देहरादून समेत सात जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
उत्तराखंड में फिलहाल बारिश से राहत के आसार नहीं हैं। बुधवार के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान पिथौरागढ़ और देहरादून समेत सात जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। अलर्ट को देखते हुए शासन ने जिलाधिकारियों को सजग रहने को कहा है।
इस बीच सड़कों पर भूस्खलन की मार जारी है। चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर दोपहर बाद यातायात सुचारु हो गया, लेकिन रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ हाईवे पर तीन दिन से यातायात बाधित है। उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे भी मलबा आने से बंद हैं। पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाले थल -मुनस्यारी, तवाघाट-लिपुलेख मार्ग, नाचनी-बांसबगड़ मार्ग पर भी आवाजाही नहीं हो पा रही है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा को पार कर गई है। हालात को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। टिहरी में भूस्खलन के कारण सात लिंक रोड बंद है। गंगोत्री राजमार्ग पर सेलुपानी में पहाड़ी से बोल्डर आने पर राजमार्ग कुछ देर बाधित रहा।
ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर तपोवन से शिवपुरी के बीच भूस्खलन, पोकलैंड मशीन दबी
ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर तपोवन से शिवपुरी के बीच रात्रि हुई बारिश के चलते राजमार्ग पर कई जगह बोल्डर आ गए हैं। जिससे मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। यहां एक स्थान पर भारी-भरकम चट्टान टूटने से उसके नीचे एक पोकलैंड मशीन भी दब गई है। हालांकि, इन दिनों ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर तोता घाटी में मार्ग टूटा होने के कारण यातायात बंद है। मगर, ऋषिकेश से कौड़ियाला तक यातायात संचालित हो रहा है। मंगलवार रात्रि हुई बारिश के कारण यहां करीब आधा दर्जन स्थानों पर चट्टाने टूटने से मार्ग बाधित गया है। जिससे तपोवन से शिवपुरी, गूलर, कौड़ियाला और व्यासी के बीच वाहनों का आवागमन ठप हो गया है। थानाध्यक्ष मुनिकीरेती आरके सकलानी ने बताया कि अभी मार्ग को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है। चार से 5 घंटे के भीतर मार्ग सुचारु होने की उम्मीद है।
ऋषिकेश में बारिश से बीन नदी में आया उफान
ऋषिकेश में पिछले दो दिनों से पर्वतीय क्षेत्र में हो रही बारिश से बीन नदी में उफान आ गया है। ऋषिकेश चीला मार्ग पर स्थित इस नदी में अत्यधिक पानी आने से ऋषिकेश का चीला के जरिये हरिद्वार से सड़क संपर्क कट गया है। यमकेश्वर प्रखंड के डांडा मंडल और किमसार क्षेत्र का भी ऋषिकेश से सड़क संपर्क कट गया है। नदी के दोनों और हरिद्वार और ऋषिकेश की दिशा में वाहन लौट रहे हैं। ऋषिकेश के बैराज स्थित पुलिस और वन विभाग के बैरियर से चीला की ओर जाने वाले वाहनों को रोका जा रहा है। राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज के अंतर्गत आने वाली इस नदी में यमकेश्वर क्षेत्र के बरसाती नाले मिलते हैं। इससे आगे घासीराम स्रोत में भी पानी आ गया है। रेंजर धीर सिंह ने बताया कि यहां वन कर्मियों को तैनात किया गया है। जो वहां से जोखिम उठाकर आगे बढ़ने वाले सभी वाहन चालकों को रोक रहे हैं। जल स्तर कम होने पर ही यहां यातायात खोला जाएगा।
गौरीकुंड और बदरीनाथ हाईवे बंद
रुद्रप्रयाग में बुधवार को केदारनाथ समेत पूरे जिले में बादल छाए हुए हैं गौरीकुंड हाईवे चौथे दिन भी बांसवाड़ा, डोलिया देवी, मुनकटिया में अवरुद्ध है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रा सुचारु है। वहीं चमोली में बारिश अभी थमी है। बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी भनारपानी लामबगड़ पागलनाला में बंद है। उधर, चोपता गोपेश्वर मोटर मार्ग भी मंडल से आगे बंद है।
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। गढ़वाल और कुमाऊं में 100 से ज्यादा सड़कें मलबा आने से बाधित हैं। सोमवार देर रात मसूरी-देहरादून सड़क का 50 मीटर हिस्सा बह गया। मंगलवार को दिनभर लोक निर्माण विभाग की टीम इसकी मरम्मत में जुटी रही। फिलहाल हल्के वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई है, लेकिन भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा जा रहा है। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर थिरांग नामक स्थान पर हुए जबरदस्त भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे बाधित हो गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि हाईवे करीब 50 मीटर हिस्से में भारी बोल्डर पड़े हुए हैं। सीमा सड़क संगठन की टीम मलबा हटाने में जुटी है।
कुमाऊं में भी हालात गंभीर हैं। बारिश का सर्वाधिक असर पिथौरागढ़, चम्पावत व बागेश्वर में देखने को मिल रहा है। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में खलिया टॉप में भी भूस्खलन शुरू हो गया है। इससे कुमाऊं मंडल विकास निगम का पर्यटक आवास गृह खतरे की जद में आ गया है। धारचूला नगर के ग्वाल गांव वार्ड में भूस्खलन से 30 परिवार खतरे की जद में हैं। मुनस्यारी व बंगापानी तहसील का संपर्क कट गया है। पंचेश्वर क्षेत्र में मूसलधार बारिश से काली नदी ने कटाव शुरू कर दिया है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया अभी बारिश का दौर जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि बुधवार को पिथौरागढ, बागेश्वर, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, देहरादून, हरिद्वार और चम्पावत के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, गुरुवार को कुमाऊं के पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और चम्पावत में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। इन जिलों में विशेष सतर्कता की जरूरत है।
ऋषिकेश में घाट जलमग्न
गंगा का जलस्तर बढ़ने से ऋषिकेश तथा आसपास क्षेत्र में गंगा के पक्के घाट जलमग्न हो गये हैं। गंगा त्रिवेणी घाट के मुख्य प्लेटफार्म को छूकर बह रही है, जबकि आरती स्थल वाला प्लेटफार्म तो सोमवार को ही जलमग्न हो गया था। मुनिकीरेती में पूर्णानंद घाट, शत्रुघन घाट, स्वर्गाश्रम में परमार्थ घाट, वेद निकेतन घाट, गीता आश्रम घाट सहित लक्ष्मणझूला व तपोवन के पक्के घाट भी जलमग्न हैं। प्रशासन ने तटीय इलाकों में मुनादी कर वहां रहने वालों को सजग रहने को कहा।
यमुनोत्री धाम का पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त
यमुनोत्री धाम के पास नाले में आए उफान से धाम को जोड़ने वाला पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। यात्रियों को मलबे के ऊपर से जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे हैं। यमुनोत्री धाम में रह रहे तीर्थ पुरोहित गिरीश उनियाल ने बताया कि घटना सोमवार देर रात की है। मलबे से पैदल मार्ग के किनारे लगी रेलिंग भी टूट गई है।
विभिन्न शहरों में तापमान
- शहर———-अधि.—न्यून.
- देहरादून——31.4—25.0
- उत्तरकाशी—24.6—19.3
- मसूरी———22.7—17.2
- टिहरी———24.8—18.8
- हरिद्वार——33.4—25.9
- जोशीमठ——22.8—17.4
- पिथौरागढ़—-26.4—20.7
- अल्मोड़ा——26.7—21.2
- मुक्तेश्वर—–23.0—16.2
- नैनीताल——23.2—18.0
- यूएसनगर—-31.8—26.9
- चम्पावत—–26.3—20.5