Breaking News :
>>उत्तराखण्ड की विकास यात्रा में कई नए आयाम स्थापित- सीएम धामी >>क्या आपके गले में भी होती है खुजली? आराम पाने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे>>कांग्रेस ने मुख्य नगर आयुक्त को चुनाव प्रक्रिया में दखल न देने के लिए चेताया>>उत्तरकाशी के केदार कांठा व दयारा बुग्याल में उमड़े पर्यटक>>एक अच्छे, भले और नेक प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह>>शीतकालीन यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह>>खनन से एक हजार करोड़ तक राजस्व मिलने की उम्मीद जगी>>मुख्यमंत्री धामी ने PSLV-C60 के सफल प्रक्षेपण के लिए ISRO की टीम को दी बधाई एवं शुभकामनाएं>>सिंहावलोकन 2024 : टीम धामी ने लिए ऐतिहासिक फैसले>>सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाती है मीडिया- मुख्यमंत्री धामी>>फिल्म ‘डाकू महाराज’ से नंदमुरी बालकृष्ण का नया पोस्टर जारी>>सुनिश्चित किया जाए की नए साल पर पर्यटकों को असुविधा का सामना न करना पड़े – मुख्यमंत्री धामी>>सर्दी में बंद नाक खोलने का सबसे सेफ तरीका, मिनटों में मिलेगा आराम>>अरविंद केजरीवाल आज ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान’ योजना की करेंगे शुरुआत >>शासन ने साल 2025 की छुट्टियों का कैलेंडर किया जारी>>बिजली चोरी या फिर अवैध निर्माण जवाबदेही तय हो>>मुख्यमंत्री धामी ने शीतलहर से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की >>नए साल का जश्न मनाने के लिए औली आने वाले पर्यटक अपने वाहनों को नहीं ले जा पाएंगे औली>>मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारे के ग्रंथियों को हर महीने मिलेगी सम्मान राशी- अरविंद केजरीवाल>>मनोज बाजपेयी ने पूरी की ‘द फैमिली मैन’ की शूटिंग
Articles

सख्त कानून लागू

सरकार ने पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024 लागू कर दिया है। इस एंटी-पेपर लीक कानून के तहत पेपर लीक या उत्तर-पुस्तिका से छेड़छाड़ करने पर कम से कम तीन साल की सजा होगी जिसे दस लाख तक के जुर्माने के साथ बढ़ा कर पांच साल तक भी किया जा सकता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू चार महीने पहले ही लोक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) विधेयक, 2024 को मंजूरी दे चुकी थीं। इस कानून का उद्देश्य यूपीएससी, एसएससी, रेलवे, बैंकिग भर्ती परीक्षाओं और  एनटीए द्वारा आयोजित अन्य तमाम परीक्षाओं में अनुचित साधनों के प्रयोग को रोकना है।

इस तरह के संगठित अपराध में शामिल लोगों पर अब न्यूनतम एक करोड़ रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। इस कानून से पहले राज्यों में नकल रोकने और परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली को रोकने संबंधी कानून बनाए गए हैं। ओडिशा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश,  झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और उत्तराखंड में ऐसे कानून हैं। हालांकि ये उस तरह के नतीजे देने में असफल रहे हैं, जिनके बलबूते परीक्षाओं को पारदर्शी बनाया जा सके।

इस नये कानून द्वारा परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था के प्रमुख और सदस्यों को लोक सेवक माना जाएगा ताकि उनके खिलाफ अपराध के साथ ही भ्रष्टाचार का मामला भी चलाया जा सके। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं पर उठने वाली उंगलियों के कारण युवाओं का भरोसा लगातार टूट रहा है। बार-बार परीक्षा  प्रणालियों पर संदेह और उनकी पारदर्शिता धूमिल पडऩे के चलते प्रतियोगियों में निराशा व्याप्त होती जा रही है। चूंकि अब यह संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध की श्रेणी में आ गया है, इसलिए कोई भी पुलिस अधिकारी बगैर वारंट भी अपराधी को गिरफ्तार कर सकता है।

भले ही यह फैसला लेने में सरकार ने काफी ढिलाई बरती है लेकिन देर आयद दुरुस्त आयद क्योंकि उच्च शिक्षा या नौकरी के लिए परीक्षार्थियों का समूचा भविष्य ही दांव पर लगा होता है। परीक्षाओं में धांधली होनहार युवाओं को नैतिक तौर पर बुरी तरह तोड़ देती है।
हालांकि सख्त कानून बनाने में वक्त लगता है। विशेषज्ञों की राय और विभिन्न दृष्टिकोणों से इसे उस सख्ती से लागू किया गया ताकि भविष्य में इस तरह का कोई संकट ही न खड़ा हो सके। साथ ही, इस तरह के अपराधियों पर लगाम कसी जा सके। देखा जाना है कि कानून सख्त किए जाने के बाद पेपर लीक और परीक्षाओं में धांधलियों पर नकेल कसने में हम किसने सफल होते हैं।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!