बर्फबारी से जन जीवन प्रभावित न हो, इस संबंध में अपर जिलाधिकारी प्रशासन कैलाश टोलिया ने सम्बन्धित महकमों के साथ की महत्वपूर्ण बैठक
आकाश ज्ञान वाटिका, गुरुवार, 26 नवम्बर 2020, नैनीताल (सूचना)। शरदकाल में जनपद के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। बर्फबारी से होने वाली दुस्वारियों को दूर करने तथा जनसामान्य एवं यातायात को बहाल बनाये जाने के सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री कैलाश टोलिया ने जिला सभागार में सम्बन्धित महकमों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
श्री कैलाश टोलिया ने अधिकारियों से कहा कि दिसम्बर का महिना शुरू होने वाला है। दिसम्बर से फरवरी के मध्य जिले में खासतौर पर पर्वतीय इलाकों तथा पर्यटक नगरी नैनीताल में बर्फबारी की सम्भावना बनी रहती है। इतिहास रहा है कि भंयकर बर्फबारी से जनसामान्य प्रभावित हुआ है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बर्फबारी के बाद सडकों पर से तत्काल बर्फ हटाने के लिए सम्बन्धित क्षेत्रों में जेसीबी की व्यवस्था के साथ ही स्टाफ की तैनाती कर दें। मुक्तेश्वर, रामगढ़, गागर, भटेलिया, धानाचुली, किलबरी, बारापत्थर, शेरकाडांडा में काफी बर्फबारी होती हेै, लिहाजा इन स्थानों पर अतिरिक्त जेसीबी किराये पर लेकर रखी जायें ताकि हिमपात होेने के बाद तत्काल सडकों को खोला जा सके। उन्होंने कहा कि बर्फबारी से किसी भी प्रकार का यातायात प्रभावित नहीं होना चाहिए, सडकें बर्फबारी के कुछ समय बाद खुल सकें। उन्होंने विद्युत महकमे के अधिकारियों से कहा कि हिमपात के दौरान तथा बाद में किसी भी प्रकार की विद्युत आपूर्ति बाधित न होने पाये। उन्होंने कहा कि बर्फबारी क्षेत्रों में जो जीर्णशीर्ण पेड़ हैं उनको हटाने तथा पेडों की छटाई का काम अभी से कर लिया जाए ताकि हिमपात के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित न होने पाये।
अपर जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी से कहा कि वह बर्फवारी क्षेत्रोंं के लिए पर्याप्त खाद्यान, कैरोसिन व गैस की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। इसके साथ ही हिमवारी प्रभावित क्षेत्रों मे डीजल-पेट्रोल की व्यवस्था भी बना ली जाए। उन्होंने जल संस्थान के अभियन्ता से कहा कि हिमपात के दौरान पेयजल आपूर्ति बनाये रखने के लिए अभी से इंतजाम मुकम्मल कर लिये जायें। उन्होने कहा कि आपदा से सम्बन्धित विभाग आपदा कन्ट्रोल रूम के सम्पर्क मे रहेंगे तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे।
बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन, अधिशासी अभिंयता संजीव राठी, हरून रशीद, एसीएमओ डाॅ० बलवीर सिंह, सहायक अभियंता विद्युत पयंक पाण्डे, सहायक अभियंता लोनिवि दीप चन्द्र तिवारी, तारा सिंह, एई जल संस्थान डीएस बिष्ट, आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार आदि अधिकारी मौजूद थे।