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चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने चारधाम में पूजा को लेकर जारी किए आदेश
आकाश ज्ञान वाटिका, 4 मई 2021, मंगलवार, देहरादून। चारधाम में पूजा को लेकर देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने गाइडलाइन जारी की है। इस संबंध में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने आदेश जारी कर दिए है। आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 की द्वितीय चरण के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जनमानस के व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षार्थ, उत्तराखंड स्थित चार धाम यात्रा आम श्रद्धालुओं के लिए अग्रिम आदेशों तक स्थगित की जाती है। चारों देवस्थानम् अपनी पूर्व परंपरानुसार निर्धारित तिथि एवं समय पर खोले जाएंगें। इस दौरान पूजा सांकेतिक रूप से होती रहेगी।
चारधाम के कपाट खुलने की तिथियां
- यमुनोत्री :- 14 मई दोपहर 12.15 बजे।
- गंगोत्री :- 15 मई सुबह 7.31 बजे
- केदारनाथ :- 17 मई सुबह 5.00 बजे
- बदरीनाथ :- 18 मई सुबह 4.15 बजे
गाइडलाइन
- कपाटोद्घाटन पश्चात देवस्थानम सामन्यतः प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे तक ही खुले रहेंगे।
- प्रवेश द्वार पर हार्थों को कीटाणु रहित करने के लिए एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का प्रयोग किया जाएगा। एवं थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से भी जांच की जाएगी।
- जिन व्यक्ति विशेषों में कोई लक्षण प्रदर्शित नहीं होगा, केवल उन्हें ही देवस्थान परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी।
- सभी प्रवेश करने वाले व्यक्ति विशेषों को फेस कवर (मास्क) का प्रयोग करना अनिवार्य होगा।
- जूते-चप्पलों को अपेक्षित स्थान पर ही रखना आवश्यक होगा।
- देवस्थानम परिसर के अंदर एवं बाहर सोशल डिस्टेसिंग का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा।
- देवस्थानम् गर्भ गृह में केवल रावल, पुजारी एवं संबंधितों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।
- लाइन में लगने की स्थिति में व्यक्तियों को एक दूसरे से कम से कम 6 फीट की शारिरिक दूर रखनी होगी।
- बैठने के स्थानों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के मानक अनुसार व्यवस्थित किया जाना आवश्यक होगा।
- मूर्तियों, घंटियों, प्रतिरूपों, ग्रंथों/पुस्तकों आदि को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी।
- देवस्थानम परिसर में किसी भी प्रकार का प्रसाद वितरण, टीका लगाने आदि की अनुमति नहीं होगी।
- भोग आदि वितरण के समय शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा।
- देवस्थान के अंदर परिसर की लगातार सफाई एवं कीटाणु रहित सैनेटाइजर करना आवश्यक होगा।
- देवस्थानम् परिसर फर्श की विशेष रूप से समय अंतरालों में सफाई करनी होगी।
- मंदिर के अंदर एक ही मैट, दरी, चादर के प्रयोग से पूर्णतः बचना होगा।
- कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम के लिए समय-समय शासन/प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।