Breaking News :
>>उच्च शिक्षा में 108 असिस्टेंट प्रोफेसर को जल्दी मिलेगी तैनाती>>नवनियुक्त 1094 कनिष्ठ अभियन्ताओं को मिले नियुक्ति पत्र>>ज्योतिर्मठ पर मंडराने लगा भूस्खलन का खतरा, विष्णुप्रयाग की तरफ से हो रहा तेजी से भूस्खलन >>बीकेटीसी के सीईओ ने यात्रा व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण >>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में प्रतिभाग कर सड़क पर झाड़ू लगाकर दिया स्वच्छता का संदेश >>एक देश, एक चुनाव व्यवहारिक और समझदारी नहीं – कांग्रेस>>टूथब्रश से भी बीमार पड़ सकते हैं आप, जान लीजिए कैसे रख सकते हैं इसे साफ>>ग्राम पंचायत स्तर पर दी जाएगी नए आपराधिक कानूनों की जानकारी>>21 सितंबर को आतिशी बनेंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, लेंगी सीएम पद की शपथ>>राहुल की बातें मजाक की नहीं, चिंता का विषय>>मुख्यमंत्री धामी ने जम्मू-कश्मीर में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित जनसभा को किया सम्बोधित>>हरियाणा विधानसभा चुनाव : BJP ने जारी किया 20 सूत्रीय संकल्प पत्र>>गंगोत्री धाम में किया गया होटल एसोसिएशन का गठन>>केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के किसानों के लिए दी कई सौगातें>>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गढ़ी कैंट में निर्माणाधीन सामुदायिक भवन का किया निरीक्षण>>प्रदेश में बढ़ रहे डेंगू के मामले, पाँच जिलों से कुल 75 मामले आए सामने>>फिल्म जिगरा का सॉन्ग ‘चल कुड़िए’ रिलीज, आलिया-दिलजीत के गाने में दिखी महिला सशक्तिकरण की झलक>>हवलदार मनीष थापा के निधन पर सैनिक कल्याण मंत्री ने दी श्रद्धांजलि>>सेब को छीलकर खाना चाहिए या बिना छीले? यहां जानें सही तरीका>>प्रधानमंत्री मोदी आज कटड़ा में चुनावी रैली को करेंगे संबोधित, चप्पे-चप्पे पर रहेगी सुरक्षा
उत्तराखण्डताज़ा खबरें

राज्य सरकार की हरसम्भव सहायता के लिए नीति आयोग तत्पर

  • नीति आयोग, उत्तराखण्ड के विकास में पार्टनर : डॉ० राजीव कुमार
  • सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जीएसटी कम्पनसेशन को वर्ष-2022 के बाद भी जारी रखने में सहयोग का अनुरोध किया
  • केंद्रीय योजनाओं के मानकों में फ्लोटिंग पापुलेशन भी शामिल किया जाए : सीएम


आकाश ज्ञान वाटिका, 9 अक्टूबर 2021, शनिवार, देहरादून। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ० राजीव कुमार ने कहा है कि नीति आयोग उत्तराखण्ड के विकास में पार्टनर की भूमिका निभा रहा है। नीति आयोग, उत्तराखण्ड के विकास में अधिक से अधिक मददगार बनने के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जीएसटी कम्पनसेशन को वर्ष-2022 के बाद भी जारी रखने में सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के मानकों में फ्लोटिंग पापुलेशन भी शामिल किया जाए। सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ० राजीव कुमार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकारों और राज्य सरकार के अधिकारियों की बैठक में उत्तराखण्ड के सुनियोजित विकास पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया।

[highlight]नीति आयोग उत्तराखण्ड के विकास में भागीदार[/highlight]

नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ० राजीव कुमार ने कहा कि नीति आयोग उत्तराखण्ड के विकास में भागीदार की भूमिका निभा रहा है। राज्य सरकार की विकास से संबंधित हर सम्भव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न विषयों पर राज्य सरकार के पक्ष पर नीति आयोग केंद्र सरकार के मंत्रालयों से बात करेगा। राज्य सरकार के संबंधित अधिकारी भी निरंतर फॉलोअप करें।

[highlight]जिलों में विकास की प्रतिस्पर्धा को बढावा दिया जाए[/highlight]

डॉ० राजीव कुमार ने कहा कि राज्य के विकास के लिए सेक्टरवार प्लान व समग्र प्लान बनाया जाए। उत्तराखण्ड में जिलावार एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) निर्धारित करने को अच्छा कदम बताते हुए कहा कि जिलों में विकास की प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। महत्वपूर्ण संकेतकों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इनकी लगातार मॉनिटरिंग जरूरी है।

[highlight]जमीनी स्तर पर प्रक्रियागत सरलीकरण[/highlight]

नीति आयोग उपाध्यक्ष ने जमीनी स्तर पर प्रक्रियागत सरलीकरण की आवश्यकता बताई। निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में जो मंजूरियां लेनी होती हैं, उनका सरलीकरण करने के साथ ही जहां तक सम्भव हो कम किया जाए।

[highlight]नेचुरल फार्मिंग पर फोकस किया जाए[/highlight]

आर्गेनिक फार्मिंग के साथ ही नेचुरल फार्मिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। इससे किसानों की आय को दोगुनी करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने प्रत्येक ब्लॉक में एक गाँव के प्राकृतिक कृषि के लिए समर्पित करने का सुझाव दिया।

डॉ० राजीव कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्कूली शिक्षा की बेहतर स्थिति है। परंतु उच्च शिक्षा के लिए बेहतर शिक्षण संस्थाएं कम हैं। छात्रों को बेहतर उच्च शिक्षा राज्य में ही प्राप्त हो सके। इस ओर भी ध्यान दिया जाए। नदियों के पुनर्जीवन पर भी काफी काम किया जा सकता है। इसमें नीति आयोग नमामि गंगे से राज्य को सहायता को दिलवाने के लिए प्रयास करेगा।
पर्यटन में अधिक से अधिक स्थानीय संसाधनों का उपयोग किया जाए। किस तरह से अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को इससे जोड़ा जा सकता है, इसके लिए सुनियोजित योजना की जरूरत है। कृषि में हाई वेल्यु उपजों जैसे कि औषधीय खेती, मसाले, फूलों की खेती पर बल देना होगा। डॉ० राजीव कुमार ने इनलैंड कन्टेनर डिपो की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र का सहयोग लेने का सुझाव दिया।

[highlight]फारेस्ट क्लीयरेंस के सरलीकरण के लिए केन्द्र से बात करेगा नीति आयोग[/highlight]

डॉ० राजीव कुमार ने बैठक में दिये गये राज्य के प्रस्तुतीकरण को ध्यान से सुनते हुए कहा कि फोरेस्ट क्लीयरेंस की प्रक्रिया को सरल किये जाने की जरूरत है। इस संबंध में राज्य सरकार के जो भी सुझाव हैं, नीति आयोग को भेजे। इस संबंध में केन्द्र से बात की जाऐगी। उन्होंने नेशनल पार्को में हाथियों और टाईगर की संख्या में बढोतरी को देखते हुए इनकी केरिंग केपेसिटी का आंकलन किए जाने पर सहमति व्यक्त की।

[highlight]सतत विकास और अंत्योदय राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता : सीएम[/highlight]

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नीति आयोग उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार और उनकी टीम का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि आगामी 9 नवम्बर को उत्तराखण्ड 21 वर्ष का होने जा रहा है। प्रधानमंत्री जी ने हमें लक्ष्य दिया है कि 2025 में जब उत्तराखण्ड 25 वर्ष का होगा तो आदर्श विकसित राज्य हो। केंद्र व राज्य सरकार मिलकर उत्तराखण्ड के तेजी से विकास के लिए काम कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास और अंत्योदय हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जब तक समाज में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सरकार और प्रशासन पहुंच नहीं जाते हैं, उन तक विकास का लाभ नहीं पहुँचता है, हम चैन से नहीं बैठेंगे। लोगों को विकास योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ आसानी से मिले, इसके लिए सरलीकरण पर फोकस किया गया है। उद्योगों में सिंगल विंडो सहित तमाम प्रक्रियाओं को सरल किया गया है। इन्वेस्टर्स फ्रेंडली माहौल तैयार किया गया है। उद्यमियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के स्टॉक होल्डर्स से संवाद शुरू किया गया है।

[highlight]बार्डर एरिया डेवलपमेंट में उत्तराखण्ड को अधिक धनराशि का आवंटन हो [/highlight]

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में सड़क, रेल और एयर कनेक्टीवीटी पर काफी काम किया गया है। राज्य को केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को जीएसटी कम्पनसेशन वर्ष 2022 में समाप्त हो रहा है। इससे राज्य के लिए वित्तीय समस्या खड़ी हो जाएगी। राज्य के सीमित संसाधनों को देखते हुए इसे उत्तराखण्ड के लिए आगे भी जारी रखे जाने की जरूरत है। चीन व नेपाल के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के कारण उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति है। यहाँ बार्डर एरिया डेवलपमेंट प्लान में और अधिक धनराशि दिए जाने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र में एक और एम्स की स्थापना किए जाने के साथ ही लखवाड़ व्यासी परियोजना, जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, सौंग बांध सहित राज्य सरकार के विभिन्न प्रस्तावों को अंतिम मंजूरी दिलाए जाने में सहयोग का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के मानकों में फ्लोटिंग पॉपुलेशन को भी शामिल किया जाना चाहिए।

बैठक में राज्य सरकार द्वारा नीति आयोग के समक्ष राज्य के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर नीति आयोग की वरिष्ठ सलाहकार डाॅ नीलम पटेल, अनुराग गोयल, नीति आयोग उपाध्यक्ष के नीजि सचिव रवीन्द्र प्रताप सिंह, सलाहकार अविनाश मिश्रा, डॉ० प्रेम सिंह, उत्तराखण्ड की अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्रीमती मनीषा पंवार, आनंद बर्द्धन सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सचिव नियोजन डॉ० बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने प्रस्तुतीकरण दिया।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.
error: Content is protected !!