16 जुलाई से लखनऊ के चार दिन के दौरे पर रहेंगी प्रियंका गाँधी
आकाश ज्ञान वाटिका, 13 जुलाई 2021, मंगलवार, लखनऊ। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के लखनऊ आगमन में तब्दीली की गई है। उत्तर प्रदेश को लेकर नई दिल्ली में गहन होमवर्क करने के बाद अब प्रियंका गांधी 16 जुलाई से लखनऊ के चार दिन के दौरे पर रहेंगी। पहले उनका एक दिन का कार्यक्रम 14 जुलाई को लखनऊ आने का था।
उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तापमान काफी बढ़ चुका है। प्रधानमंत्री 15 जुलाई को जहां अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहेंगे, वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा 16 जुलाई से लखनऊ में चार दिन तक प्रवास करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी पहुंचकर प्रदेश को करोड़ों की सौगात देंगे। 15 जुलाई को समाजवादी पार्टी का लखनऊ सहित प्रदेश में उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का कार्यक्रम है तो 15 को ही किसान मजदूर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने नेतृतव में 22 किसान संगठनों का मोर्चा गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन करेगा।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर बेहद गंभीर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बेहद तैयारी के साथ उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में उतर रही हंैं। प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में जोरदार तैयारी के साथ उतरने की वर्चुअल तैयारी देख चुकीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी अब धरातल का सच परखना चाहती हैं। नई दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई बैठक करने के बाद उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अब 16 जुलाई से चार दिन के लखनऊ दौरे पर रहेंगी। लखनऊ के चार दिनों के लखनऊ दौरे के दौरान प्रियंका गांधी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी सदस्यों और राज्यों के विभिन्न हिस्सों के जिला और शहर अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बीते कई दिनों से ने उत्तर प्रदेश से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करने में लगी थी। प्रियंका गांधी इन दिनों लगातार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ भी राय मशविरा कर रही हैं। इस दौरान काफी लोगों से वर्चुअल वार्ता भी की गई। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर चर्चा के बाद कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अब धरातल पर हकीकत को परखना चाहती है। इसी क्रम में वह 16 जुलाई से चार दिन का लखनऊ का दौरा करेंगी। लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में उनका दरबार लगेगा।
प्रियंका गांधी वाड्रा बीते कई दिन से उत्तर प्रदेश कांग्रेस सलाहकार परिषद और रणनीतिक समूह की इस डिजिटल बैठक में महंगाई के साथ उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा, महिला विरोधी अपराधों और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर तैयारी कर रही थीं। इसी बीच वह उत्तर प्रदेश की सरकार पर भी लगातार हमला बोलने के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भी भेज रही थीं। अब वह प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ उत्तर प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी एवं जंगलराज के खिलाफ मजबूती से सड़कों पर उतरेंगी।
प्रियंका गांधी इसके साथ उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति व बूथ प्रबंधन के साथ कांग्रेस संगठन को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी अब पूरे एक्शन में आ गई हैं और राज्य में पार्टी को मजबूत बनाने में जुट गई हैं।
प्रियंका गांधी लखनऊ आने के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में प्रदेश के संगठन, फ्रंटल संगठन एवं महत्वपूर्ण विभागों के पदाधिकारियों से भेंट करेंगी। इस दौरान पंचायत चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ताओं के बवाल तथा हिंसा पर भी चर्चा होगी। किसान संगठनों ने भेंट के दौरान प्रियंका गांधी छुट्टा पशु, गन्ना भुगतान एवं किसानों की बढ़ती लागत जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगी। लखनऊ में वह बेरोजगार युवाओं एवं भर्ती के बाद भी नियुक्ति न पाने युवा नौजवानों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेंगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में वह बैठक में मैनिफेस्टो कमेटी से महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करने के साथ जनता से आए सुझावों पर विस्तृत बातचीत करेंगी।
इस दौरान उनकी पार्टी के प्रदेश के नेताओं के साथ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी। माना जा रहा है कि उम्मीदवारों की सूची पर मंथन हो सकता है। प्रियंका की बीते हफ्ते छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल और राजीव शुक्ला सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हो चुकी है। बघेल को कांग्रेस की चुनावी रणनीति विकसित करने और बूथ प्रबंधन का ध्यान रखने का काम सौंपा जा सकता है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में जीतने योग्य सीटों पर संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा होने की संभावना है। उनकी लखनऊ यात्रा के बाद अन्य जिलों में भी जाने का कार्यक्रम तय किया जाएगा।