संचालित>>विदेश मंत्री जयशंकर ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ के 79वें सत्र में शामिल होने के लिए पहुँचे अमेरिका>>हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 : कांग्रेस ने लॉन्च किया घोषणा पत्र>>मुख्यमंत्री धामी ने लांच की प्रवासी उत्तराखण्ड प्रकोष्ठ की वेबसाइट>>बेलगाम ट्रक ने छात्रा को कुचला, मौके पर ही हुई मौत, चालक के खिलाफ मामला दर्ज>>सिकंदर से आए भाईजान के लुक ने मचा दी इंटरनेट पर तबाही>>उक्रांद के पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक बीडी रतूड़ी का हुआ निधन >>इस खट्टी-मीठी ड्रिंक से मिलेगा कमाल का ग्लो, जानिए ग्लोइंग स्किन ड्रिंक का राज>>शिक्षा विभाग को मिले 292 और अतिथि शिक्षक>>विश्व पर्यटन दिवस पर महाराज ने किया 85 लेम्बोर्गिनी कारों के डेलिगेशन का स्वागत>>क्षतिग्रस्त केदारनाथ मार्ग के लिए 9 करोड़ 64 लाख रुपए आवंटित>>गैस को हरित बनाने की प्रक्रिया के लाभ>>यूएलएमएमसी की निकाय बैठक में कई प्रोजेक्ट्स को मिली हरी झंडी>>उत्तराखण्ड के चार गाँवों को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार>>आखिरकार आ ही गया कार्तिक आर्यन की ‘भूल भुलैया 3’ का पहला लुक, दिवाली धमाका बनकर आयेंगे रूह बाबा>>देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल का मास्टर स्ट्रोक, 07 वर्षो से चली आ रही कार्यप्रणाली को किया समाप्त>>पर्यटन में नया मुहावरा गढ़ने को बेताब उत्तराखंड, नए डेस्टिनेशन के रूप में किया जा रहा विकसित >>एसडीआरएफ ने नदी में फंसे तीन चरवाहों और बकरियों को बचाया>>चमकदार त्वचा पाने के लिए सेब के छिलकों का करें इस्तेमाल, जानिए तरीका>>आदिवासियों के संसाधनों को घुसपैठियों के हाथों में दे रही झारखंड सरकार : मुख्यमंत्री धामी
देहरादून

मुख्य सचिव ने 383.11 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट तत्काल नाबार्ड को भेजने के दिए सख्त निर्देश 

जलस्रोतों एव नदियों के पुनर्जीवीकरण के प्रोजेक्ट नाबार्ड हेतु प्रस्तावित करने के निर्देश

आकाश ज्ञान वाटिका, गुरुवार, 13 जून 2024, देहरादून। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने लोक निर्माण, सिंचाई, पशुपालन, स्कूली शिक्षा, कौशल तथा तकनीकी शिक्षा विभाग को 24 घण्टे की डेडलाइन देते हुए अवशेष 383.11 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट तत्काल नाबार्ड को भेजने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही श्रीमती रतूड़ी ने 31 जुलाई की समयसीमा निर्धारित करते हुए सभी विभागों को वित्त विभाग को डीपीआर भेजने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने विभागों को भविष्य में नाबार्ड की समयसीमा के अनुसार ही अपने प्रोजेक्ट के बजट बनाकर समयबद्धता से भेजने की सख्त हिदायत दी है।

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने विभागों को अपने प्रोजेक्ट के प्रस्ताव, आहरण, प्रोजेक्ट कम्पलीशन सर्टिफिकेट (पीसीसी), प्रोजेक्ट कम्पलीशन रिपोर्ट (पीसीआर) को ऑनलाइन जमा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने विभागों को प्रोजेक्ट पूरे होने पर एक सप्ताह के भीतर प्रोजेक्ट कम्पलीशन सर्टिफिकेट तथा छः माह के भीतर प्रोजेक्ट कम्पलीशन रिपोर्ट (पीसीआर) जमा करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही श्रीमती राधा रतूड़ी ने विभागों को शहरी अवसंरचना विकास निधि (यूआईडीएफ) के तहत पार्किंग, मलिन बस्तियों के पुनर्विकास एवं शहरी वनीकरण के प्रोजेक्ट को शीर्ष प्राथमिकता पर नाबार्ड को भेजने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने विभागों को सख्त हिदायत दी है कि नाबार्ड को सिर्फ उच्च गुणवत्ता वाले तथा योग्य प्रोजेक्ट ही प्रस्तावित किए जाने चाहिए। प्रोजेक्ट्स की प्राथमिकता भी विभागों द्वारा ही तय की जानी चाहिए । और विभागों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि फण्डिंग की डुप्लीकेसी ना हो। उन्होंने अपेक्षाकृत छोटे प्रोजेक्ट को नाबार्ड में प्रस्तावित ना करने का सुझाव दिया है। मुख्य सचिव ने विभागों को दिए गए लक्ष्य के 50 प्रतिशत प्रोजेक्ट 30 जून, 60 प्रतिशत प्रोजेक्ट 31 जुलाई तथा 100 प्रतिशत प्रोजेक्ट 15 अगस्त तक वित्त विभाग को भेजने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने वित्त विभाग को भी प्रतिपूर्ति ( reimbursement ) हेतु बिल नाबार्ड में जमा कराने हेतु प्रत्येक चार माह का टारगेट दिया है। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी विभागों को कड़ाई से स्पष्ट किया है कि प्रतिपूर्ति ( reimbursement ) लेने में असफल होने वाले विभागों को इस सम्बन्ध में भविष्य में कार्यशैली में सुधार करना होगा। मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग को जलस्रोतों एव नदियों के पुनर्जीवीकरण के प्रोजेक्ट नाबार्ड हेतु प्रस्तावित करने के निर्देश दिए।

सचिवालय में नाबार्ड की उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि राज्य के ग्रामीण विकास में नाबार्ड द्वारा प्राप्त होने वाली वित्तीय सहायता का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

बैठक में जानकारी दी गई कि वित्त विभाग द्वारा कुल 360.47 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट प्राप्त किए गए हैं जिनमें सिंचाई विभाग से 77.40 करोड़ के 10 प्रोजेक्ट, लोक निर्माण विभाग से 193.11 करोड़ के 89 प्रोजेक्ट, तकनीकी शिक्षा से 66.96 करोड़ के 4 प्रोजेक्ट, पशुपालन से 9.52 करोड़ का 1 प्रोजेक्ट, ग्रामीण निर्माण विभाग से 13.4811 करोड़ के 5 प्रोजेक्ट हैं। वर्ष 2023-24 में राज्य को नाबार्ड द्वारा कुल अनुमोदित 904.4 करोड़ के सापेक्ष भुगतान 954.9 करोड़ रहा है। वर्ष 2024-25 के लिए आरआईडीएफ के तहत 1200 करोड़ का अनुमोदित लक्ष्य तथा 969 करोड़ रूपये का प्रतिपूर्ति ( reimbursement ) लक्ष्य रखा गया है।

राज्य में नाबार्ड के तहत ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) से 2.05 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिचाई सुविधाओं का सृजन एवं पुनर्द्धार किया गया है। लगभग 14,766 किमी ग्रामीण सड़कों के नेटवर्क का निर्माण एवं सुधार किया गया है। 27307 मीटर ब्रिज का निर्माण हो चुका है। 23.77 लाख ग्रामीण आबादी को पेयजल सुविधा मिल चुकी है। 241 स्कूल एवं आईटीआई का निर्माण एवं पुनरुद्धार हो चुका है।

बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव दिलीप जावलकर, सीजीएम नाबार्ड सहित वित्त, लोक निर्माण, सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!