ऐसी शादी, जहां 28 दूल्हे एकसाथ एक ही मंडप पर लेकर पहुंचे बरात; जानिए
देहरादून: राजधानी देहरादून में 28 जोड़ों ने एक साथ सात वचनों का संकल्प लिया और विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए। इस सामूहिक विवाह की खास बात ये थी कि इसमें कुछ प्रेमी जोड़ों ने शादी रचाई है। एक-दूसरे को पाने की खुशी उनके चेहरे पर साफ बयां हो रही थी। इस पवित्र रस्म के साक्षी विवाह के आयोजक श्री श्री बालाजी सेवा समिति और वर-वधू के परिजन समेत करीब दस हजार लोग बने।
पथरी बाग स्थित एक बरात घर में रविवार को समिति की ओर से निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। घोसी गली स्थित पंचायती मंदिर से घोड़ी पर सवार दूल्हे गाजे-बाजे के साथ बरात लेकर निकले। पलटन बाजार, धामावाला बाजार, सहारनपुर चौक, पटेलनगर होते हुए जब बरात विवाह स्थल पर पहुंची तो पुष्प वर्षा के साथ उनका स्वागत किया गया। समिति के सदस्यों ने बेटियों के मायके वालों की भूमिका निभाते हुए सभी रस्में अदा की। जयमाला, फेरे से लेकर बरातियों की मेहमान नवाजी की। अंत में सभी ने विदाई के साथ ही नवयुगलों को शुाकामनाएं दी।
इससे पहले समिति के अध्यक्ष अखिलेश अग्रवाल ने कहा कि अगले वर्ष 51 निर्धन कन्याओं का विवाह कराने का प्रयास होगा। बताया कि समति द्वारा पिछले छह सालों में 98 जोड़ों का विवाह कराया जा चुका है। शादी समारोह में बनारस के यूके सिंह ने शरबत पिलाकर और आगरा के कार्तिक ने पेठे से मेहमानों की आवभगत की।
इस अवसर पर वैवाहिक जोड़ों को आर्शीवाद देने के मसूरी विधायक गणेश जोशी, चीफ वार्डन चंद्रगुप्त विक्रम, जोगेंद्र सिंह पुंडीर, लालचंद शर्मा, मनोज ध्यानी, राजरानी अग्रवाल आदि प्रतिष्ठित लोग पहुंचे। वहीं समिति की ओर से संरक्षक आरके गुप्ता, श्रवण वर्मा, कुलभूषण अग्रवाल, सचिव मनोज खंडेलवाल, चंद्रेश अरोड़ा, उमाशंकर रघुवंशी, कविता खंडेलवाल, मीरा चैरसिया, रश्मि अरोड़ा, भावना बिष्ट, गीता नेगी आदि मौजूद रहे।
इन प्रेमी जोड़ों की हुई शादी
दून के अमृता, विकास, जौनसार के अर्चना जोशी, मोहन उनियाल, उत्तराकाशी के अनिता, विजेंद्र कुमार, त्यूनी के विनोद कुमार और रेनू समेत कई प्रेमी जोड़े एक-दूसरे से शादी के बंधन में बंधे।
कन्यादान को आगे आए लोग
समिति के मीडिया प्रभारी मनमोहन लखेड़ा ने बताया कि कई बेटियों के माता-पिता नहीं होने से समिति के लोगों ने ही उनका कन्यादान किया। इनमें एसके मित्तल, विपिन गर्ग, विनय गुप्ता, विनीत गर्ग, मनोज गुप्ता, अशोक फारुकी इस पुण्य कार्य में शामिल हुए।
शुभ मंगल गीतों से दिया आशीर्वाद
उत्तराखंड के पारंपरिक परिधान और गहनों में सजी महिला नवजागरण समिति की सदस्यों ने दैणां होया खोली का गणेशाए, पिंजरी कु सुआ, लुक मेरी धीया…आदि गीत गाकर वर-वधू के मंगल जीवन की कामना की। मंगलेर शशि रतूड़ी, प्रमिला, पांडे, सुशीला सेमवाल, रेखा कोठारी, संतोषी, दीपांजली कोठारी, ज्योदी कृषाली, प्रियांशी पांडे, सागर ने विवाह संपन्न होने के बाद पौधे रोप कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया।
बेटियों को दी प्यार की सौगात
समिति ने प्रत्येक कन्या को उसकी जरूरत का सामान देकर विदा किया। इस प्यार की सौगात में डबल बैड, कंबल, आलमारी, बक्सा, कुर्सी-मेज, मिक्सी, प्रेस, डिनर सेट, बर्तन, 31 साड़ियां, श्रृंगार का सामान आदि चीजें शामिल थीं। इसके अलावा दुल्हनों के लिए लहंगे, दूल्हों के लिए कोट-पेंट की व्यवस्था भी समिति ने की।