समाज-सेविका श्रीमती मधु जैन ने मुख्यमंत्री धामी से अनुरोध करते हुए कहा, “जल्दी से जल्दी महिलाओं के उपचार हेतु उचित व्यवस्था और प्रबंध कराए जायें”
“माँ जग की जननी है जिसका कोई मूल्य नहीं, उनको सुरक्षित और सही समय पर उपचार मिलना यह हम सबका परम कर्तव्य है” : मधु जैन
आकाश ज्ञान वाटिका, 27 मई 2022, शुक्रवार, देहरादून। बीते दिनों में समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त होने के पश्चात मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती मधु जैन ने समाचार पत्रों में जानकारी प्राप्त की जिसके आधार पर जहाँ एक ओर मातृ दिवस मनाया जा रहा था, वही दूसरी ओर यह देखने को मिला कि कई गर्भवती महिलाओं का समय पर इलाज न होने के कारण वे दर-दर भटक रही थी और उनको उचित उपचार भी नहीं मिल पाया जो अत्यंत दयनीय है। ऐसी अवस्था में उनको इलाज न मिल पाना यह बहुत ही कष्ट कारक असहनीय है। ये समय ही ऐसा होता है जिसमें एक महिला को परिवार के प्यार और चिकित्सक के उचित उपचार की जरूरत है।
इन समस्त बातों ध्यान में रखते हुए मैं मा० मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध करती हूँ कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए, जल्दी से जल्दी महिलाओं के उपचार हेतु उचित व्यवस्था और प्रबंध कराए जायें, जिससे कि कोई भी महिला इलाज से वंचित नहीं रह सके। इसके साथ-साथ यह भी अनुरोध करना चाहुँगी कि जो महिलायें सरकारी व्यवस्था दुरुस्त न होने के कारण इलाज नहीं ले पाती हैं, उनके लिए जिस तरह एक निर्भया बैंक बनाया गया था, उसी तर्ज में गर्भवती महिलाओं की सहायता हेतु बैंक और सहायता कोष बनाया जाए। ऐसा होने से उनको समय-समय पर सहायता प्रदान की जा सकती है। हमारा मातृ दिवस, महिला दिवस, महिला सम्मान और महिला सशक्तिकरण पर कार्य करना सफल होगा, जब हम अपनी मातृशक्ति को सुरक्षित और सही स्वास्थ्य लाभ दे पायेंगे।
माँ जग की जननी है जिसका कोई मूल्य नहीं, उनको सुरक्षित और सही समय पर उपचार मिलना यह हम सब का परम कर्तव्य है।
अंत में उम्मीद करती हूँ कि आपके द्वारा मेरे इस अनुरोध पर जल्द से जल्द कार्यवाही होगी और मातृ शक्ति प्रबल, सबल व शक्तिशाली होगी।