खाई में लुढ़क रही थी कार, तभी इस चमत्कार से बची पर्यटकों की जान
देहरादून। इसे चमत्कार ही कहेंगे कि खाई में लुढ़क रही पर्यटकों की कार अचानक रुक गई और पेड़ पर अटक गई। इससे चार पर्यटकों की जान भी बच गई।
इन दिनों चकराता की पहाड़ियां बर्फ से लकदक हैं। वहीं, सड़कों पर जमी बर्फ अब खतरनाक हो चुकी है। बर्फ और पाले के चलते सड़क पर वाहन फिसल रहे हैं। सेलाकुई निवासी संजय, ज्ञान चंद कटियार निवासी महिसपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश, रशीद मसूद व करीम मिर्जा निवासीगण सेलाकुई कार से बर्फबारी का लुफ्त लेने के लिए चकराता आए थे।
देर सायं वे कार से वापस लौट रहे थे। इस दौरान चकराता-लाखामंडल मार्ग पर सप्लाई के समीप उनकी कार बर्फ में फिसल गई और सड़क किनारे खाई की तरफ लुढ़कने लगी। इसी दौरान कार एक बड़े पेड़ से टकरा गई। यदि पेड़ न होता तो कार सौ मीटर गहरी खाई में गिर जाती, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। कार सवार संजय निवासी सेलाकुई को मामूली चोटें आयी हैं, जबकि अन्य तीनों लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
एसडीआरएफ टीम ने कार को सड़क तक खींचा। इसके बाद संजय को सीएचसी ले गए। जहां उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। थानाध्यक्ष चकराता अनूप नयाल ने बताया कि हादसे में बाल-बाल बचे पर्यटकों में एक को मामूली खरोंच आयी थी। चारों वापस चले गए हैं।
छह गाड़ियां फिसल चुकी हैं पाले में
चकराता क्षेत्र में अभी तक पर्यटकों के छह वाहन फिसल चुके हैं। कोरुवा में तो पर्यटकों के दो वाहन दो दिन के भीतर खाई में गिरे थे। पुरोड़ी में भी पर्यटकों का वाहन पाले पर फिसला था। छह घटनाएं होने पर भी लोनिवि ने अभी तक सड़क से बर्फ हटाने की कोई कार्रवाई नहीं की है।