उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर बिजली दरों में कमी का किया बड़ा एलान
आकाश ज्ञान वाटिका, 7 जनवरी 2022, शुक्रवार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को बिजली के बिल में बड़ी राहत देने के बाद अब अन्य बिजली उपभोक्ताओं के चेहरे पर भी मुस्कान ला दी है। विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों के साथ अन्य बिजली उपभोक्ताओं को भी बड़ा उपहार दे दिया है।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शुक्रवार को ट्वीट कर बिजली दरों में कमी का बड़ा एलान किया। इसके तहत शहरी मीटर्ड कनेक्शन में बिजली दर छह रुपए प्रति यूनिट से घटाकर तीन रुपए प्रति यूनिट किया है। इसके साथ फिक्स चार्ज 130 रुपए प्रति हॉर्स पावर से घटकर 65 रुपए प्रति हॉर्स पावर किया गया है। एनर्जी एफिशिएंट पंप में दर 1.65 रुपए प्रति यूनिट से घटकर 83 पैसे प्रति यूनिट तथा फिक्स चार्ज 70 रुपए प्रति हॉर्स पावर की जगह 35 रुपए प्रति हॉर्स पावर होगी
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि निजी नलकूप के नये बिलों में ग्रामीण मीटर्ड कनेक्शन में बिजली दर 2 रुपए प्रति यूनिट से घटकर एक रुपए यूनिट व फिक्स चार्ज 70 रुपए प्रति हॉर्स पावर से घटकर 35 रुपए प्रति हॉर्स पावर होगा। अनमीटर्ड कनेक्शन में फिक्स चार्ज 170 रुपए प्रति हॉर्स पावर की जगह 85 रुपए प्रति हॉर्स पावर होगा।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में निजी नलकूप कनेक्शनों की विद्युत दरों में 50 प्रतिशत की कमी कर बड़ी राहत देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हार्दिक अभिनंदन है
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को किसानों को बड़ा उपहार दिया। ङ्क्षसचाई के लिए निजी नलकूप की मौजूदा बिजली दर में सरकार ने 50 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय किया है। इससे राज्य के 13 लाख किसानों को सीधा फायदा होगा। उनका सिंचाई का खर्चा आधा हो जाएगा। बिजली की दरों में 50 प्रतिशत की कटौती करने के लिए सरकार को लगभग एक हजार करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड को बतौर अनुदान देना होगा। देश के दूसरे कई राज्यों में जहां सिंचाई के लिए किसानों को मुफ्त बिजली मिल रही है वहीं उत्तर प्रदेश में किसानों के निजी नलकूप की बिजली की दर दो रुपये से छह रुपए यूनिट तक है। फिक्स चार्ज भी 70 रुपए से 130 रुपये प्रति हार्सपावर (एचपी) है। ऐसे में किसानों की बिजली महंगी होने का मुद्दा बनाकर विपक्षी पार्टियां सरकार को घेरती रही हैं। विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इसलिए विपक्षी दलों के उनकी सरकार बनने पर मुफ्त बिजली देने की घोषणा कर किसानों को रिझाने की लगातार कोशिशें की जा रही है। विपक्षी दल अपनी कोशिशों में कामयाब न हो सकें इसलिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले ही गुरुवार को बड़ा दांव चलते हुए किसानों को सस्ती बिजली का बड़ा उपहार देने का निर्णय किया है।