आतंकियों ने भाजपा नेता, पिता और भाई की गोली मारकर की हत्या, पीएम मोदी जताया दुख
आकाश ज्ञान वाटिका, 9 जुलाई 2020, गुरुवार। उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिला में आतंकियों ने बुधवार रात बड़ा हमला किया। आतंकियों ने भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व जिला प्रधान शेख वसीम उर्फ वसीम बारी, उनके भाई उमर सुल्तान और पिता बशीर शेख की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। उमर भाजपा की जिला युवा इकाई का सदस्य थे, जबकि उनके पिता बशीर शेख भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रह चुके थे। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर आतंकियों की धरपकड़ के लिए बड़ा तलाशी अभियान छेड़ दिया है। पुलिस ने भाजपा नेता की सुरक्षा में तैनात 10 पुलिसकर्मियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
किसी ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
फिलहाल, किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बुधवार (8 जुलाई) को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी की चौथी बरसी भी थी। जानकारी के अनुसार, रात करीब 8:50 बजे स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों का एक दल बांडीपोरा के मुस्लिमाबाद इलाके में आया। आतंकियों ने भाजपा के पूर्व जिला प्रधान शेख वसीम के मकान की निशानदेही की। उस समय भाजपा नेता अपने भाई और पिता संग मकान के साथ सटी अपनी दुकान पर ही थे।
पुलिस स्टेशन के पास हुआ हमला
भाजपा नेता का मकान बांडीपोर पुलिस स्टेशन के पास है। आतंकियों ने मकान के बाहर दुकान पर मौजूद शेख वसीम, उनके पिता बशीर शेख और भाई उमर पर पिस्तौल से गोलियां दागीं। खून से लथपथ तीनों गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। उनको मृत समझकर आतंकी भाग निकले।
कर्तव्य का निर्वाह करने में नाकाम रहे 10 पुलिसकर्मी : आइजी
गोलियों की आवाज सुनकर पुलिस स्टेशन और निकटवर्ती शिविरों से सेना की आरआर के जवान मौके पर पहुंच गए। सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस के 10 जवानों का दस्ता हमले के समय वहां मौजूद नहीं था। ये सुरक्षाकर्मी कथित तौर पर दुकान के ऊपर बने एक कमरे में मौजूद थे। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि भाजपा नेता की सुरक्षा में तैनात सभी 10 पुलिसकíमयों व एसपीओ से पूछताछ की जा रही है। ये अपने कर्तव्य का निर्वाह करने में नाकाम रहे हैं।
तिरंगे के साथ नजर आते थे वसीम
भाजपा नेता शेख वसीम पक्के राष्ट्रभक्त थे। वह अक्सर तिरंगे झंडे के साथ साथ आते थे। सूत्रों ने बताया कि शेख वसीम और उनके परिजनों की सुरक्षा के लिए पहले उनके निवास पर आइटीबीपी के जवानों का एक दस्ता तैनात था। इस दस्ते को करीब डेढ़-दो माह पहले ही हटाया गया था और एक दर्जन पुलिस कर्मी व एसपीओ तैनात किए गए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर बांडीपोरा में भाजपा नेता, उनके भाई और पिता की हत्या की घटना की विस्तृत जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए परिवार के साथ गहरी संवेदना जताई है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव ने कहा कि वह इस घटना से स्तब्ध हैं।
व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान : जेपी नेड्डा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नेड्डा ने ट्वीट कर कहा कि हमने बांडीपोरा में आतंकियों के कायराना हमले में शेख वसीम बारी, उनके भाई और पिता को खो दिया है। यह पार्टी की बड़ी क्षति है। मेरी गहरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। पूरी पार्टी शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि शेख वसीम बारी, उनके भाई और पिता का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उमर अब्दुला ने की निंदा
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि कश्मीर में मुख्यधारा की राजनीति से जुड़े लोगों पर आतंकी हमले बदस्तूर जारी हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर ने कहा कि इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। हमले ने कश्मीर में सुधरते हालात के सरकार के दावों की पोल भी खोल दी है। यह कृत्य करने वाले कश्मीर और इस्लाम के दुश्मन हैं।
चार साल में भाजपा के तीसरे वरिष्ठ नेता की हत्या
कश्मीर में पिछले चार सालों में किसी वरिष्ठ भाजपा नेता की हत्या की यह तीसरी वारदात है। इससे पूर्व दो नवंबर 2017 को शोपियां में भाजपा की युवा इकाई के जिला प्रधान गौहर बट को आतंकियों ने अगवा कर लिया था। अगले दिन बट की सिरकटी लाश मिली थी। बीते साल चार मई को अनंतनाग के नौगाम वेरीनाग में आतंकियों ने भाजपा के बुजुर्ग नेता गुल मोहम्मद मीर अटल की उनके घर के बाहर हत्या कर दी थी।
पिछले महीने हुई थी कश्मीरी पंडित सरपंच की हत्या
बीते जून महीने की शुरुआत में दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात की जिम्मेदारी कश्मीर में आतंक का नया पर्याय बने जिहादी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। बीते 17 वर्षों में वादी में किसी कश्मीरी पंडित की आतंकियों द्वारा हत्या की यह पहली वारदात थी। सरपंच कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे। अजय पंडिता की हत्या की स्थानीय नेताओं ने कड़ी निंदा की थी।
बौखलाहट में जन प्रतिनिधियों को बना रहे निशाना
हाल के दिनों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई से बौखलाए आतंकी जन प्रतिनिधियों को निशाना बनाने लगे हैं। वहीं सुरक्षा बलों ने आतंकियों के सफाए के लिए टॉप-12 आतंकियों की हिट लिस्ट बनाई है। मौजूदा वक्त में वादी में करीब 170 आतंकी सक्रिय हैं। सुरक्षाबलों के ऑपरेशनों और घटते जन समर्थन से हताश आतंकी अब कश्मीर के लोगों को धमकियां दे रहे हैं कि वे गैर कश्मीरियों को मकान और जमीन ना बेचें। आतंकी संगठन तहरीक-उल-मुजाहिदीन ने बीते दिनों कश्मीर में जगह जगह धमकी भरे पोस्टर लगाए थे।