राकेश टिकैत का नया प्लान : 22 किसानों का एक समूह रोजना संसद के बाहर देगा धरना
आकाश ज्ञान वाटिका, 14 जुलाई 2021, बुधवार, मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सरकार किसनों की बात नहीं मान रही है। इसलिए अब सरकार को बात मनवाने के लिए बड़ा कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जबतक सरकार किसानों की बात नहीं मान लेती, तबतक दिल्ली में 22 जुलाई से संसद के बाहर रोजाना 22 किसानों का समूह जाकर धरने पर बैठेगा।
भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कृषि कानूनों के वापस होने तक आंदोलन को जारी रखेगा। आगामी 24 जुलाई को बिजनौर से ट्रैक्टर रैली चलकर मेरठ पहुंचेगी। जो अगले दिन गाजीपुर बार्डर के लिए कूच करेगी।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता बुधवार को मेरठ के करनावल में पार्टी के पूर्व पदाधिकारी के घर एक समारोह में शामिल हुए थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए किसान आंदोलन को लेकर बड़ा एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को अब बात माननी ही होगी, क्योंकि अब 22 जुलाई से 22 किसानों का दल संसद के बाद हर दिन धरने के बाहर बैठेगा। इसके लिए तैयारी हो रही है। उन्होंने आगे कहते हुए कहा कि खेत और आंदोलन दोनों पर किसान अपनी बराबर नजर बनाकर इस लड़ाई को लडेंगे।
आठ माह से किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठा है। कृषि कानून वापस हुए बिना किसान घर नहीं लौटेगा। सरकार को किसानों की बात माननी पड़ेगी।
बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मेरठ के करनावल में दोपहर पूर्व पदाधिकारी राजकुमार करनावल के छोटे भाई सुधीर के रिसेप्शन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने किसानों के साथ खाना खाया, हुक्का गुड़गुड़ाया और राजकुमार के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अगली महापंचायत मुजफ्फरनगर में आयोजित होगी। जिसमें आंदोलन की आगे की रणनीति तय होगी। इससे पहले भाकियू पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी कार्यकर्ताओं के साथ रोहटा बाइपास पर उन्हें लेने पहुंचे थे।
करनावल के बाद राकेश टिकैत कार्यकर्ताओं के साथ सिवाया टोल के लिए रवाना हो गए।