लाल किले पर हुई हिंसा का आरोपित दीप सिद्धू समेत 8 आरोपितों पर इनाम घोषित, पंजाब में छापेमारी होगी तेज
आकाश ज्ञान वाटिका, ३ फ़रवरी २०२१, बुधवार। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर चल रहा धरना-प्रदर्शन बुधवार को 70वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को लाल किला हिंसा में आरोपित दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजंत सिंह, गुरजंत सिंह, जगबीर सिंह, बुटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह पर इनाम घोषित किया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि वह बुधवार को जींद में कंडेला गांव पहुंच रहे हैं। वह यहां किसानों के लिए होने वाली महापंचायत में हिस्सा भी लेंगे। बता दें कि जींद में हो रही इस महापंचायत में हरियाणा के करीब 50 खापों के प्रतिनिधि भी महापंचायत शामिल होंगे। इस महापंचायत में किसान आंदोलन की आगामी रणनीति बनाई जाएगी।
सिंघु के साथ टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर मिलाकर हजारों की संख्या में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आए किसान तीनों कृषि बिल वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल पर सवार करीब 300 उपद्रवियों ने लाल किला के अंदर जमकर उत्पात मचाया था। उपद्रवियों के आते ही लाल किले का लाहौरी गेट बंद कर दिया गया था।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि यह आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा, इसके बाद इस पर बैठक कर फैसला लिया जाएगा।
दिल्ली पुलिस के रडार पर जुगराज सिंह के अलावा पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू व पंजाब के गैंगस्टर लखवीर सिंह उर्फ लक्खा सिधाना भी हैं। जुगराज ने खंभे पर चढ़कर झंडा फहराया था। दीप व लक्खा ने उपद्रवियों का नेतृत्व किया था। लिहाजा इन तीनों पर पुलिस आयुक्त ने इनाम रखने का निर्णय लिया है। इनाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
सिंघु बॉर्डर पर पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार किए गए स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को मंगलवार को रोहिणी जिला अदालत से जमानत मिल गई है। अदालत ने 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर उन्हें जमानत दी है। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सतबीर सिंह लाम्बा ने कहा कि शिकायतकर्ता, पीड़ित और गवाह सभी पुलिसकर्मी हैं।
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर 26 जनवरी को हजारों की संख्या में कृषि कानून विरोधियों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी। रैली के दौरान दिल्ली की सड़कों पर हिंसा फैल गई। कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया, वाहनों में तोड़ फोड़ की और लाल किले पर केसरिया ध्वज फहरा दिया। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे, न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूíत वी रामसुब्रमण्यन की पीठ इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। वकील विशाल तिवारी द्वारा दायर याचिका में हिंसा की जांच के लिए शीर्ष कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित करने का अनुरोध किया गया है। तिवारी और वकील मनोहर लाल शर्मा की याचिका समेत कुछ अन्य याचिकाओं पर भी कोर्ट सुनवाई करेगा।